गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले जीएसटी में आम लोगों व कारोबारियों को कई राहतें देने के बाद सरकार अब वस्तु एवं सेवा कर कानून के कड़े प्रावधानों को लागू करने की तैयारी कर रही है। इसी दिशा में कदम उठाते हुए केंद्र ने शनिवार को जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक बुलाई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होने वाली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा कि जीएसटी के ई-वे बिल संबंधी प्रावधान को कब से लागू किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक काउंसिल की बैठक में इलेक्ट्रॉनिक वे बिल (ई-वे बिल) का क्रियान्वयन तय तिथि से पहले ही करने का निर्णय किया जा सकता है। काउंसिल ने अक्टूबर में हुई बैठक में विवादास्पद ई-वे बिल प्रावधान को एक अप्रैल, 2018 से लागू करने का फैसला लिया था। ई-वे बिल के नियमों के तहत माल की ढुलाई करने वाले व्यक्ति को जीएसटीएन पोर्टल से यह बिल हर हाल में लेना होगा।
हाल के महीनों में जीएसटी संग्रह अपेक्षा से कम रहने की वजह से राज्यों ने इसे समय से पहले ही लागू करने की मांग की है। राज्यों का कहना है कि ई-वे बिल के नियम को एक जनवरी, 2018 से ही लागू किया जाए ताकि जीएसटी संग्रह में किसी भी तरह की लीक की गुंजाइश को खत्म किया जा सके। इस बिल पर उद्योग जगत को कई तरह की आपत्तियां हैं।
उसका कहना है कि इससे जीएसटी का अनुपालन और कठिन होगा। काउंसिल की गुवाहाटी में हुई बैठक में 200 से अधिक वस्तुओं पर जीएसटी की दर घटाकर और मासिक रिटर्न फाइलिंग से छूट देकर आम लोगों और कारोबारियों को बड़ी राहत दी गई थी। हालांकि इसका खजाने पर प्रतिकूल असर पड़ा। अक्टूबर में जीएसटी संग्रह घटकर 83,000 करोड़ रुपये हो गया। अब अनुमान है कि नवंबर में भी इसमें कमी आएगी।
सूत्रों ने कहा कि ऐसी सूचना मिल रही है कि तमाम डीलर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं। इसे रोकने के लिए ई-वे बिल जैसे सख्त प्रावधान की जरूरत है। कर्नाटक सहित पांच राज्य ई-वे बिल की व्यवस्था को लागू करने के लिए तैयार हैं। इन राज्यों के लिए बिल का आइटी सिस्टम एनआइसी ने तैयार किया है। वैसे भी चालू वित्त वर्ष में राजस्व के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार के पास अब मात्र तीन ही महीने बचे हैं। ऐसे में जीएसटी संग्रह में किसी भी तरह का रिसाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जीएसटी काउंसिल ई-वे बिल के अलावा रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म व इनवॉयस मैचिंग जैसे प्रावधानों के क्रियान्वयन को भी टाल चुकी है। काउंसिल ने जीएसटी कानून की समीक्षा करने के लिए जिस समिति की मदद के लिए परामर्श समूह का गठन किया था, उसने भी अपने सिफारिशों में ई-वे बिल पर अमल 2019 तक टालने की सिफारिश की है।
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।