भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्राम पंचायतों को अधिकार संपन्न बना कर ग्राम स्वराज की नई कल्पना की गई है। इस कल्पना को साकार किया जाएगा। पंचायतों के मार्गदर्शन के लिए राज्य सरकार सदैव सहयोगी रहेगी। आज इस श्रंखला में पंचायतों को अधिक से अधिक शक्तियाँ प्रदान करते हुए प्रशासकीय कार्यों की मंजूरी के लिए ग्राम पंचायत की सीमा 15 लाख से बड़ा कर 25 लाख रूपये की जा रही है। जन-भागीदारी से विकास का नया उदाहरण प्रस्तुत करें। ग्रामों को समरस, स्वच्छ और पर्यावरण हितैषी और आदर्श ग्राम बनाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15वें वित्त आयोग की 1472 करोड़ रूपये की राशि जारी कर दी गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंचायत पदाधिकारी यह प्रयास करें कि छोटे-मोटे झगड़े गाँव के अंदर ही निपट जाएँ और उसकी प्राथमिकी दर्ज न हो। ग्राम की समस्या ग्राम स्तर पर हल हो, यह अवधारणा क्रियान्वित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज भोपाल के जंबूरी मैदान में स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों पर केंद्रित नव-निर्वाचित सरपंचों के राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य अतिथियों ने दीप जला कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण प्रेम सिंह पटेल, पंचायत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक विष्णु खत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर नोरंग सिंह गुर्जर, भोपाल की महापौर मालती राय, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मलय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में सरपंच एवं जिला एवं जनपद पंचायत के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मध्य प्रदेश गान से सम्मेलन का शुभारंभ हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पंचायत पदाधिकारियों से कहा कि आप और मैं समान हैं। मैं एक बड़ी पंचायत का सरपंच हूँ और आप छोटी पंचायत के सरपंच है। लोकतंत्र में चुनी हुई व्यवस्था ही सबसे ऊपर होती है। त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था में अधिकारों और कर्त्तव्यों का सामंजस्य आवश्यक है। पंचायत पदाधिकारी संवाद, समन्वय और संपर्क का उपयोग कर बेहतर कार्य करें। किसी के प्रति कटुता का भाव न हो। सभी अपने हैं। निर्वाचन के बाद दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समरस पंचायतों को बधाई भी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश, पश्चिम क्षेत्र के शहरी क्षेत्र में स्वच्छता में नंबर वन हैं। हम अपनी पंचायतों को भी स्वच्छ ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम पंचायत में ऐसा स्थान निर्धारित करें जहाँ अपनी जन्म वर्षगाँठ और अन्य शुभ अवसर पर पौधे लगाएँ। माता-पिता की पुण्य-तिथि या दिवंगत परिजन की याद में पौधे जरूर लगाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम में लोगों को अनाज बाँटने का कार्य हो या आवास उपलब्ध कराने का, पंचायत पदाधिकारी इसे प्राथमिकता दें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखें। आवास निर्माण का कार्य बिना लेन-देन के हो। राज्य सरकार भ्रष्ट व्यक्तियों को क्षमा नहीं करेगी, लेकिन पंचायत पदाधिकारी आवासों के निर्माण गुणवत्तापूर्ण बने, इस दिशा में सहयोग प्रदान करें। शिक्षा के महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम का हर बच्चा स्कूल जाए, यह भी देखना है। यूनिफॉर्म, मध्यान्ह भोजन, शिक्षण शुल्क की व्यवस्थाएँ राज्य सरकार कर रही है। जो बच्चे पढ़ने में तेज हैं, चाहे वे किसी भी समाज या जाति के हों उन्हें कक्षा 12वीं में 75% अंक लाने पर लेपटॉप की सुविधा दी जा रही है। मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम में प्रवेश हो या लॉ कॉलेज में, विद्यार्थी की फीस शासन द्वारा वहन की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के माध्यम से अनेक वास्तविक और पात्र हितग्राही सामने आए। प्रदेश में 83 लाख लोगों के नाम विभिन्न योजनाओं में जोड़े गये हैं। आयुष्मान कार्ड के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। इस योजना