भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में लाड़ली बहनों के प्रदेश स्तरीय विशाल सम्मेलन में कहा कि सप्त क्रांति के माध्यम से प्रदेश में महिलाओं एवं बेटियों के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने, जीवन की सुरक्षा, सशक्त बनाने, कल्याण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य में मदद देने और आजीविका के साधन तथा अवसर उपलब्ध कराने के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। महिलाओं एवं बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की पहल की जा रही है। यह एक सामाजिक क्रांति है।
मध्यप्रदेश में बहनों के उत्थान के लिए सप्त क्रांति
1. लाड़ली लक्ष्मी योजना
2. पंचायत एवं स्थानीय निकायों में 50% आरक्षण
3. शिक्षकों की भर्ती में 50% तथा पुलिस की भर्ती में 30% आरक्षण
4. मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना
5. बहनों के नाम सम्पत्ति की रजिस्ट्री पर 1% स्टाम्प शुल्क
6. मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना
7. आजीविका मिशन के माध्यम से हर बहन की आमदनी 10 हजार महीना करने का लक्ष्य। महिला स्व-सहायता समूह को विभिन्न गतिविधियों के लिए बैंकों से 2% ब्याज पर ऋण।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में दस तारीख का दिन अब ऐतिहासिक हो गया है। यह दिन बहनों के सम्मान, शान, स्वाभिमान, स्वावलंबन तथा सामाजिक क्रांति का दिन बन गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में मिल रही राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर तीन हजार रूपये प्रतिमाह तक किया जाएगा। साथ ही महिलाओं को आजीविका मिशन में अवसर उपलब्ध करा कर उनकी आमदनी हर माह 10 हजार रूपये तक की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में अब वैवाहिक पात्र महिलाओं की न्यूनतम आयु 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की गई है। साथ ही ट्रेक्टर वाले परिवारों की महिलाओं को भी योजना में शामिल किया गया है। इन पात्र महिलाओं से आवेदन-पत्र जमा करने का सिलसिला 25 जुलाई से प्रारंभ किया जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की 1.25 करोड़ से अधिक बहनों के खाते में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की दूसरी किस्त की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। उन्होंने वर्चुअली प्रदेश के सभी जिलों में मौजूद लाड़ली बहनों को संबोधित किया और प्रदेश में वार्ड तथा ग्राम पंचायतों में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्यों को शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सप्त क्रांति में लाड़ली लक्ष्मी योजना क्रियान्वित करने, स्थानीय निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने, पुलिस एवं शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिये क्रमश: 30 और 50 प्रतिशत आरक्षण देने, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में जरूरतमंद बेटियों की नि:शुल्क शादी कराने और उन्हें उपहार देने, सम्पत्तियों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम होने पर मात्र एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क देने, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में एक हजार रूपये प्रतिमाह देने और आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूहों को विभिन्न गतिविधियों के लिए बैंकों से 2% की ब्याज दर पर ऋण दिलवाने के कार्य प्रभावी रूप से किये जा रहे हैं। आगामी 5 वर्षों में महिलाओं की मासिक आमदनी को बढ़ाकर 10 हजार रूपये तक करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना सेना के सदस्यों के कर्तव्यों और दायित्वों की जानकारी देते हुए कहा कि यह सेना संगठित प्रयास कर विभागीय अधिकारियों के सहयोग से जरूरतमंद बहनों को शासन की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने का कार्य करेंगी। इनकी हर माह बैठक होगी। यह सेना एक नई सामाजिक क्रांति की संवाहक बनेंगी, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य करेंगी और सामाजिक सुधार के अभियानों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहनों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि जब तक मेरी साँस रहेगी, मैं जीवन भर बहनों की सेवा करते रहूँगा। प्रयास यह है कि किसी भी महिला के साथ अन्याय नहीं हो, वे सशक्त तथा मजबूत बनें, उन्हें किसी भी बेबसी का सामना नहीं करना पड़े, वे खुशहाल जीवन जिये। उन्हें छोटी-छोटी जरूरतों के लिये किसी ओर के सामने देखना नहीं पड़े और वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें। उनके पास अगर पैसा रहेगा, तो परिवार और समाज में उनका मान-स्वाभिमान बढ़ेगा। लाड़ली बहना योजना महिलाओं के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने की योजना है। लाड़ली बहना योजना में एक हजार रूपये की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर 1250 रूपये, 1500 रूपये, 1750 रूपये, 2000 रूपये, 2250 रूपये, 2500 रूपये, 2750 रूपये और फिर 3000 रूपये प्रतिमाह तक किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश में बेटियाँ अब बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। योजना में 45 लाख से अधिक बेटियाँ लाभान्वित हो रही हैं। उन्हें इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई की भी फीस भरने की जरूरत नहीं रहेगी, फीस मामा भरवाएगा। बेटियों के साथ ही अब प्रदेश के प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्कूटी, लेपटॉप, साइकल आदि देने का काम तेजी से किया जा रहा है। आगामी 26 जुलाई को मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, राज्य सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया, विधायक रमेश मैंदोला, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय तथा महेन्द्र हार्डिया, गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, जीतू जिराती तथा मनोज पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उत्साह का अद्भुत वातावरण
सम्मेलन में उत्साह का अद्भुत वातावरण था। लाड़ली बहनों के अनुभव पर आधारित किस्सागोई, रागिनी मक्खर के दल द्वारा देवी आराधना, शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित नृत्य नाटिका, महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारित शस्त्र-अस्त्र कला प्रदर्शन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गन्नू महाराज तथा द्वारका मंत्री की भजनों की प्रस्तुतियाँ हुई। भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियों पर लाड़ली बहनों ने जयकारों से माहौल को उत्सवी बना दिया।
लाड़ली बहनों का अभिनंदन
सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्प वर्षा कर लाड़ली बहनों का स्वागत-अभिनंदन किया। अपने स्वागत-सम्मान के प्रत्युत्तर में लाड़ली बहनों ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों और लाड़ली बहनों के पांव पखार कर उनका सम्मान किया। अनेक सौगात मिलने पर आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितलाभ वितरित किये।
लाड़ली बहना सेना के सदस्यों को दिलायी शपथ
मुख्यमंत्री चौहान ने वर्चुअली पूरे प्रदेश में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्याओं को शपथ दिलाई कि "वे अपने क्षेत्र की बहनों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देने और जागरूकता बढ़ाने का कार्य करेंगी। अपने क्षेत्र की बहनों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले, इसके लिए हरसंभव सहयोग करेंगी, लाड़ली बहनों की अपने परिवार के सदस्य की तरह चिंता करेंगी और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में पूरी मदद करेंगी। नशामुक्ति, पेड़ लगाने, बिजली बचाने साफ-सफाई, बेटी-बचाने, बेटी-पढ़ाने और पानी बचाने जैसे सामाजिक सुधार के अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। सम्मेलन में लाड़ली बहनों ने अपने भैय्या शिवराज सिंह चौहान को 101 फीट लंबी राखी भेंट की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।