नई दिल्ली
डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले पहली बार 72 के पार चला गया। रुपये की वैल्यू में गिरावट और मजबूती का सीधा असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है। कमजोर रुपया आमतौर पर पेट्रोल-डीजल की महंगाई के अलावा कई अन्य मदों में हमारी जेब पर बुरा असर डालता है। हालांकि, कुछ लोगों को इसका फायदा भी मिलता है।
विदेशों से आने वाले सामान महंगे
आयातकों का कहना है कि वस्तुओं और सेवाओं की कीमत 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है। पेट्रोल और डीजल के अलावा कच्चा माल, मशीनरी, खाद्य पदार्थ, चॉकलेट सहित ऐसे सभी सामान महंगे हो रहे हैं जिनका विदेशों से आयात होता है और विनिमय डॉलर में होता है।
विदेशों में पढ़ाई
रुपये में गिरावट का असर उन मध्यवर्गीय परिवारों पर भी पड़ा है, जिनके बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं। सामान्य तौर पर अमेरिका की यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए साल भर का खर्च लगभग 30,000 डॉलर होता है। अभी लोगों को 3 से 4 लाख का अतिरिक्त खर्च + करना पड़ सकता है।
शराब की कीमत
रुपये में गिरावट से शराब के आयातकों पर ज्यादा असर नहीं हो रहा है। सीमा शुल्क प्रशासन के पास शराब का ब्रैंड प्राइस पूरे साल के लिए फिक्स कर दिया जाता है। हालांकि महाराष्ट्र जैसे राज्य जहां शराब की थोक बिक्री की कमान राज्य सरकार के पास नहीं है, शराब की कीमतों पर भी थोड़ा असर देखा जा सकता है।
दवाइयां भी महंगी
कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाइयां भी महंगी हो गई हैं। भारत को लगभग 80 फीसदी मेडिकल डिवाइस अमेरिका से आयात करनी पड़ती हैं। हालांकि स्टेंट की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण है, इसलिए मरीजों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन कंपनियों पर इसका बोझ पड़ना तय है।
महंगा तेल
रुपये में गिरावट की वजह से तेल कंपनियों को ज्यादा कीमत अदा करनी पड़ती है। इसकी वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ गई हैं जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपये में रेकॉर्ड गिरावट का असर CNG और PNG पर भी पड़ा है।
आ रहे हैं ज्यादा टूरिस्ट
सस्ता रुपया जहां विदेशी टूरिस्टों को भारत खींच रहा है, वहीं विदेश जाने वाले लोग यात्रा टाल रहे हैं। टूर ऑपरेटर्स की मानें तो गिरते रुपये के चलते यह साल घरेलू टूरिजम कारोबार के लिए बेहतर रह सकता है। एक्सचेंज बेनिफिट्स की वजह से पिछले कुछ महीनों में टूर ऑपरेटर्स और होटलोंकी बुकिंग में 10% का इजाफा हुआ है। हालांकि भारत से विदेश जाने वालों की तादाद इससे कहीं ज्यादा घट रही है। ऐसे में इंडस्ट्री को दूसरे सेगमेंट में चपत लग रही है।
एक्सपोटर्स की मौज
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से विदेशों में एक्सपोर्ट करने वालों को फायदा हो रहा है। एक्सपोर्टर नए रेट के अनुसार डील फाइनल कर रहे हैं।
ऑईटी इंडस्ट्री को फायदा
डॉलर के मजबूत होने से आईटी और ऑटोमोबाइल सेक्टर को फायदा होगा। इन्फोसिस, टीसीएस और विप्रो जैसी आईटी कंपनियां यूएस में बड़ा कारोबार करती हैं। सॉफ्टवेयर सर्विसेज एक्सपोर्ट से आईटी इंडस्ट्री को फायदा होगा। गाड़ियों का निर्यात करने वाली कंपनियों का रेवेन्यू भी बढ़ेगा।
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।