भोपाल। केन्द्रीय एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज नई दिल्ली में 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की घोषणा की। अशोक होटल दिल्ली में आज हुए उद्घोषणा कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की मशाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेलों की मेजबानी मध्यप्रदेश को दिये जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन खेलों के आयोजन से मध्यप्रदेश में खेलों की दिशा में नई क्रांति आयेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जिस संकल्प के साथ मध्यप्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मध्यप्रदेश पूरी शिद्दत से निभाएगा। प्रदेश के 8 नगर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच यह आयोजन होगा।
केन्द्रीय मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि इस बार देश के दिल मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेलों का जो वातावरण बना है, उससे अनेक खेल प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन कर भारत का नाम रोशन किया है।
श्री ठाकुर ने कहा कि मलखम्ब कभी भारत के इतिहास का हिस्सा था, आज खेलो इंडिया गेम में शामिल किया गया है। हर तरफ इस खेल को तारीफ मिली है और बढ़ावा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना थी कि हम ओलिम्पिक गेम को तो बढ़ावा दें, साथ ही पारम्परिक खेलों को भी आगे बढ़ायें। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया को मलखम्ब को राज्य खेल बनाने की बधाई दी। केन्द्रीय खेल मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि पहले खेलों के प्रति उदासीनता थी, अब माता-पिता अपने बच्चों और स्वयं भी फिट रहने के लिये खेलों से जुड़ने के लिये प्रेरित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का मध्यप्रदेश में ऐसा आयोजन किया जायेगा, जिसे पूरा भारत ही नहीं दुनिया भी देखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी देकर मध्यप्रदेश में जो विश्वास दिखाया है उसकी कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने का हम प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन से खेलो इंडिया के माध्यम से गाँव-गाँव में खेलों का विकास हो रहा है। खेल के क्षेत्र में भारत अब चमत्कार कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी का स्वागत करता हूँ। खेलो इंडिया यूथ गेम्स हम दिल से करेंगे। भारत की परंपरा है "अतिथि देवो भव", मेहमान जो हमारा होता है वह जान से प्यारा होता है। हम अपने खिलाड़ियों को जान से ज्यादा संभाल कर रखेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबसे बड़ा काम अगर कोई किया है तो देश के मानस को बदलने का। हमारे देश में पहले ऐसा वातावरण था, जिसे लोग मजाक में कहते थे अरे यह तो इंडिया है यहाँ तो कुछ हो ही नहीं सकता। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत सब कुछ कर सकता है और हर क्षेत्र में कर सकता है। उनके प्रयासों से वैभवशाली, गौरवशाली, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत अब खेलों में भी चमत्कार कर रहा है। हमने मध्यप्रदेश में भी प्रयास किए हैं। वर्ष 2003 में खेल बजट 5 करोड़ था, जो अब बढ़ कर 350 करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में 18 खेलों की 11 अकादमियाँ स्थापित की गई हैं। हमारी अकादमी के बच्चे चमत्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की कोशिश की है। खिलाड़ियों को न सिर्फ अकादमी में बुनियादी सुविधाएँ हैं बल्कि हर जिले में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों का वातावरण बनाये रखने के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएँ की जा रही हैं। इसमें बुजुर्गों की प्रतियोगिताएँ भी करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार पारंपरिक खेल मलखंब को भी शामिल किया है। मलखंब मध्यप्रदेश का राज्य खेल है।
इस खेल में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन देश में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर 3 से 7 नवंबर तक गाँव-गाँव में खेल प्रतियोगिताएँ होगी। एक जमाना था जब मध्यप्रदेश का नाम नेशनल गेम्स में ढूंढे नहीं मिलता था, लेकिन अब हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार नेशनल गेम्स में हमारे खिलाड़ी 66 मेडल जीत कर लाये हैं, मलखंब में तो ओवरऑल चेंपियन है मध्यप्रदेश। हॉकी की टीम चाहे पुरूष की हो या बेटियों की, मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के बिना नहीं बन पाती। यह प्रदेश की उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश अद्भुत प्रदेश है। यहाँ वन, जल, खनिज संपदा सहित टूरिज्म में साँची, भीमबैठका, खजुराहो, ओरछा के मंदिर और श्री महाकाल लोक भी है। हम टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट और अब चीता स्टेट भी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने म.प्र. को चीतों की सौगात दी है।
