18 अप्रैल को अक्षय तृतीया है. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. लेकिन, क्या सोने में पैसा लगाने का यह सही वक्त है. पिछले कुछ सालों में सोने में किए गए निवेश पर नजर डालें तो जाहिर तौर पर इसे खरीदने के ही संकेत मिलते हैं. 10 साल पहले अक्षय तृतीया के दिन खरीदा गया सोना अब तक दोहरे अंकों में रिटर्न दे चुका है. हालांकि, पिछले तीन वर्षों में सोने पर रिटर्न में थोड़ी गिरावट आई है और लोग भी इसे निवेश के लिए अच्छा विकल्प नहीं मान रहे हैं.
क्या खरीदना चाहिए सोना?
ताजा वैश्विक, आर्थिक हालात कुछ और इशारा कर रहे हैं. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर और सीरिया पर रसायनिक हमलों के बाद अमेरिकी सहयोगी देशों की प्रतिक्रिया से जो परिस्थितियां पैदा हुई हैं, उसे देखकर लगता है कि सोना खरीदने अच्छा विकल्प है. मार्केट एक्सपर्ट्स भी इस अक्षय तृतीया सोने की बिक्री में वृद्धि का अनुमान जता रहे हैं. अगर इस साल 18 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की प्लानिंग है तो ये खबर आपके काम की हो सकती है.
900 रुपए महंगा होगा सोना
सोना बाजार में अक्षय तृतीया से पहले ही तेजी दिखाई दे रही है. दिल्ली में सोना 625 रुपए महंगा होकर 32100 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है. डिमांड बढ़ने से अक्षय तृतीया तक सोना 900 रुपए और बढ़ सकता है. जानकार तो यहां तक कह रहे हैं कि सोना 33000 रुपए के भाव तक पहुंच सकता है. डिमांड बढ़ने से पिछले हफ्ते सोने का भाव सिर्फ 5 दिन में 625 रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़कर 32100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. ऐसे में अगर आप भी सोना खरीदने चाहते हैं तो आज और कल का समय बहुत अच्छा है. इससे आपको अभी की कीमत पर सोना मिल सकता है.
10 फीसदी तक बढ़ेगी बिक्री
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के वाइस प्रेजिडेंट सौरभ गाडगिल के मुताबिक, इस साल शादियों के मकसद से खरीदे जाने वाले आभूषणों के साथ-साथ सोने-चांदी के सिक्के और कम रकम के आइटम खूब पसंद किए जाएंगे. ऐसे में पिछले साल की तुलना में अक्षय तृतीया पर बिक्री 5-10 फीसदी अधिक रह सकती है.
महंगा मिलेगा सोना
ज्वैलरी मार्केट के जानकारों का कहना है कि इस साल अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना है तो खरीददारों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी. इस साल अक्षय तृतीया पर सोना मौजूदा भाव से 800 से 900 रुपए तक महंगा हो सकता है. अगर अक्षय तृतीया तक इंतजार किया तो प्रति 10 ग्राम 900 रुपए तक ज्यादा कीमत देनी पड़ सकती है.
सुरक्षित है सोने में निवेश
सीनियर एनालिस्ट अरुण केजरीवाल के मुताबिक, इस वक्त दुनियाभर में तनाव का माहौल है. अमेरिका ने सीरिया पर हमला किया है, जिसके विरोध में रूस है. वहीं, अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच भी टेंशन है. चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर चल रहा है. ऐसी स्थिति में सबसे सुरक्षित निवेश सोने में ही है. इस वजह से आगे भी सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है. वहीं, अक्षय तृतीया पर डिमांड ज्यादा होती है. दुनियाभर के बाजार भी इस वक्त नीचे कारोबार कर रहे हैं. इन सब सेंटिमेंट्स का फायदा सोने की कीमतों को मिलेगा. इसलिए निवेश के लिहाज से यह सही वक्त है.
आगे और बढ़ेंगी कीमतें
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अक्षय तृतीय के अलावा शादियों के सीजन की वजह से भी सोने की खरीदारी और डिमांड ज्यादा रहेगी. अगर लोगों को सोना लेना है तो अक्षय तृतीय से पहले दो दिन अच्छे हैं. जो लोग अक्षय तृतीया का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें अतिरिक्त कीमत चुकानी पड़ेगी. सोने के बाजार में सेंटीमेंट्स पॉजिटिव हैं. ऐसे में सोने का भाव अगले कुछ दिनों में और बढ़ने की संभावना है.
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।