चटग्राम। भारत और बांग्लादेश के बीच वनडे सीरीज के तीसरे मैच में कप्तान रोहित शर्मा नहीं खेले। दूसरे मैच में लगी चोट की वजह से वह पूरे दौरे से बाहर हो गए हैं। इसके बाद सलामी जोड़ी भारत के लिए चिंता का विषय थी, क्योंकि धवन भी फॉर्म में नहीं थे। इस मैच में भी वह छोटे स्कोर पर आउट हो गए। हालांकि, रोहित की जगह टीम में शामिल किए गए ईशान किशन अलग इरादों के साथ क्रीज पर आए थे। उन्होंने पहले एक छोर संभालकर बल्लेबाजी की फिर बांग्लादेश के गेंदबाजों पर कहर बनकर टूट पड़े।
किशन ने इस मैच में 131 गेंदों में 210 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से 24 चौके और 10 छक्के निकले। किशन ने 160.31 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। वह भारत के लिए वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं। सबसे पहले यह कारनामा सचिन ने किया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200 रन बनाए थे। इसके बाद सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दोहरा शतक लगाया। रोहित ने तीन बार यह कारनामा किया और अब किशन यह कीर्तिमान हासिल करने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं।
ईशान किशन ने अपने 10वें वनडे मैच में ही यह शानदार पारी खेली है। उन्होंने सबसे कम गेंदों में दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी बनाया है। हालांकि, उनके लिए यहां तक का सफर आसान नहीं रहा है। यहां हम किशन के संघर्ष की कहानी बता रहे हैं।
18 जुलाई 1998 को बिहार की राजधानी पटना में जन्में ईशान के कोच उत्तम मजूमदार के अनुसार वे पहली बार 2005 में उनसे मिले थे। तब ईशान के साथ उनके बड़े भाई राजकिशन भी मौजूद थे।
उत्तम मजूमदार ने ईशान के पिता प्रणव कुमार पांडेय को कहा था कि हमेशा अपने लड़कों को खेल के लिए प्रोत्साहित कीजिएगा। वे ईशान के बड़े भाई का चयन करने के लिए गए थे। उसी समय उन्होंने ईशान की बल्लेबाजी देखी थी। तब वे इस बाएं हाथ के बल्लेबाज से काफी खुश हुए थे। उत्तम मजूमदार ने कहा था कि ईशान में स्पार्क था। उसके मैदान पर चलने और सोचने की क्षमता से मैं काफी प्रभावित हुआ था। राजकिशन को छोड़कर उन्होंने किशन को चुनने का फैसला किया था।
ईशान की जिद के आगे झुका परिवार
ईशान जब 12 साल के थे तब उनके परिवार ने पटना को छोड़कर रांची में बसने का फैसला किया था। उनके पिता के मुताबिक ईशान के कोच ने शहर छोड़ने की सलाह दी थी ताकि वे उच्च स्तर पर खेलने के लिए तैयार हो सके। मां इसके लिए तैयार नहीं थी, लेकिन ईशान की जिद के आगे परिवार ने अंत में रांची जाने का फैसला कर लिया।
खाना नहीं आता था बनाने इसलिए धोया बर्तन
ईशान का चयन रांची में जिला स्तर पर खेलने के लिए सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) की टीम में हुआ था। उन्हें रहने के लिए एक कमरे का क्वार्टर दिया गया था। किशन के साथ इसमें चार सीनियर खिलाड़ी और रहते थे। ईशान को उस समय खाना बनाना नहीं आता था। वे सिर्फ बर्तन साफ करने का काम करते थे। एक पड़ोसी ने उनके पिता को कहा था कि किशन कभी-कभी खाली पेट ही सो जाता है। दो साल तक किशन के साथ ऐसा ही चलता रहा। बाद में परिवार ने रांची में एक फ्लैट किराए पर ले लिया। उनके साथ मां सुचित्रा रहने लगीं।
15 साल की उम्र में रणजी टीम में हुआ था चयन
किशन का चयन जब झारखंड रणजी टीम के लिए हुआ था तब वे 15 साल के थे। इसके बाद अंडर-19 वर्ल्ड कप 2016 में वे टीम इंडिया के कप्तान थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम की ओर से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहला टी20 मैच खेला था। हालांकि, अब तक किशान वनडे क्रिकेट में नौ मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए थे, लेकिन अपने 10वें मैच में उन्होंने इतिहास रच दिया है और अब चयनकर्तओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अगर किशन अपनी लय बरकरार रखते हैं तो 2023 विश्व कप में भी भारत के लिए पारी की शुरुआत कर सकते हैं।