प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि अत्यंत हर्ष और गौरव का क्षण है कि स्वदेशी खेलों को शामिल करते हुए सबसे बड़े आयोजन खेलो इंडिया यूथ गेम की मेजबानी अत्याधुनिक और विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं वाले मध्यप्रदेश को करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश जीरो से हीरो बन रहा है। आज हम गाँव-गाँव से टेलेंट सर्च कर प्रतिभाओं को निखार रहे हैं।
श्रीमती सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की तो दूसरे राज्यों ने इसे कॉपी किया। पदक तालिका में सिर्फ बेटे नहीं, हमारी बेटियों ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक हासिल कर अपने हुनर को साबित किया। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि हम सिर्फ एक खेल विधा में नहीं, अलग-अलग खेलों में प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का काम कर रहे हैं। हमारे अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के पारम्परिक खेल मलखम्ब और ब्रेक डांसिंग के खिलाड़ियों ने अतिथियों के समक्ष शानदार प्रदर्शन किया। ब्रेक डांसिंग को पेरिस ओलिम्पिक-2024 में खेल के रूप में शामिल किया गया है। केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक सहित केन्द्रीय एवं मध्यप्रदेश के खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में 16 दिसम्बर से आरंभ हो रही "विकसित भारत संकल्प यात्रा" के संबंध में कमिश्नर-कलेक्टर्स को मंत्रालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जनहित और जनकल्याण के लिए आरंभ की गई यात्रा का क्रियान्वयन मोदी की गारंटी की साख और गरिमा के अनुरूप हो। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं, लाभों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना की पहुंच को सुगम बनाने के उद्देश्य से "विकसित भारत संकल्प यात्रा" आरंभ की जा रही है। प्रमुख योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों, विशेष तौर से वंचित व आकांक्षी लोगों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचाना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार और जागरूकता, लाभार्थियों के अनुभव साझा करना और संभावित लाभार्थियों का चयन तथा नामांकन सुनिश्चित करना यात्रा का उद्देश्य है। 26 जनवरी 2024 को यात्रा का समापन गणतंत्र दिवस पर होगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणा धाम आश्रम में 4 दिसंबर से आरंभ शतचंडी यज्ञ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूर्णाहुति अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है, भैया और मामा बनकर ही मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। मेरा प्रदेशवासियों से अद्भुत रिश्ता है। बहनों की जिंदगी बदलना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर इंतजाम, युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने और बीमारी में इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता, वरिष्ठजनों की तीर्थ-यात्रा का इंतजाम, किसानों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दिलाना, उनके लिए समय पर खाद की व्यवस्था और हर गरीब के रहने के लिए जमीन के पट्टे की व्यवस्था करना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं चैन की नींद लेने मुख्यमंत्री नहीं बना था, मैंने कभी भी 24 घंटे में 4 घंटे से ज्यादा नींद नहीं ली, जनता की जिंदगी बदलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम जहाजपुरा (बुधनी) में जन- संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय निवासी जमुना बाई को शाल, श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जब पहली बार विधायक के चुनाव के लिए जनसम्पर्क कर रहे थे, तब श्रीमती जमुना बाई ने उन्हें चुनाव लड़ने में अपने योगदान और सहयोग के रूप में 2 रूपए भेंट करते हुए, सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री निवास 'समत्व भवन' में हुई। मंत्रि परिषद द्वारा 6 हजार करोड़ रूपये की 18 सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। जिसमें चितावद - उज्जैन, मेढ़ा - बैतूल, पन्हेटी - गुना, लोनी - रीवा , खाम्हा - कटनी, डोकरीखेड़ी - नर्मदापुरम, सोनपुर - शिवपुरी, थावर-मण्डला, मुरकी-डिंडोरी, पावा-शिवपुरी, सिरमौर-रीवा, कनेरा-भिण्ड, मल्हारगढ़-मंदसौर, देवरी-नर्मदापुरम, सीतलझिरी-बैतूल, आहू-आगर मालवा, बगलीपीठ-बालाघाट और पहाड़िया-रीवा शामिल है। इन परियोजनाओं से 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज एक महासंकल्प पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सिहंस्थ के वैचारिक महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये थे। वैचारिक महाकुंभ में श्री महाकाल महालोक के बारे में विचार किया गया था। बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से श्री महाकाल महालोक निर्माण के पुनीत कार्य की शुरूआत हुई। मुझे हर्ष है कि हमने महाकाल लोक निर्माण के दोनों चरणों को पूरा कर लिया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अमूल्य सौगात से नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस रेल से प्रदेश का यह जनजातीय बाहुल्य जिला सीधे नागपुर से जुड़ेगा।