नई दिल्ली। दीपावली और गोवर्धन पूजन के बीच साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज (मंगलवार) 25 अक्टूबर 2022 को लगा। भारत में ये ग्रहण दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से आरंभ हुआ था। शाम 06.32 मिनट पर सूर्य ग्रहण समाप्त हुआ। यह ग्रहण यूरोप, नॉर्थ ईस्ट अफ्रीका, पश्चिम एशिया और दक्षिण एशिया सहित दुनिया भर के कई क्षेत्रों में दिखाई दिया। भारत में सबसे पहले ग्रहण अमृतसर में दोपहर 04.19 बजे देखा गया।
मुंबई में शाम 06.09 बजे ग्रहण नजर आया। अधिकांश जगह सूर्य ग्रहण सूर्यास्त के साथ ही खत्म हुआ। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंतिम सूर्य ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगा है। मेष, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि के जातकों पर ग्रहण का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में पत्रकारों से कहा कि यह ब्रह्मांड की अद्भुत घटनाओं में से एक है। अमावस्या और पूर्णिमा के दिन ग्रहण की जो प्रवृति रही है। उसी के क्रम में अमावस्या के मौके पर आज सूर्य ग्रहण की घटना को देखने का अवसर प्राप्त हुआ।
सूर्य ग्रहण के बाद करें ये काम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के बाद घर की सफाई करनी चाहिए। ग्रहण समाप्त होते ही नदी में स्नान करना चाहिए। यदि संभव नहीं है तो घर पर ही स्नान करें। इस दिन दान और परोपकार का विशेष महत्व है। इस लिए किसी को अन्न या धन दान करें। गाय को हरी घास खिलाएं। सूर्य ग्रहण के बाद मंदिर को साफ किया जाता है। पौधों पर गंगाजल छिड़क कर शुद्ध करें। इस दिन मंदिर में दान करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
ओडिशा के किस जिले में कितने बजे से कितने बजे तक लगा सूर्य ग्रहण
केंद्रपाड़ा: 4.56 से 5.13 (17 मिनट के लिए देखा गया)
जगतसिंहपुर: 4.56 से 5.14 (18 मिनट तक देखा गया)
भद्रक: 4.54 से 5.12 बजे तक (18 मिनट तक देखा गया)
मयूरभंज: 4.52 से 5.10 बजे तक (18 मिनट तक देखा गया)
जाजपुर: 4.55 से 5.13 बजे तक (18 मिनट तक देखा गया)
पुरी 4.57 से 5.16 बजे तक (19 मिनट तक देखा गया)
खुर्दा जिले में 4.57 से 5.17 बजे तक (20 मिनट देखा गया)
कटक जिले में 4.56 से 5.15 बजे तक (20 मिनट देखा गया)
ढेंकनाल में 4.55 से 5.16 बजे तक ( 21 मिनट तक देखा गया)
गंजाम जिले में 4.58 से 5.20 बजे तक (22 मिनट के लिए देखा गया)
नयागढ़ जिले में 4.56 से 5.18 बजे तक (23 मिनट के लिए देखा गया)
केन्दुझर जिले में 4.53 से 5.16 बजे तक (23 मिनट के लिए देखा गया)
कालाहांडी जिले में 4.56 से 5.19 बजे तक (23 मिनट के लिए देखा गया)
अनुगुल जिले में 4.54 से 5.18 बजे तक ( 24 मिनट के लिए देखा गया)
गजपति जिले में 4.59 से 5.23 बजे तक (25 मिनट के लिए देखा गया)
बौद्ध जिले में 4.54 से 5.21 बजे तक ( 27 मिनट के लिए देखा गया)
देवगढ़ जिले में 4.52 से 5.19 बजे तक (27 मिनट के लिए देखा गया)
कंधमाल जिले में 4.55 से 5.23 बजे तक (28 मिनट के लिए देखा गया)
संबलपुर जिले में 4.52 से 5.20 बजे तक (28 मिनट के लिए देखा गया)
रायगड़ा जिले में 4.57 से 5.26 बजे तक (29 मिनट के लिए देखा गया)
बरगड़ जिले में 4.52 से 5.22 बजे तक (30 मिनट के लिए देखा गया)
सोनपुर जिले में 4.54 से 5.24 बजे तक (30 मिनट के लिए देखा गया)
झारसुगुड़ा जिले में 4.51 से 5.21 बजे तक (30 मिनट के लिए देखा गया)
