नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
चीफ इकोनॉमिस्ट्स आउटलुक सर्वे में इस बात का भी दावा किया गया है कि साउथ एशिया के कुछ देश जैसे भारत और बंग्लादेश को चीन के बाहर निर्माण और सप्लाई के विकेद्रीकरण से फायदा हो सकता है। डब्ल्यूईएफ ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर प्रमुख कंपनियां मंदी की आशंका के मद्देनजर अपने खर्चे में कटौती कर सकती है।
हालांकि दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने इस सर्वे में महंगाई और कंपनियों की बैलेंस शीट पर सकारात्मक रुख रखा है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के प्रमुख अर्थशस्त्रियाके के अनुसार दुनिया में जारी जियोपॉलिटिकल टेंशन से अर्थव्यवस्थाएं 2023 में भी प्रभावित होंगी। अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों में और वृद्धि देखने को मिल सकती है।
लगभग दो तिहाई प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने आशंका जताई है कि वर्ष 2023 में ग्लोबल मंदी जैसी स्थिति रह सकती है। इनमें से 18% ने मंदी के बारे में कहा है कि इसका असर सितंबर 2022 में लगाए गए अनुमानों की तुलना में दोगुना रह सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'दो-तिहाई मुख्य अर्थशास्त्रियों ने 2023 में विश्वव्यापी मंदी की आशंका जताई है, ऐसे में वैश्विक अर्थव्यवस्था अनिश्चित स्थिति में है। डब्ल्यूईएफ की प्रबंध निदेशक सादिया जाहिदी ने कहा, 'मौजूदा उच्च मुद्रास्फीति, कम वृद्धि, उच्च ऋण और उच्च विखंडन वातावरण विकास के घटने का कारण है।
दुनिया के सबसे कमजोर लोगों के लिए जीवन स्तर बढ़ाने के लिए आवश्यक निवेश में इससे कमी आई है। वर्ल्ड लीडर्स को आज के संकटों से परे खाद्य और ऊर्जा नवाचार, शिक्षा व कौशल विकास और रोजगार पैदा करने वाले उच्च-क्षमता वाले बाजारों में निवेश करना चाहिए। यह निराश होने का समय नहीं है।
मोटे तौर पर मुख्य अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि वैश्विक परिदृश्य व्यवसायों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा, 100 प्रतिशत उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि वैश्विक भू-राजनीतिक रुझान नए भू-राजनीतिक दरारों और दोष रेखाओं के साथ वैश्विक आर्थिक गतिविधि के नक्शे को फिर से तैयार करना जारी रखेंगे। एक सकारात्मक संकेत यह है कि आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान से 2023 में व्यावसायिक गतिविधियों पर अत्यधिक दबाव की उम्मीद नहीं है।
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।