नई दिल्लीः देश में सत्ता और सियासत का केंद्र बने माल एंव वस्तु कर यानि जीएसटी में बड़े बदलावों के संकेत मिल रहे है. आपको बता दें कि गुरुवार से जीएसटी परिषद की दो दिवसीय बैठक गुवाहाटी में शुरू हुई जिसका उद्देश्य जीएसटी लागू होने के तीन माह बाद नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की समीक्षा करना है. आज (शुक्रवार को) बैठक समाप्त होने के बाद इसके बारे में औपचारिक जानकारी दी जाएगी. दरअसल केंद्र सरकार GST से राजनीति दंगल जीतने की तैयारी में है. ऐसा माना जा रहा है कि जीएसटी की दरों में बदलाव करके सरकार कारोबारी और ग्राहक दोनों को राहत देने के लिए रोजमर्रा इस्तेमाल के कई प्रोडक्ट सस्ते कर सकती है.
ऐसा माना जा रहा है कि GST काउंसिल की बैठक में लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली. बताया जा रहा है कि रोजमर्रा की वस्तुओं पर GST की दरें घट सकती है. ऐसी खबर है कि 28% वाले स्लैब से कई चीज़ें हटाई जा सकती हैं. जी बिजनेस की खबर के मुताबिक कुल 227 प्रोडक्ट में से 165 पर GST घटेगा यानि सिर्फ 62 प्रोडक्टस ही 28% स्लैब में रह जाएंगे. जानकारों की मानें तो प्रोडक्ट सस्ते करके लोगों को राहत देने की सरकार की कोशिश का असर गुजरात चुनाव में फैसलों का दिख सकता है. इसके अलावा इसके प्रभाव जनवरी 2019 तक 7 राज्यों में होने हैं चुनाव पर भी पड़ने वाला है. आपको बताते हैं कि इस बार जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद क्या-क्या चीजें सस्ती हो सकती है.
बढ़ सकता है कि कंपोजीशन स्कीम का दायरा
जीएसटी परिषद की बैठक में कंपोजीशन स्कीम का दायरा बढ़ सकता है. कंपोजीशन स्कीम में GST रेट को भी एक रेट करने का प्रस्ताव है. कंपोजिशन स्कीम का दायरा बढ़ने से खासतौर पर छोटे कारोबारियों को राहत मिलेगी आपको बता दें कि GST के बाद छोटे कारोबारियों में नाराजगी थी. सामान्य तौर पर छोटे कारोबारी BJP के परंपरागत वोटर माने जाते है कि इसलिए इस फैसले से पार्टी के खिलाफ छोटे व्यापारियों की नाराजगी को दूर करने की कोशिश कहा जा सकता है.
रेस्टोरेंट में खाना और कई प्रॉडक्ट होंगें सस्ते
खबर है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में रोजमर्रा इस्तेमाल के कई प्रोडक्ट सस्ते हो सकते हैं, सरकार प्रोडक्ट सस्ते करके लोगों को राहत देने की कोशिश में लगी है इसी फेहरिस्त में AC, नॉन AC रेस्त्रां बीच टैक्स का अंतर खत्म किए जाने की बात समाने आ रही है जिससे कि रेस्टोरेंट में खाना सस्ता हो सकता है. आपको बता दें कि फिलहाल AC रेस्टोरेंट के लिए GST 18% है. जबकि नॉन AC रेस्टोरेंट के लिए मौजूदा GST की दरें 12% है.
GST सरकार की आय पर असर
GST दरें घटने का पूरा असर अभी कहना मुश्किल है लेकिन GST दरें घटने से राजस्व में कमी आने का अनुमान है क्योंकि टैक्स बेस बढ़ने से राजस्व में कमी अनुमान से कम होना स्वाभाविक है. आपको बता दें कि सरकार को शुरुआती 3 महीने में 2.78 लाख करोड़ का राजस्व मिला था.
जानकारी के मुताबिक कुल 47 लाख कारोबारियों ने GSTR-1 दाखिल किया. इसके अलावा कुल 21 लाख कारोबारियों ने GSTR-2 दाखिल किया
क्या-क्या हो सकता है सस्ता
च्युइंगम
चॉकलेट
टाइल्स
शैंपू
साबुन, डिटरजेंट
लेदर प्रोडक्ट
पॉलिश
स्टील सेनेट्रीवियर
प्लाईवुड
रेज़र
टूथपेस्ट
हेयर ऑयल
सीलिंग फैन
सस्ते घरों बनाने से जुड़े प्रोडक्ट
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।