सुंदरगढ़ जिले में 4.50 से 5.21 बजे तक (31 मिनट के लिए देखा गया)
कोरापुट जिले में 4.58 से 5.29 बजे तक (31 मिनट के लिए देखा गया)
बलांगीर जिले में 4.53 से 5.25 बजे तक (31 मिनट के लिए देखा गया)
मालकानगिरी जिले में 4.59 से 5.33 बजे तक (34 मिनट के लिए देखा गया)
नवरंगपुर जिले में 4.57 से 5.31 बजे तक ( 34 मिनट के लिए देखा गया)
नुआपाड़ा जिले में 4.52 से 5.28 बजे तक (36 मिनट के लिए देखा गया)
आपके शहर में सूर्य ग्रहण कब से कब तक
दिल्ली शाम 4 बजकर 29 मिनट से शाम 5 बजकर 42 मिनट तक
अमृतसर शाम 4 बजकर 19 मिनट से 5 बजकर 48 मिनट तक
भोपाल शाम 4 बजकर 49 मिनट से 5 बजकर 46 मिनट तक
जयपुर शाम 4 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 49 मिनट तक
मुंबई शाम 4 बजकर 49 मिनट से 6 बजकर 09 मिनट तक
रायपुर शाम 4 बजकर 51 मिनट से 5 बजकर 31 मिनट तक
इंदौर शाम 4 बजकर 42 मिनट से 5 बजकर 53 मिनट तक
उदयपुर शाम 4 बजकर 35 मिनट से 6 बजकर 00 मिनट तक
लुधियाना शाम 4 बजकर 22 मिनट से 5 बजकर 44 मिनट तक
शिमला शाम 4 बजकर 23 मिनट से 5 बजकर 39 मिनट तक
लखनऊ शाम 4 बजकर 36 मिनट से 5 बजकर 29 मिनट तक
कोलकाता शाम 4 बजकर 52 मिनट से 5 बजकर 03 मिनट तक
चैन्नई शाम 5 बजकर 14 मिनट से 5 बजकर 44 मिनट तक
बेंगलुरू शाम 5 बजकर 12 मिनट से 5 बजकर 55 मिनट तक
पटना शाम 4 बजकर 42 मिनट से 5 बजकर 23 मिनट तक
गांधीनगर शाम 4 बजकर 37 मिनट से 6 बजकर 05 मिनट तक
देहरादून शाम 4 बजकर 26 मिनट से 5 बजकर 36 मिनट तक
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं न करें ये काम
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले का होता है। सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ नियमों का पालन करना होता है। गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में।
- गर्भवती महिलाओं को यह याद रखना चाहिए कि सूर्य ग्रहण के सूत काल में चाकू, कैंची, ब्लेड आदि नुकीली चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सिलाई और कढ़ाई नहीं करनी चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को घर में ही रहना चाहिए। जब तक अति आवश्यक कार्य न हो जाए तब तक घर से बाहर न निकलें। अगर आप सूतक के दौरान घर से बाहर जा रहे हैं तो उससे पहले पेट पर गेरू का लेप करें। इससे होने वाले बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता है।
- सूर्य ग्रहण के सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को सब्जियां नहीं काटनी चाहिए। साथ ही किसी ऐसे उपकरण का प्रयोग न करें जिससे बच्चे के शरीर में विकृति आ जाए।
सूर्य ग्रहण के समय न करें ये काम?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाना मना है। इस बीच, काटना और छीलना भी निषिद्ध माना जाता है। इस दौरान नाखून काटना और कंघी करना भी शुभ नहीं माना जाता है। ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। इसलिए ग्रहण काल में कोई भी नया या शुभ कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए। सूतक लगाने से पहले तुलसी के पत्ते और घर का बना खाना पीने के पानी में रखना चाहिए।
ग्रहण के दौरान यात्रा करने से बचें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के समय सोने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा ग्रहण काल में यात्रा शुरू नहीं करनी चाहिए।
खाने में क्यों डालें तुलसी?
