Pakistan Economic Circes पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक के पास केवल सात अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार शेष है। इसकी तुलना में वर्ष 1971 में पाकिस्तान से टूटकर बना बांग्लादेश 33 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार के साथ सहज स्थिति में है। फिच ने पाकिस्तान की तरक्की की रफ्तार 3.2 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मुल्क की गिरती अर्थव्यवस्था को थामने तमाम कोशिशें कर रहे हैं। पाकिस्तान इन दिनों कर्ज लेकर कर्जों को पाटने की कोशिश कर रहा है। इससे वह नए तरह की मुसीबतों के भंवर में फंसता जा रहा है। वह कर्ज देने वाले देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की शर्तें मानने पर विवश दिखाई दे रहा है। ऐसे में इमरान खान की नीतियों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
आईएमएफ की शर्तों से और सुस्त पड़ेगी तरक्की की रफ्तार
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पाकिस्तान को छह अरब डॉलर का कर्ज देने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। तीन साल के लिए दिए जाने वाले इस कर्ज के लिए आइएमएफ ने पाकिस्तान के समक्ष कड़ी शर्तें रखी हैं। इससे आने वाले दिनों में पाकिस्तान की तरक्की की रफ्तार पर नकारात्मक असर पड़ेगा। हालात यह हैं कि आइएमएफ की शर्तों की आहट पर पाकिस्तान में रुपये में गिरावट का दौर जारी है। यही नहीं विश्व बैंक की शर्तों ने भी देश की अर्थव्यवस्था पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। दुनिया के बाकी मुल्क जो मदद कर रहे हैं, वे भी कहीं न कहीं अपने हितों की एवज में ही मदद कर रहे हैं।
देश की इकोनॉमी पर मजबूत हो रही सेना की पकड़
पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की बदहाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने अस्तित्व के 70 वर्षों में आधे से अधिक समय तक पाकिस्तान पर शासन करने वाली सेना ने सुरक्षा और विदेश नीति के बाद अब वित्तीय संकटों का हवाला देते हुए देश के आर्थिक मामलों में भी दखलंदाजी करनी शुरू कर दी है। अभी पिछले ही महीने सेना प्रमुख बाजवा को राष्ट्रीय विकास परिषद के सदस्य के तौर पर नामित किया गया है। ऐसा पहली बार है जब शीर्ष आर्थिक सलाहकार निकाय में सेना प्रमुख को शामिल किया गया है। पाकिस्तान की मीडिया में इस कदम की जमकर आलोचना हो रही है। अखबार डॉन ने अपने संपादकीय में सेना प्रमुख को सियासी और आर्थिक मामलों में दखल नहीं देने की सलाह दी है।
कर्ज लेकर कर्ज चुकाने की तरकीब दे रही नई मुसीबतों को दावत
आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि आइएमएफ ने पाकिस्तान के समक्ष आर्थिक अनुशासन के साथ ही समीक्षा की शर्त भी रखी है। इसके तहत हर तीन महीने में आइएमएफ की टीम पाकिस्तान आकर आर्थिक हालात और अपने दिशानिर्देशों के पालन की स्थिति की समीक्षा करेगी। पाकिस्तान को कर्जों की कड़ाई से वसूली करने को कहा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इएमएफ से मिलने वाले कर्ज से सरकार बाहरी कर्जों को चुकाएगी। दूसरे शब्दों में कहें तो पाकिस्तान अब कर्ज लेकर कर्जे उतारने की कोशिश कर रहा है। ऐसा करना देश की अर्थव्यवस्था के लिए आत्मघाती कदम माना जा रहा है। यही कारण है कि मित्र देशों चीन, सऊदी अरब, यूएई और कतर से मिली आर्थिक मदद भी देश की आर्थिक सेहत को सुधार नहीं पा रही है।
चीन के चंगुल में पहले ही फंस चुका है पाक
चाइनीज डिवेलपमेंट बैंक ने पाकिस्तान को मार्च 2015 तक 1.3 अरब डॉलर कर्ज की मंजूरी दी थी। अब पाकिस्तान बुरी तरह चीन के कर्जों की दबाव में है। इस कर्ज को पाटने के लिए वह आईएमएफ के सामने एक बार फिर से कटोरा लेकर खड़ा है। दिसंबर 2018 में आईएमएफ ने चीन का कर्ज उतारने के लिए पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर दिया था। अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) पाकिस्तान को चीन का उधार चुकाने के लिए कर्ज नहीं दे सकता है। पाक-चीन आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की परियोजना ने भी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर करारी चोट की है। यही कारण रहा कि इमरान खान को जनवरी में इससे जुड़ी एक बड़ी बिजली परियोजना को रद करना पड़ा था।
अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा डाउनग्रेड किए जाने का खतरा
कर्ज के भंवर में डूर रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से भी तगड़ा झटका मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ), विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) और यूरोपीय संघ (ईयू) जैसे संस्थान पाकिस्तान को डाउनग्रेड करेंगे। यही नहीं मूडीज, एसएंडपी और फिच जैसी एजेंसियां भी उसके जोखिम रेटिंग में कमी करेंगी, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और खराब होने की संभावना है। इससे भविष्य में विदेशों से कर्ज मिलने के रास्ते बंद होते जाएंगे। सनद रहे कि पाकिस्तान के कुल खर्चों का 30.7 फीसद हिस्सा कर्ज की किस्तों को भरने में ही चला जाता है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भी पाकिस्तान की रेटिंग घटाकर बी निगेटिव कर दी है। इससे पाकिस्तान में निवेश पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ेगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।