भोपाल। खेलो एमपी यूथ गेम्स 2023 के राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शानदार आगाज एक अक्टूबर को होने जा रहा है। रविवार को भोपाल के तात्या टोपे नगर स्टेडियम में शाम 7 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की उपस्थिति में खेल महाकुंभ का रंगारंग शुभांरभ किया जायेगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे।
भोपाल। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने एक बार पुनः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क़ाबिलियत प्रदर्शित की है। चीन में सितंबर वर्ष 2023 में शुरू होने वाले एशियन गेम्स और बाकू अज़रबैजान में अगस्त में होने वाली आईएसएसएफ़ वर्ल्ड चेंपियनशिप में मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की दो बेहतरीन शूटर्स ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर और आशी चौकसे ने भारतीय टीम में अपनी जगह बनायी है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम के सभी खिलाड़ियों को एशिया कप 2023 टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। टूर्नामेंट का कल समापन दिवस था। जापान के काकामीगहारा में 4 बार की चेम्पियन दक्षिण कोरिया को भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम ने 2-1 से शिकस्त देकर नया इतिहास रचा है।
भोपाल। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा भोपाल में आयोजित 66वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में आज फुटबॉल वॉलीबॉल टेबल टेनिस एवं जूडो के प्रथम चरण के मुकाबले संपन्न हुए।
भोपाल। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा भोपाल में आयोजित 66वें राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता द्वितीय चरण के मुकाबले प्रारंभ हुए आज प्रातः टीटी नगर स्टेडियम में वॉलीबॉल के मुकाबले प्रारंभ हुए।
भोपाल। भोपाल में आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप के आख़िरी दिन भारत की सिफ्ट कौर समरा ने अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक जीता। मेडिकल की छात्रा और मौजूदा राष्ट्रीय चेंपियन भारत की सिफ़्ट ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (3P) में शीर्ष-आठ रैंकिंग राउंड में 403.9 स्कोर कर कांस्य पदक हासिल किया। इस इवेंट में चीन की झांग क्यूनग्यू ने स्वर्ण पदक और चेक गणराज्य की अनीता ब्राबकोवा ने रजत पदक हासिल किया।
भोपाल। इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) वर्ल्ड कप के चौथे दिन 25 मीटर पिस्टल वुमन फाइनल में मनु भाकर ने भारत को कांस्य पदक दिलाया। इसमें जर्मनी की वी डोरेन ने स्वर्ण और चीन की डु जियन ने रजत पदक हासिल किया। इस क्वालिफाइ राउंड में कुल 29 खिलाड़ी शामिल हुए, जिसमें 5 भारतीय खिलाड़ी भी थे। वर्ल्ड कप में भारत के मेडल की संख्या 6 हो गई है, जिसमें 1 स्वर्ण,1 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल है।
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज खत्म होने के बाद अगले हफ्ते से क्रिकेट का नया रोमांच शुरु होने वाला है। शुक्रवार, 31 मार्च से आईपीएल 2023 की शुरुआत होने वाली है। इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें संस्करण में 70 लीग मैच होंगे और ये सभी मुकाबले 12 मैदानों पर खेले जाएंगे। इस टूर्नामेंट की शुरुआत गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मैच से होगी। पिछले सीजन में चेन्नई का परफॉर्मेन्स काफी खराब रहा था और वो 9वें स्थान पर रही थी। वहीं गुजरात टाइटन्स पिछले सीजन की चैंपियन टीम है।
भोपाल। भोपाल के बिशनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग एकेडमी ऑफ एक्सीलेंस में पहली बार हो रही आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप की शुरूआत में ही भारत ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा दी है।
भोपाल। फ्रांस के मेट्ज़ शहर में 22 से 26 मार्च तक होने वाली अंतर्राष्ट्रीय एबिलिम्पिक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये दिव्यांग प्रतिभागी रजनीश अग्रवाल आज जबलपुर से रवाना हुए। रजनीश एबिलिम्पिक में वेब पेज डिजाइनिंग एवं प्रोग्रामिंग प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगे। आयुक्त नि:शक्तजन कल्याण संदीप रजक, सामाजिक न्याय के अधिकारी, जन-प्रतिनिधि, परिजन और गणमान्य नागरिकों ने शुभकामनाएँ दी।