पेट्रोल और डीजल ऐसे पेट्रोलियम उत्पाद हैं, जिनका प्रयोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से करीब-करीब हर व्यक्ति करता ही है। हमारा देश अपनी जरूरत का करीब 85 फीसदी कच्चा तेल बाहर से मंगाता है। इस तेल को देश की रिफाइनरीज में रिफाइन किया जाता है, जिसके बाद यह पेट्रोल पंप तक पहुंचता है। क्रूड ऑयल की कीमतों में इस साल की शुरुआत से ही गिरावट देखने को मिल रही है। पहले अमेरिका द्वारा ईरान के कमांडर को मार गिराने से उपजे भू-राजनैतिक विवाद और फिर प्राइस वॉर व खपत में जबरदस्त कमी के चलते कच्चे तेल के भाव गर्त में चले गए। सोमवार रात तो यूएस क्रूड WTI का मई वायदा भाव -37 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा। स्टोरेज का अभाव होने के चलते कीमतों में यह गिरावट आई।
रिटायरमेंट के बाद भी खुद को आर्थिक रूप से पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाने के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग और रिटायरमेंट सेविंग बहुत जरूरी होती है। इसके लिए भारत में मुख्य रूप से पीपीएफ, टर्म डिपॉजिट और दूसरी सरकारी समर्थन वाली निवेश योजनाएं प्रचलन में हैं। इनमें में पीपीएफ रिटायरमेंट प्लानिंग के लिहाज से सर्वाधिक लोकप्रिय है। रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए पीपीएफ (PPF) से अधिक रिटर्न देने वाली एक दूसरी स्कीम है वीपीएफ (VPF) यानी वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड। यह ईपीएफ से मिलती जुलती स्कीम है। ईपीएफ और वीपीएफ में समान ब्याज दर लागू होती है।
वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। देश में सोने की वायदा कीमतों में लगातार दो दिनों से गिरावट देखी जा रही है। पांच जून 2020 के सोने का वायदा भाव एमसीएक्स एक्सचेंज पर शुक्रवार दोपहर 2.87 फीसद या 1358 रुपये की गिरावट के साथ 45,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, एमसीएक्स पर शुक्रवार दोपहर पांच अगस्त 2020 के सोने के वायदा भाव 2.92 फीसद या 1384 रुपये की गिरावट के साथ 46,065 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। इससे पहले बुधवार को सोने की वायदा कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर थीं।
तीन दिनों बाद खुले शेयर बाजार में सुबह से चल रही गिरावट 10.30 बजे भी जारी है. वैश्विक बाजारों में कमजोर संकेतों के बीच प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार के दौरान धीमी गति से कारोबार करता दिख रहा है. इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में गिरावट हुई. सेंसक्स में 500 अंक की गिरावट हो चुकी है. जबकि निफ्टी 169.85 अंक या 1.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,942.05 अंक पर था.
Walmart के स्वामित्व वाली Flipkart ने Tata Consumer Products Ltd के साथ अहम गठजोड़ किया है। इसके तहत टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के वितरकों को Flipkart के प्लेटफॉर्म पर सेलर के तौर पर रजिस्टर किया जाएगा। इस करार के बाद Flipkart के ग्राहक टाटा टी, कॉफी और टाटा सम्पन्न मसाले, दाल और अन्य उत्पाद ऑर्डर करके मंगा सकेंगे। इससे लॉकडाउन के समय में लोगों को घर बैठे जरूरी सामान मिल जाएंगे। इस साझेदारी के तहत बेंगलुरु और ऑपरेशन चालू हो चुका है और कंपनियों ने इस सुविधा को मुंबई और दिल्ली में भी आने वाले सप्ताह में शुरू करने की योजना बनाई है। भविष्य में टीयर-2 शहरों में इस सुविधा का विस्तार किया जा सकता है।
वित्त वर्ष 2019-20 और अप्रैल 2020 के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं में न्यूनतम राशि जमा नहीं करने पर डाक विभाग ने जुर्माना/रिवाइवल फीस माफ कर दिया है। सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), रेकरिंग डिपॉजिट (RD) आदि योजनाओं पर 30 जून, 2020 तक जुर्माना/रिवाइवल फीस माफ है।
मंगलवार को हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखी गई। बीएसई का सेंसेक्स दोपहर के 01:50 बजे 2026.76 अंकों (7.35%) के साथ 29,617.71 पर कारोबार कर रहा था, वहीं, एनएसई का निफ्टी 568.60 (7.03%) फीसद की तेजी के साथ 8,652.40 पर कारोबार करता देखा गया। निफ्टी के 50 शेयरों में से 48 शेयर हरे निशान और 2 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
Corona संकट के चलते दुनिया की अर्थव्यवस्था के महामंदी की ओर जाने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका वैसा गंभीर असर नहीं दिख रहा है। एशियाई विकास बैंक (ADB) ने अनुमान जताया है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी की रोकथाम के उपायों की वजह से चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की विकास दर चार फीसद के स्तर तक रह सकती है। हालांकि, इस दौरान एशिया की विकास दर महज 2.2 फीसद पर रहने का अनुमान है। बैंक ने अगले वित्त वर्ष (2021-22) में भारत की आर्थिक विकास दर के 6.2 फीसद तक पहुंचने का अनुमान प्रकट किया है।
निजी क्षेत्र के कर्जदाता एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अपने ग्राहकों को तीन महीने के लिए लोन पर मोहलत की पेशकश की है। बैंक ने कहा है कि अगर उन्हें अपनी ईएमआई को जारी रखने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वे इसमें तीन महीने की रियायत ले सकते हैं। बैंक ने एक ट्वीट में कहा, 'कोविड-19 रेगुलेटरी पैकेज पर भारतीय रिज़र्व बैंक की गाइडलाइन के अनुसार, हम आपको रियायत/मोहलत देने की पेशकश करते हैं।' गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए देशभर में 25 मार्च से ही 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए पिछले रोज लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी राहत की घोषणा की है। RBI ने सभी बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFC) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के साथ अन्य वित्तीय संस्थानों को टर्म लोन की किस्त तीन महीने तक टालने के लिए कहा है। जिसके बाद कई बैंक अब ग्राहकों को यह सुविधा देने के लिए आगे आ गए हैं। हालांकि, बैंक अब तक राहत पैकेज के डिटेल लेकर सामने नहीं आए हैं, उन्होंने यह नहीं बताया है कि यह कैसे काम करेगा। बता दें कि आपको बस लोन की EMI तीन महीने बाद भरने की छूट है लेकिन आपको इसका ब्याज भरना होगा।