रिलायंस जियो इन्फोकॉम अगले 12 से 18 महीने तक भारी छूट वाली कॉमप्लिमेंट सर्विस ऑफर करने की अग्रेसिव प्राइसिंग स्ट्रैटिजी पर कायम रह सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि देश के 15% वायरलेस सब्सक्राइबर बेस हासिल करने की कंपनी की ये कवायद प्रतिस्पर्धियों को नुकसान पहुंचाती रह सकती है। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि इस रणनीति से मौजूदा कंपनियों- भारती एयरटेल, आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया की प्रति ग्राहक औसत आमदनी (ARPU) पर दबाव बनेगा। जियो के मौजूदा ऑफर्स के चलते प्रतिस्पर्धी कंपनियों का ARPU लगभग 300 रुपये तक सीमित हो सकता है।
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी को टोटल वायरलेस सब-सेगमेंट में 6% सब्सक्राइबर मार्केट शेयर हासिल हुआ है। कंपनी इसको बढ़ाकर कम से कम 15% तक ले जाना चाहती है। जियो ने मार्च में 2020-2021 तक इंडस्ट्री का लगभग आधा रेवेन्यू मार्केट शेयर हासिल करने का टारगेट तय किया था। दिसंबर तिमाही के अंत में भारती एयरटेल के पास अभी 33.1 % जबकि वोडाफोन के पास 23.5 % और आइडिया के पास 18.7 % रेवेन्यू मार्केट शेयर था।
ऐनालिस्टों का कहना है कि जियो के ग्राहक बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है। इसको देखते हुए कंपनी को अपनी अग्रेसिव प्राइसिंग बरकरार रखना होगा। कंपनी रोज 6 लाख सब्सक्राइबर्स बनाकर अपने पहले 170 दिन में 21 फरवरी को 10 करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गई थी। 31 मार्च 2017 को कंपनी के ग्राहकों की संख्या 10.9 करोड़ पर पहुंच गई। यानी अगले 40 दिनों में रोजाना 2.25 लाख के इजाफे के साथ कुल 90 लाख ग्राहक जुड़े।
नोमुरा ने कहा कि जियो के नए ग्राहकों के जुड़ने में आ रही सुस्ती की वजह यह है कि कंपनी 31 मार्च को भारत में इस्तेमाल हो रहे लगभग 13.4 करोड़ 4G स्मार्टफोनों में से ज्यादातर पर पहले ही पहुंच चुकी है। विश्लेषकों ने यह भी कहा, 'ग्राहकों को जोड़ने की रफ्तार नए 4G फोनों के जुड़ने (हर महीने 70-80 लाख) के हिसाब से सीमित हो सकती है। बहुत से वेंडर्स के 4G हैंडसेट्स लॉन्चिंग पर फोकस करने से 4G सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी। नॉन 4G हैंडसेट यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए रिलायंस जियो निकट भविष्य में अपने जियोफाई को जोरदार तरीके से बढ़ावा देगी।'
ब्रोकरेज फर्म एमके का कहना है कि अच्छी-खासी कमाई कराने वाले कस्टमर्स बेस हासिल करने का जियो का लक्ष्य मीडियम टर्म में इंडस्ट्री में बेहद प्रतिस्पर्दी माहौल बनाए रख सकता है। उसने कहा कि जियो के नफे-नुकसान का आंकड़ा 1 जुलाई से शुरू होने वाली तिमाही से रिलायंस के शेयरों की कीमत पर असर डालना शुरू कर देगा। ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन के मुताबिक जियो का यूजर बेस दमदार है और इनमें से ज्यादातर ने लगभग 300 रुपये का ऊंचा रिचार्ज ऑप्शन चुना है। लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि इनमें से कितने लोग अगस्त के बाद इसी रेट पर पेमेंट करते रह पाएंगे।
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।