भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ऊर्जा संरक्षण के लिये 365 दिन सजग रहना जरूरी है। ऊर्जा संरक्षण के प्रति चिंता आचरण में भी दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि बूँद-बूँद से सागर बनता है। व्यक्तिगत स्तर पर ऊर्जा के संरक्षण का संकल्प, व्यवहार और छोटी-छोटी सावधानियाँ ही राष्ट्र को ऊर्जा में आत्म-निर्भर बनाएंगी। राज्यपाल श्री पटेल आज रविन्द्र भवन में केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा-संरक्षण राष्ट्रीय अभियान 2022 में राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि ऊर्जा की बचत वास्तव में उसका उत्पादन है। ऊर्जा के सही उपयोग के संबंध में उपयोगकर्ता का जागरूक और ऊर्जा-संरक्षण के प्रति सजग होना जरूरी है। हर क्षेत्र में आत्म-निर्भरता नए भारत के निर्माण के लिए जरूरी है।
ऊर्जा की मांग और उत्पादन में संतुलन के लिए उत्पादन में वृद्धि, उपयोग में संयम और वितरण में समानता भी होना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2070 तक ग्रीन हाउस उत्सर्जन को नेट जीरो पर लाने के लिए संकल्प लिया गया है। अभियान के द्वारा जन-मानस को ऊर्जा-संरक्षण के संबंध में सजग बनाने के लिए प्रयास सराहनीय है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि चित्रों को देखने से साफ पता चल रहा है कि बच्चों की व्यवहारिक समझ और कल्पनाशीलता, पर्यावरण की समस्या और समाधान के प्रति सजग है। चित्रों में विषय की समझ और उसके प्रस्तुतिकरण को देख कर मन हर्षित हुआ है। चित्रों में बच्चों की रचनात्मकता, प्रधानमंत्री के ग्रीन हाऊस उत्सर्जन को नेट जीरो पर लाने के संकल्प की पूर्ति का सुखद संकेत है। राज्यपाल ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने आशा की कि राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित बच्चे देश में मध्यप्रदेश का नाम रोशन करेंगे और स्वयं को अच्छे नागरिक के रूप में समाज में स्थापित करेंगे।
प्रारम्भ में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रतिभागी बच्चों के चित्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। निर्णायक मण्डल के सदस्यों और प्रतियोगिता के आयोजकों को सम्मानित किया गया। राज्यपाल को एन.एच.डी.सी की और से स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया।
राज्यपाल श्री पटेल ने कक्षा 5 से 7 के ग्रुप में प्रथम पुरस्कार दिव्यांशी सिंह को, द्वितीय नाइसा यादव को एवं तृतीय पुरस्कार से श्रेया चौधरी को पुरस्कृत किया। कक्षा 8 से 10 के ग्रुप में तृतीय पुरस्कार से परी जैन को, द्वितीय से नीतीषा गोखरू को एवं प्रथम पुरस्कार से निश्चला महेश्वरी को पुरस्कृत किया।
प्रबंध निदेशक एन.एच.डी.सी विजय कुमार सिन्हा ने बताया की सुनहरे भविष्य के लिए ऊर्जा की बचत आवश्यक है। ऊर्जा-संरक्षण के प्रति जन-जागृति के लिए देश में दो श्रेणियों में स्कूली बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता की गई है। राज्य स्तर पर कक्षा 5 से 7 और कक्षा 8 से कक्षा 10 के बच्चों की दो श्रेणी में प्रतियोगिता हुई। प्रत्येक श्रेणी के 50 बच्चों को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र, 2 हजार रुपये और एल.ई.डी बल्ब प्रदाय किया जायेगा। दोनों श्रेणी के 10-10 बच्चों को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र, 7 हजार 5 सौ रुपये और एल.ई.डी बल्ब प्रदाय किया जाएगा।
प्रत्येक श्रेणी के प्रथम पुरस्कार में 50 हजार, द्वितीय में 30 हजार और तृतीय में 20 हजार रूपये की राशि के पुरस्कार दिये गये। कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए बच्चों और उनके पालकों को वातानूकुलित श्रेणी की रेल यात्रा का व्यय भी दिया गया है। मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन अशोक कुमार ने आभार माना।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।