में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क उपचार निजी अस्पतालों में देने का प्रावधान है। गंभीर रोग से प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री कोष से उपचार सुविधा देने का कार्य भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह आवश्यक है कि हमारे परिवार और समाज में बेटियों के आगमन पर उनका स्वागत हो। सभी कार्यक्रम में मेरे द्वारा यह संदेश दिया जाता है कि बेटी बोझ नहीं वरदान है। बेटियों के प्रति आदर का भाव हो। हम अपने ग्राम में बेटियों को सम्मान दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामों का मास्टर प्लान बनाएं। अब ग्राम सभा के पदाधिकारी ग्रामों के कार्य का निर्धारण करेंगे। बिना योजना के कार्य न हो। कांक्रीट की सड़क हो या खेल का मैदान, एक मास्टर प्लान बना कर, स्थानीय स्तर पर कार्यों को पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा योजना और अन्य योजनाओं का लाभ भी पात्र हितग्राही प्राप्त करें। प्रत्येक माह रोजगार दिवस मनाया जा रहा है। हितग्राहियों के खातों में राशि पहुँचे, इस पर ध्यान दिया गया है। प्रदेश में स्व-सहायता समूहों को शक्तिशाली बनाया जा रहा है। विभिन्न रोजगार योजनाओं में ग्राम के युवाओं को लाभ मिले, यह कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि कार्यों और व्यक्तियों के संबंध में झूठी शिकायतें प्राप्त होती हैं। ऐसे मामलों में दोषी लोगों पर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कपिल धारा योजना में कुआं खोदने की अनुमति होगी। सुदूर संपर्क सड़क योजना प्रारंभ होगी। यह संकल्प व्यक्त करें। मुख्यमंत्री चौहान ने उपस्थित पंचायत पदाधिकारियों से कहा कि ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रयास करें। पंचायतों में अब सीधे राशि पहुँचेगी।
मुख्यमंत्री चौहान की महत्वपूर्ण घोषणाएँ
सरपंचों का मानदेय 1750 रूपये से बढ़ा कर 4250 रुपये प्रतिमाह होगा।
नया एसओआर (निर्माण कार्य में लगने वाली सामग्री की दर सूची) बनेगा। शीघ्र ही यह सूची जारी की जाएगी।
पंचायतों के सचिवों के रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी।
ग्राम पंचायत को प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार रूपये 15 लाख से बढ़ा कर 25 लाख रूपये किये जायेंगे।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की नियुक्ति की जाएगी।
रोजगार सहायक को एक पंचायत से दूसरी पंचायत में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री चौहान के संबोधन के प्रमुख बिंदु
जनता की भागीदारी होगी तो सफलता मिलेगी।
लोगों तक उनके अधिकार पहुँचाएँ।
पंचायत पदाधिकारी बिना अध्ययन के हस्ताक्षर न करें।
प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के संकल्प अनुरूप कार्य करें।
सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। पंचायत पदाधिकारी तन्मयता से कार्य करें।
ग्राम सभा की बैठकें नियमित रूप से हों।
पंचायत पदाधिकारी जन-अपेक्षाओं पर गंभीर और संयमित रहें। किसी भी स्थिति में क्रोधित न हों।
पंचायत पदाधिकारी दिन और सप्ताह की समय-सारणी बना कर कार्य करें।
पंचायत पदाधिकारियों का विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण आवश्यक है।
आम जनता को उनके हक प्रदान करने में सहयोगी बनना है।
ग्रामीणों को उनके अधिकारों से वंचित न रखें।
मेरी आँख और कान बन कर समय-समय पर महत्वपूर्ण तथ्य से अवगत भी करवाएँ।
व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी सुझाव भी जरूर दें।
मुख्यमंत्री चौहान पंचायतों को दे रहे हैं ताकत : मंत्री सिसौदिया
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि भारत विश्व का पहला देश है जहाँ पंचायत राज है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को ताकत देना चाहते हैं। पंचायतों के माध्यम से विकास के कार्य हों, इसके लिए जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। हमारी बहनें शान से पंचायतों में पदाधिकारी के रूप में आसीन हैं। पंचायतों में महिलाओं के लिए आधे स्थानों पर आरक्षण के फलस्वरूप वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही हैं।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।