तुलसी के पत्तों को खाने में शामिल करने का एक वैज्ञानिक कारण है। सूर्य ग्रहण के दौरान वातावरण में मौजूद किरणें नकारात्मक प्रभाव छोड़ती हैं। इस दौरान अगर आप खाना खुला छोड़ देते हैं या खाते हैं तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपके शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में खाने में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। बता दें कि तुलसी में पारा होता है। यह किसी भी तरह के विकिरण से प्रभावित नहीं होता है। ग्रहण काल में तुलसी नकारात्मक ऊर्जा का नाश करती है और भोजन को नकारात्मक प्रभाव से बचाती है।
नई दिल्ली। चंद्रयान-3 ने बुधवार को चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत (India) ने इतिहास रच दिया है। चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान उतारने वाला भारत पूरी दुनिया में पहला देश बन गया है। अब तक किसी भी देश ने ऐसा नहीं किया था।
भोपाल। केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने इंदौर जिले के जानापाव में भगवान श्री परशुरामजी जन्म-स्थली में दर्शन और पूजन-अर्चन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, इंदौर जिले के प्रभारी तथा प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, सांसद वी.डी. शर्मा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, धार सांसद छतर सिंह दरबार ने भी दर्शन और पूजन-अर्चन किया।
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आयुष्मान कार्ड हर भारतीय के लिये अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी है। इस कार्ड में गरीबों के नि:शुल्क 5 लाख रूपये तक के इलाज की गारंटी है। हिन्दुस्तान में आपका कहीं भी स्वास्थ्य खराब हो, अस्पताल में जाकर यह कार्ड दिखा देना आपको 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज मिल जायेगा। गरीब की सबसे बड़ी चिंता बीमारी होती है और यह कार्ड आपके इलाज की गारंटी है।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शहडोल जिले के ग्राम पकरिया पहुँचे। प्रधानमंत्री ने ग्राम पकरिया में जनजातीय मुखियाओं, पेसा समितियों के सदस्यों, स्व-सहायता समूहों की लखपति दीदियों और फुटबॉल खिलाड़ियों से संवाद किया।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 5 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने इनमें से तीन वंदे भारत ट्रेन को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन में यात्रा कर रहे बच्चों के साथ संवाद भी किया। बच्चों ने अपने प्रिय प्रधानमंत्री से खुलकर बातचीत की।
भोपाल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किसान अन्नदाता ही नहीं, भारत का भाग्य विधाता भी है। किसान के बेटों ने सीमाओं की रक्षा की है। भारत को ताकतवर बनाने के लिए किसानों को ताकतवर बनाना होगा। चाहे स्वतंत्रता की लड़ाई हो, वर्ष 1857 का संग्राम हो, चम्पारण का सत्याग्रह हो या गुजरात के बारडोली का आंदोलन, किसानों ने अंग्रेजों की चूल्हें हिला दी थीं। आज मध्यप्रदेश में इस किसान-कल्याण महाकुंभ में किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति हर्षित करने वाली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में विकास और किसान, गरीब, बेटियों आदि सभी के लिये करिश्माई कार्य कर रहे हैं। वे जनता के लिये तहे दिल से कार्य कर रहे हैं। जनता उन्हें कितना अधिक प्यार करती है, यह आज मैं देख रहा हूँ।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेकर बहनें मजबूत होंगी, वे अब मजबूर नहीं रहेंगी। योजना में प्रति माह 1000 रूपये की राशि देने के प्रावधान में संशोधन कर बहनों को क्रमश: बढ़ी हुई राशि का भुगतान किया जाएगा। आवश्यक वित्त व्यवस्था के फलस्वरूप योजना में 1000 रूपये के स्थान पर क्रमश: 1250 रुपए, इसके बाद 1500 रूपए, फिर 1750 रूपए, फिर 2 हजार रूपए और इसके बाद 2250 रुपए, 2500 रूपए और 2750 रूपए करते हुए राशि को 3 हजार रूपए तक बढ़ाया जाएगा।
इसी तरह योजना के लिए विवाहित पात्र बहन की आयु न्यूनतम 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित सम्मेलन केंद्र में 'विकसित भारत @ 2047: टीम इंडिया की भूमिका' पर नीति आयोग की शासी परिषद की 8वीं बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक की अध्यक्षता की। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, पदेन सदस्य के रूप में केंद्रीय मंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष और अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व के अनेक देशों में सम्मान मिला है। इससे भारतवासी गर्वित, आनंदित और सम्मानित महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी अभिनन्दन के पात्र हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री जी को पापुआ न्यू गिनी और फिजी ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। इन देशों के राष्ट्र प्रमुख कहते हैं कि भारत हमारी आवाज बन कर उभर रहा है।
भोपाल। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज डिंडोरी जिले के रजत जयंती समारोह और महिला सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने जिले की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर विकास की अनेक सौगातें देते हुए विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। समारोह में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में हितग्राहियों को आवासीय भूमि के अधिकार-पत्र और विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितलाभ वितरित किए