भोपाल। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश में बाल यौन शोषण, शारीरिक शोषण आदि पर समय-समय पर जिला, विकासखंड तथा ग्राम स्तर पर बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। विभिन्न स्तर पर केम्पेन आयोजित कर पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी से भी अवगत कराया जा रहा है। विभाग द्वारा प्रति वर्ष बाल सुरक्षा सप्ताह में सरकारी स्कूलों तथा आँगनवाड़ियों में शिक्षकों और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी के साथ ही 'गुड टच-बेड टच' के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है।
प्रदेश में 11 जिलों में बाल-मित्र कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। इसमें ग्राम स्तर पर पॉक्सो एक्ट के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। पॉक्सो अधिनियम-2012 के अंतर्गत सपोर्ट पर्सन के रिसोर्स पर्सन की मेपिंग की गई है। प्रदेश में ग्राम एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समितियों का गठन किया गया है। विकासखंड स्तर पर 309 बाल संरक्षण समितियाँ, ग्राम पंचायत स्तर पर 23,169 तथा नगरीय निकाय में लगभग 6,145 बाल संरक्षण समितियों का गठन किया गया है। इन समितियों के माध्यम से पॉक्सो संबंधी जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, लोक स्वास्थ्य कल्याण विभाग द्वारा बाल संरक्षण इकाईयों में संरक्षित किये गये बच्चों तथा यौन उत्पीड़न के शिकार बच्चों की प्रभावी काउन्सलिंग पर आधारित वर्चुअल उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहयोग से प्रदेश के 11 जिले- रतलाम, जबलपुर, इंदौर, नर्मदापुरम, शहडोल, मुरैना, विदिशा, कटनी, निवाड़ी, सतना एवं शिवपुरी में बाल-मित्र ग्राम कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
बाल-मित्र ग्राम कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाल श्रम, बाल विवाह, बाल शोषण और दुर्व्यवहार पर संपूर्ण रोक और सभी बच्चों का स्कूल में नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित कराना है। कार्यक्रम में 110 गाँव में सभी स्कूल शिक्षकों को पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों पर आधारित ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इसमें नवम्बर 2021 से जून 2023 तक 136 स्कूलों के 4,150 बच्चों को पॉक्सो एक्ट संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। इसके अतिरिक्त 7 गाँव के 410 बच्चों को सायबर सिक्योरिटी पर भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत जिला स्तर पर 133 प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये गये, जिसमें लगभग 9,697 प्रतिभागी, विकासखंड स्तर पर 14,302, वार्ड स्तर पर 20,388 तथा ग्राम स्तर पर 48,503 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।