भारत ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश विभाग की जम्मू-कश्मीर पर की गई टिप्पणी पर आश्चर्य व्यक्त किया है। जो कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी से बिल्कुल अलग है जो उन्होंने बीते महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में की थी।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोर्गन ऑर्टेगस ने गुरुवार को कहा, "हम स्थानीय नेताओं और क्षेत्र के निवासियों पर प्रतिबंधों सहित व्यापक प्रतिबंधों से बहुत चिंतित हैं। हम उन रिपोर्टों से भी चिंतित हैं जो कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल फोन की पहुंच को अवरुद्ध बता रही हैं।
हम अधिकारियों से मानवाधिकारों का सम्मान करने और इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क जैसी सेवाओं तक पहुंच बहाल करने का आग्रह करते हैं। हम भारत सरकार से स्थानीय नेताओं के साथ राजनीतिक जुड़ाव की बहाली और जल्द से जल्द अवसर पर चुनाव का समय निर्धारण करने का आग्रह करते हैं।"
सूत्रों ने इन टिप्पणियों पर आश्चर्य व्यक्त किया है और नोट किया है कि ये ट्रंप की कही बात से बिल्कुल अलग है। जो उन्होंने जी-7 सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बैठक में कही थी। बीते शुक्रवार से ऐसा दूसरी बार हो रहा है जब अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर की आंतरिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
बीते हफ्ते दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने भी ऐसी ही चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था, "हम निवासियों पर जारी प्रतिबंधों और नजरबंदी की रिपोर्टों से बहुत चिंतित हैं। हम कानूनी प्रक्रियाओं के साथ मानवाधिकारों के अनुपालन और प्रभावित लोगों के साथ बातचीत का आग्रह करते हैं।" मोदी-ट्रंप की मुलाकात के चार दिन बाद कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति पर की गई ये टिप्पणी हैरानी भरी हैं।
अनुच्छेद 370 के खंड दो और तीन को खत्म किए जाने के बाद 26 अगस्त को ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बैठक हुई थी। जिसमें प्रधानमंत्री ने कश्मीर पर किसी तीसरे देश की मध्यस्थता को तुरंत नामंजूर कर दिया था। उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि दो देश द्विपक्षीय बातचीत से इस मुद्दे पर चर्चा कर इसे सुलझा लेंगे और हम किसी तीसरे देश को परेशान नहीं करना चाहते हैं।"
ट्रंप ने अपनी ओर से कश्मीर पर भारत की स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा था कि भारत और पाकिस्तान आपस में इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि उन्होंने और प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की है।
ट्रंप ने कहा था, "हमने कश्मीर के बारे में बात की, प्रधानमंत्री (मोदी) को वास्तव में लगता है कि सब नियंत्रण में है। वे पाकिस्तान के साथ बात करेंगे और मुझे यकीन है कि वे कुछ ऐसा कर पाएंगे जो बहुत अच्छा होगा।"
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।