भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर में 11-12 जनवरी को हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट सही अर्थों में ग्लोबल थी। समिट में 84 देशों के प्रतिनिधि और बिजनेस लीडर्स आए। पूरी दुनिया अब मध्यप्रदेश को जानने लगी है। पहली बार बड़े स्तर पर निवेशकों की निवेश की इच्छाएँ सामने आयीं। समिट से जुड़े अधिकारी भी मध्यप्रदेश को प्रस्तुत करने में सफल रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जीआईएस के सफल आयोजन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और उनके अमले को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समिट में आए निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए ठोस रणनीति अपनाकर क्रियान्वयन का कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिट मध्यप्रदेश की प्रगति का सूर्योदय है। ऐसा उत्साह पहले नहीं देखा गया। निवेश के लिये निवेशकों में उत्साह है, इस वातावरण का लाभ उठाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में जीआईएस : 2023 में प्राप्त निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन के संबंध में मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा भी उपस्थित थे। बैठक से खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी वर्चुअली जुड़े।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सातवीं समिट थी। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी दिन-रात मेहनत की। ये सभी बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट के पूर्व तीन दिन प्रवासी भारतीय भी एकत्र हुए थे। अनेक प्रवासी भारतीय समिट में भी शामिल हुए। इन सभी की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही। यूरोपियन यूनियन, आसियान और इंडिया-अफ्रीका ट्रेड काउंसिल जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी शामिल हुए। दो देशों के राष्ट्रपति और अनेक देशों के राजदूत भी आए। समग्र रूप से देखें तो यह समिट सफलतम रही। मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आए इसके लिए समिट से निर्मित उत्साहजनक वातावरण का पूरा लाभ लेना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज राज्यों के मध्य भी प्रतिस्पर्धा है। मध्यप्रदेश अपने प्रयासों में कमी नहीं रखेगा। भारत को मजबूत अर्थ-व्यवस्था देने में अपने योगदान के लिए मध्यप्रदेश प्रतिबद्ध है।
महत्वपूर्ण घोषणाओं के विधिवत आदेश जारी हों, हर हफ्ते होगी समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्लग एंड प्ले सुविधा, नोटिफाइड एरिया में कार्यों को बिना अनुमति करने और तीन साल तक कोई निरीक्षण न किए जाने के फैसलों के विधिवत आदेश जारी किए जाएँ। साथ ही पृथक विण्डो के रूप में एक पोर्टल कार्य करे, इसकी व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रति सोमवार निवेशकों से उनकी भेंट की व्यवस्था जारी रहेगी। निवेश के नये प्रस्तावों के फॉलोअप की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग, नोडल विभाग के रूप में कार्य करते हुए संबंधित विभागों से, निवेशकों द्वारा प्राप्त प्रस्तावों के फॉलोअप का कार्य करें। समिट में प्रस्तुत प्रस्तावों की अगले सप्ताह समीक्षा की जाएगी। विभाग स्तर पर भी निरंतर समीक्षा की जाए। बैठक में भोपाल में एक कन्वेंशन सेंटर बनवाने पर भी चर्चा हुई।
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मनीष सिंह ने प्रजेंटेशन दिया। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 10 पार्टनर कंट्री जापान, कनाडा, नीदरलैंड, गुयाना, मॉरीशस, बांग्लादेश, जिंबाब्वे, सूरीनाम, पनामा और फिजी शामिल हुए और प्रदर्शनी में स्टाल भी लगाए। कुल 35 देशों के एंबेसेडर, काउंसलेट जनरल या डिप्टी चीफ ऑफ मिशन उपस्थित रहे। लगभग 450 इंटरनेशनल बिजनेस डेलीगेट्स और 400 इंटरनेशनल बायर-सेलर शामिल हुए। लगभग 5000 डेलीगेट्स आए। करीब 10 हजार लोगों ने प्रदर्शनी देखी। ज़ी-20 के सभी देश समिट में आए। समिट में विभिन्न सेक्टर्स की 2600 से ज्यादा मीटिंग हुईं। मुख्यमंत्री से निवेशकों की 100 से अधिक वन टू वन बैठकें हुईं। अन्य 200 बैठकों में भी 5000 से ज्यादा व्यापारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।