भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा, व्यक्ति को समाज, देश और प्रदेश के विकास तथा जन-कल्याण का अवसर प्रदान करती है। यहाँ हमें अपने विज़न से विकास और सेवा का अवसर मिलता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे पारदर्शी, तकनीकी समझ से परिपूर्ण, सृजनशील दृष्टिकोण से युक्त, कल्पनाशील और नवाचारी हों। यह भी आवश्यक है कि वे सक्रिय, विनम्र, व्यावसायिक रूप से दक्ष, प्रगतिशील, सक्षम और ऊर्जावान रहें। इन सब के साथ यह भी आवश्यक है कि अधिकारी संवेदनशील हों।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को विलक्षण कार्य तथा समर्पित भाव से जन-सेवा के लिए प्रेरित करते हुए कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियाँ "मरणोपरान्त जीने की है यदि चाह तुझे, तो सुन, बतलाता हूँ मैं सीधी सी राह तुझे। लिख ऐसी कोई चीज की दुनिया डोल उठे, या कर कुछ ऐसा काम, जमाना बोल उठे" पढ़ीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रशासन अकादमी में आई.ए.एस. सर्विस मीट 2023 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मीट 22 जनवरी तक होगी।
आप मेरी टीम नहीं, परिवार के सदस्य हैं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आई.ए.एस. ऑफिसर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित सर्विस मीट को संबोधित करते हुए कहा कि आप मेरी टीम नहीं, परिवार के सदस्य हैं। हम सब एक मिशन और लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं। हमने कोविड के कठिन काल में जिन चुनौतियों और कठिनाइयों में कार्य किया, वह अकल्पनीय है। कई अधिकारियों ने कोविड प्रभावित होने के बाद भी व्यवस्थाएँ संभाली और जन-सहयोग से नवाचार और परिश्रम की पराकाष्ठा के साथ प्रदेश को कोविड क्राइसिस से मुक्त करने का मार्ग प्रशस्त किया। प्रदेश में अन्य राज्यों से आए मजदूरों को भी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुक्त कंठ से टीम मध्यप्रदेश की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश ने श्रेष्ठतम कोविड प्रबंधन का परिचय दिया।
अद्भुत रही प्रदेश की विकास यात्रा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की विकास यात्रा अद्भुत रही है। हम बीमारू राज्य थे, पर अब पर केपिटा इन्कम, जीएसडीपी, राजस्व संकलन, सिंचाई क्षमता के विस्तार, गेहूँ उत्पादन और सौर ऊर्जा में हमने अभूतपूर्व उपलब्धियाँ अर्जित की हैं। सुशासन के क्षेत्र में प्रदेश, देश में सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में उभरा है।
कोरोना काल में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए अधो-संरचना, अर्थ-व्यवस्था एवं रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा पर केन्द्रित करते हुए बनाए गए रोडमैप पर राज्य सरकार निरंतर अग्रसर है। सी.एम. राईज स्कूल, अस्पतालों की बेहतर होती स्थिति प्रदेश के विकास को दर्शाते हैं। हाल ही में इंदौर में हुए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने प्रदेश की सकारात्मक छवि को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया है। इंदौर में जनता को जोड़ कर की गई व्यवस्था, होम-स्टे की सुविधा, छप्पन दुकान और सराफा में हुई आवभगत परिवार की भावना के विस्तार का अद्भुत उदाहरण रहा। प्रदेश में 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ के निवेश की इच्छा का प्रदर्शन टीम मध्यप्रदेश की कुशल कार्य-प्रणाली से ही संभव हुआ है।
मुख्यमंत्री ने सराहे कलेक्टर्स के नवाचार और संवदेनशील कार्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिला कलेक्टर्स द्वारा किए जा रहे नवाचार और संवेदनशील कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा प्रयास निरंतर यह हो कि हम और बेहतर कैसे करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में जन-सुनवाई में आई दिव्यांग महिला को उपलब्ध कराई गई ट्रायसिकल, बड़वानी में कुष्ठ रोगियों के लिए की गई आवास व्यवस्था, मंडला में एडाप्ट एन आँगनवाड़ी में हुए कार्य, डिण्डौरी में जन-सेवा में सक्रियता, सीहोर में विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट क्लास और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि कलेक्टर अपने जिलों में अपने स्तर पर नवाचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में 83 लाख हितग्राही लाभान्वित हुए। यह सुशासन का अद्भुत उदाहरण है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में आए व्यक्ति चाहते तो निजी कम्पनियों में बड़े वेतन पर नौकरी कर रहे होते, परंतु सेवा और देश बनाने की उनकी भावना है जो व्यक्ति को गर्व और गौरव प्रदान करती है।
