G-20 देशों के नेताओं ने बीते गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें बड़ी-बड़ी बातें हुईं. लेकिन चीन (China) पर कोई सवाल नहीं किया गया. चीन से किसी ने ये नहीं पूछा कि क्यों हफ्तों तक कोरोना वायरस (corona virus) की अनदेखी की गई. क्यों उसने वायरस के बारे में बताने वालों का मुंह बंद कर दिया था?, क्यों मरीजों के टेस्ट सैंपल नष्ट किए गए? क्यों आखिर तक वो झूठ बोलता रहा कि हालात काबू में हैं?
G-20 की इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (xi jinping) भी थे और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी थे. इस मीटिंग से पहले डोनाल्ड ट्रंप बार-बार कोरोना वायरस को चाइनीज वायरस कह चुके थे लेकिन जब शी जिनपिंग से आमना-सामना हुआ तो ट्रंप को चाइनीज वायरस शब्द याद नहीं आया. अब तो ट्रंप चीन की तारीफ करने में जुट गए. फोन पर शी जिनपिंग से बात भी हुई.
ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि कोरोना वायरस पर शी जिनपिंग से उनकी विस्तार में बातचीत हुई है. ट्रंप ने कहा कि चीन बुरे हालात से गुजरा है और उसे वायरस की अच्छी समझ है. इसलिए अमेरिका और चीन मिलकर काम कर रहे हैं. यही डोनाल्ड ट्रंप कैसे कोरोना वायरस को चाइनीज वायरस कह रहे थे और अपनी इस बात का बचाव भी कर रहे थे. एक हफ्ते पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कम से कम 10 बार डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस पर चीन का नाम लिया था. लेकिन ट्रंप अब सब भूल गए हैं. पहले वो ये कह रहे थे कि चाइनीज वायरस कहने में बुराई क्या है.
चीन 3 महीने पहले बता देता तो बहुत लोगों की जानें बचाई जा सकती थीं. लेकिन आज जब उनसे सवाल किया गया कि क्या चाइनीज वायरस वाली बात पर शी जिनपिंग ने उन्हें टोका या फिर उन्होंने शी जिनपिंग से इस पर बात की तो इस सवाल पर ट्रंप खुद का बचाव करने लगे. और ये कहने लगे कि शी जिनपिंग से ऐसी कोई बात नहीं हुई.
चीन के सामने डोनाल्ड ट्रंप भी ठंडे पड़ गए. चीन की जिम्मेदारी तय करना तो दूर, कोई सवाल तक नहीं उठा रहा. कोरोना वायरस ही नहीं आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर भी आपने देखा होगा कि दुनिया के नेता सख्ती दिखाने से बचते हैं. सिर्फ बातें होती हैं और कसमें खाई जाती हैं. इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G-20 की मीटिंग में सबको खरी-खरी सुनाई.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई मायनों में वैश्वीकरण ने हमें नाकाम कर दिया है. फिर चाहे आतंकवाद से लड़ने की बात हो या फिर जलवायु परिवर्तन से लड़ने की बात हो. G-20 भी आर्थिक हितों पर फोकस करने वाला फोरम बन गया. जबकि हमें इस वक्त आर्थिक हितों की जगह इंसानियत पर फोकस करना चाहिए. लोगों की जान बचाने पर पूरी ताकत लगानी चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना ने दुनिया को एक मौका दिया है वो वैश्वीकरण के नए कॉन्सेप्ट की तरफ देखे.
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।