मुंबई: एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हार की आशंका से शेयर बाजार को जो सदमा लगा है वो आंकड़ों में साफ दिखाई दे रहा है. सेंसेक्स में करीब 600 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की हई है और 1500 कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए हैं. शेयर बाज़ार आज गिरावट के साथ खुला. स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 468.59 अंकों की जबर्दस्त गिरावट के साथ 35204.66 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 185 अंकों की कमजोरी के साथ 10,508.70 पर खुला.
बीते सप्ताह भी शेयर बाजारों में गिरावट रही थी, जिसका मुख्य कारण वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट के साथ पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों को लेकर निवेशकों के मन में जारी आशंका थी. वहीं, पिछले हफ्ते आई तेजी के बाद मुनाफा वसूली के लिए भारी पैमानों पर शेयरों की बिक्री की गई, जिससे घरेलू बाजार में गिरावट रही. साप्ताहिक आधार पर, सेंसेक्स 521.05 अंकों या 1.44 फीसदी की गिरावट के साथ 35,673.25 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 183.05 अंकों या 1.68 फीसदी की गिरावट के साथ 10,693.70 पर बंद हुआ.
बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 321.86 अंकों या 2.14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 14,717.49 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक 322.51 अंकों या 2.24 फीसदी की गिरावट के साथ 14,104.65 पर बंद हुआ.
पिछले हफ्ते का हाल
सोमवार को शेयर बाजारों की मजबूत शुरुआत हुई और सेंसेक्स 46.70 अंकों या 0.13 फीसदी की तेजी के साथ 36,241 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 7 अंकों या 0.06 फीसदी की तेजी के साथ 10,883.75 पर बंद हुआ.
मंगलवार को शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 106.69 अंकों या 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ 36,134.31 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 14.25 अंकों या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 10,869.50 पर बंद हुआ.
बुधवार को शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव का दौर रहा और सेंसेक्स 249.90 अंकों या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 35,884.41 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 86.60 अंकों या 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 10,782.90 पर बंद हुआ.
गुरुवार को शेयर बाजारों में तेज गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 572.28 अंकों या 1.59 फीसदी की गिरावट के साथ 35,312.13 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 181.75 अंकों या 1.69 फीसदी की गिरावट के साथ 10,601.15 पर बंद हुआ.
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 361.12 अंकों या 1.02 फीसदी की तेजी के साथ 35,673.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 92.55 अंकों या 0.87 फीसदी की तेजी के साथ 10,693.70 पर बंद हुआ.
बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - हिंदुस्तान यूनीलीवर (3.95 फीसदी), विप्रो (2.88 फीसदी), इंफोसिस (2.18 फीसदी), अडानी पोट्स (2.15 फीसदी) और बजाज-ऑटो (1.57 फीसदी).
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - सन फार्मा (16.45 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (8.80 फीसदी), टाटा मोटर्स (5.52 फीसदी), टाटा मोटर्स डीवीआर (5.11 फीसदी) और मारुति (4.57 फीसदी).
राजनीतिक मोर्चे पर, पांच राज्यों में हुए विधानसभा के नतीजों का असर अगले साल आम चुनावों पर भी देखने को मिलेगा. राजस्थान और तेलंगाना में 7 दिसंबर को मतदान हुए. मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान हुए थे, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 ओर 20 नवंबर को मतदान हुए थे. सभी पांचों राज्यों के वोटों की गिनती मंगलवार (11 दिसंबर) को होगी.
आर्थिक मोर्चे पर, देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर में जुलाई-सितंबर की अवधि में गिरावट दर्ज की गई है, जोकि 7.1 फीसदी रही, जबकि इसकी पिछली तिमाही में यह 8.2 फीसदी थी. इस गिरावट का मुख्य कारण डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में आई गिरावट और ग्रामीण मांग में कमी आना है. इसके साथ ही विनिर्माण और खनन गतिविधियों में गिरावट का भी जीडीपी आंकड़ों पर असर पड़ा है.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, हालांकि साल-दर-साल आधार जीडीपी दर में तेजी रही. वित्तवर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 6.3 फीसदी रही थी.
सीएसओ द्वारा जारी चालू वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही के अनुमान में कहा गया, "आधार वर्ष 2011-12 के हिसाब से वित्तवर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में जीडीपी कुल 33.98 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में यह 31.72 लाख करोड़ रुपये थी."
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में बुधवार को वाणिज्यिक बैंकों के लिए प्रमुख ब्याज दर को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है. आरबीआई ने लगातार दूसरी मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा है. इसके अलावा आरबीआई ने अक्टूबर में मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक में निर्धारित अपने 'सख्त' मौद्रिक रुख में इस बार कोई बदलाव नहीं किया है और प्रमुख ब्याज दर को 6.5 फीसदी पर यथावत रखा है.
इसी प्रकार केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को भी 6.25 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर (एमएसएफ) और बैंक दर को 6.75 फीसदी पर बरकरार रखा है.
विदेशी मोर्चे पर, अमेरिका के व्यापार घाटे में लगातार पांचवें महीने गिरावट दर्ज की गई है और यह 10 महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गया है. अक्टूबर में व्यापार घाटा 1.7 फीसदी बढ़कर 55.5 अरब डॉलर रहा, जिसका मुख्य कारण आयात में अबतक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी होनी है.
आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिका में अक्टूबर में सितंबर की तुलना में अतिरिक्त दो अरब रुपये कीमत के उपभोक्ता सामान का आयात किया गया. वहीं, अमेरिका के सामानों और सेवाओं के निर्यात में माह-दर-माह आधार पर 30 करोड़ डॉलर या 0.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और अक्टूबर में यह 211 अरब डॉलर रहा.
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।