हमें देश को और बेहतर बनाने के लिए निरंतर सक्रिय रहना है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का वातावरण बदला है और दुनिया के देशों में भारत के प्रति सोच में भी परिवर्तन आया है। कोरोना के कठिन काल में देश ने आठ माह में दुनिया को दो वैक्सीन उपलब्ध कराईं।
हाल ही में हुए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार मानते हुए कहा कि भारत के सहयोग से ही हमारे देशवासियों की जीवन रक्षा संभव हुई। रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत सहित अन्य देशों के विद्यार्थियों को सुरक्षित निकालने में भी विश्व ने भारत के प्रभाव का अनुभव किया। हमारा देश कई क्षेत्रों में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। जी-20 सम्मेलन में अध्यक्षता का अवसर मिलना इसका प्रतीक है। हम अपने देश को और बेहतर कैसे बना सकते हैं, इस दिशा में हमें सकारात्मक भाव के साथ उत्साह और ऊर्जा से परिपूर्ण रहते हुए निरंतर सक्रिय रहना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताई नियमित दौरों की आवश्यकता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों के जनता से जुड़े रहने तथा वास्तविक स्थितियों की जानकारी के लिए नियमित रूप से क्षेत्र में भ्रमण (दौरे) की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि श्री महाकाल महालोक के निर्माण से उज्जैन की अर्थ-व्यवस्था बदल गई है। श्योपुर में चीतों के आने के बाद जिले में पर्यटन के विकास तथा उससे रोजगार सृजन के लिए प्रभावी परियोजना बना कर उसका क्रियान्वयन करना आवश्यक है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में इस प्रकार की पहल करने से राज्य तथा प्रदेशवासियों की बेहतरी तेज गति से होगी।
परिवार को पर्याप्त समय दें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रीमद् भगवत गीता में उल्लेखित सात्विक कार्यकर्ता के गुणों को आत्म-सात करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि राग-द्वेष से रहित, अहंकार शून्य प्रवृत्ति के साथ धैर्य बनाए रखते हुए पूर्ण उत्साह के साथ कार्यरत रहना आवश्यक है।
स्वामी विवेकांनद, व्यक्ति को अनंत शक्तियों का भंडार मानते थे। मुख्यमंत्री चौहान ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपने कार्य के प्रति सकारात्मक, आनंद और उत्साहपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि मन की प्रसन्नता, स्वस्थ शरीर और परिवार में सुखद वातावरण बनाए रखना आवश्यक है। जीवनसाथी के प्रति संवेदनशीलता, बच्चों की शिक्षा और उन्हें स्नेहपूर्ण व्यवहार देने से हमारा वातावरण और चित्त बेहतर होता है तथा हम अधिक सक्रियता तथा एकाग्रता से कार्य करने में सक्षम होते हैं। अत: यह आवश्यक है कि हम परिवार को पर्याप्त समय दें। इससे स्नेह और आत्मीयता के बंधन ढीले नहीं पड़ेंगे।
कर्मचारियों की कुशल-क्षेम के लिए संवदेनशील एवं सक्रिय रहें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अपने कर्मचारियों की टीम में प्रसन्नता और ऊर्जा का संचार करने तथा उनके कुशल-क्षेम के लिए भी विशेष पहल करें। यह आपकी नेतृत्व क्षमता को स्थापित करने और कर्मचारियों में आपको आदर्श रूप में स्थापित करने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को योग अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।
सर्विस मीट से टीम मध्यप्रदेश में विकसित होगी टीम भावना
आई.ए.एस. ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि वर्ष 2010 से आरंभ आई.ए.एस. सर्विस मीट की परम्परा में कोरोना महामारी से दो साल का व्यवधान आया। सर्विस मीट में हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल गतिविधियाँ मुख्यमंत्री चौहान की टीम मध्यप्रदेश में टीम भावना विकसित करने में सहायक होंगे। आयोजन समिति के अध्यक्ष के.सी. गुप्ता, एसोसिएशन के सचिव विवेक पोरवाल, विशेष वक्ता अरूण पिल्लई तथा वंदना भटनागर सहित एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।