शनि देव 23 अक्टूबर को मकर राशि में मार्गी यानि सीधी चाल से चलेंगे। शनि के मकर राशि में होने से 5 राशियों पर शनि की महादशा का भयंकर प्रभाव पड़ रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की महादशा 19 साल तक, शनि की साढ़ेसाती 7 साल और ढैय्या ढाई साल तक चलती है। हर व्यक्ति के जीवन में शनि की महादशा एक बार जरूर आती है। शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा का व्यक्ति के जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे जीवन में कई तरह की बाधाएं उत्पन्न होती हैं।
घर में रखी हर एक चीज का वास्तु के हिसाब से काफी महत्व माना जाता है। घर की सभी वस्तुएं परिवार के सदस्यों और उनकी तरक्की पर प्रभाव डालती हैं। कई बार हम देखते हैं कि जीवन में धन दौलत होने के बाद भी सुख-शांति नहीं रहती है।
इस साल करवाचौथ पर पांच शुभ संयोग बन रहे हैं। जिसमें लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के अलावा गुरु और बुध अपनी राशि में संचरण करेंगे। चंद्रमा अपनी उच्च राशि में विराजमान होगा। इसलिए इस बार का यह व्रत बहुत खास रहेगा।
हर किसी को अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि हर कोई माता लक्ष्मी की कृपा पाने की कामना करता है। अगर धन की देवी की कृपा हो तो आर्थिक परेशानी नहीं रहती है। अगर कोई परेशानी आती है, तो वह जल्द ही दूर हो जाती है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि उस पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बरसता रहे। देवी की कृपा बनाए रखने के लिए कुछ उपाय फायदेमंद है। कहा जाता है कि घर में देवी लक्ष्मी की तस्वीर को खास दिशा में रखने से लाभ होता है।
धनतेरस के दिन से ही शनिदेव मार्गी होने जा रहे हैं। इस साल धनतेरस का त्योहार 23 अक्टूबर को मनाया जाने वाला है। 23 अक्टूबर को शनिदेव मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे। शनिदेव के मार्गी होने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होने वाला है। शनिदेव के अशुभ प्रभावों से हर किसी को डर लगता है। लेकिन शनिदेव शुभ फल भी देते हैं। जब शनिदेव शुभ फल देते हैं तो व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य भी जाग उठता है। ज्योतिष की गणना के अनुसार शनिदेव के मार्गी होने से कुछ राशि वालों को काफी लाभ होगा। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पौधों से घर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वास्तु में कुछ ऐसे प्लांट्स का जिक्र है। जिनको घर की बालकनी में लगाना शुभ माना जाता है। ये पौधे पैसे को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन प्लांट्स को लगाने से वास्तु दोष दूर हो जाता है। वहीं घर के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसने लगती है। साथ ही घर की सुख-समृद्धि बढ़ने लगती है।
इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है। वहीं दिवाली के ठीक एक दिन बाद सूर्य ग्रहण और देव दीपावली के दिन चंद्र ग्रहण पड़ने वाला है। एक ही महीने में दो ग्रहण पड़ने से राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेंगे। दरअसल, कार्तिक मास की पूर्णिमा को दिवाली मनाई जाती है। इस दिन पूरा देश दीयों से जगमगा उठता है। इस कार्तिक की पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण होने के कारण देव दीपावली एक दिन पहले मनाई जाएगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की स्थिति का बहुत महत्व है। ग्रहों के परिवर्तन का लोगों पर प्रभाव पड़ता है। दिवाली के बाद देव गुरु बृहस्पति का गोचर होगा। यह गोचर 4 राशियों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। बृहस्पति फिलहाल मीन राशि में विराजमान है। 24 नवंबर 2022 तक इसी राशि में रहेंगे।
Dhanteras 2022: दीपों के पर्व दीपावली की शुरुआत अगले महीने होने वाली है। इस बार धनतेरस का त्योहार 23 अक्टूबर को पड़ रहा है। धनतेरस का काफी महत्व होता है। वैसे तो अधिकांश लोग इसे खरीदारी का पर्व ही मानते हैं। माना जाता है कि इस दिन खरीदारी करने से भी सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
हर कोई अपने भविष्य की स्थिति से निपटने के लिए बचत करने की कोशिश करता है। यह पैसा उन्हें भविष्य में होने वाले किसी बड़े नुकसान से बचा लेता है। साथ ही बड़े बुजुर्ग भी पैसे बचाने की अहमियत पर जोर देते आए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ काम ऐसे हैं जिन पर पैसे खर्च करने से इंसान का कभी भी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। ऐसे कामों पर खर्च करने से इंसान की बचत कम होती है साथ ही पैसों की इनकम पहले से ज्यादा बढ़ती चली जाती है। मां लक्ष्मी भी ऐसे नेक कार्यों से प्रसन्न होकर जातक पर अपनी कृपा बरसाती हैं और उसका घर धन-दौलत से भर देती हैं।