उत्तर कोरिया की प्रमुख न्यूक्लियर साइट पर हो रही हलचल ने एक बार फिर से अमेरिका को चौकन्ना कर दिया है। अमेरिका को शक है कि उत्तर कोरिया परमाणु बम बनाने के लिए किसी रेडियोएक्टिव मेटेरियल को रिप्रोसेस करने में लगा है। यह सबकुछ हनाई में किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रंप की वार्ता के विफलता के बाद हुआ है। यह वार्ता फरवरी में हुई थी।
आपको बता दें कि किम और ट्रंप तीसरी मुलाकात की मंशा जता चुके हैं। लेकिन इससे पहले ही इस उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के बारे में सामने आई जानकारी इसकी सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगाने के लिए काफी है। किम ने पिछले दिनों कहा था कि वह केवल तभी तक बातचीत को तैयार है जब तक ट्रंप इसके प्रति उचित रवैया दिखाते हैं। अन्यथा उत्तर कोरिया के पास सभी विकल्प पूरी तरह से खुले हैं।
सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज की तरफ से कहा गया है कि उपग्रह से जो चित्र मिले हैं उनके मुताबिक योंगब्योन न्यूक्लियर साइट पर यूरेनियम इनरिच फेसेलिटी और रेडियोकेमेस्ट्री लैब के निकट 12 अप्रैल को पांच रेलकार दिखाई दी हैं। इस तरह की रेल कार का इस्तेमाल रेडियोएक्टिव मैटेरियल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए होता है। लिहाजा तीसरी वार्ता से पहले यह अच्छी खबर नहीं है।
आपको बता दें कि अभी तक की दो शिखर वार्ताओं में दोनों देशों के प्रमुखों के बीच हाथ मिलाने से ज्यादा कुछ नहीं मिला है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पिछले वर्ष सिंगापुर वार्ता में भी दोनों नेताओं के बीच कुछ सहमति तो जरूर बनी थी, लेकिन समझौते पर आकर बात अटक गई थी। हनोई में तो किम ने साफ तौर पर मेज पर कुछ शर्तों के साथ अपनी बात शुरू की थी। उनकी पहली शर्त उत्तर कोरिया से सभी प्रतिबंध हटाने को लेकर थी, जिसपर ट्रंप पूरी तरह से असहमत थे और वार्ता अधूरी छोड़कर चले गए थे। उन्होंने उस वक्त कहा था कि इस शर्त के साथ वार्ता को आगे बढ़ाना बेमानी था, लिहाजा उन्होंने वहां से चले जाना बेहतर समझा।
इतना ही नहीं, यदि दोनों शिखर वार्ताओं पर गौर करें तो उस दौरान अमेरिकी सैटेलाइट से मिली तस्वीरों ने भी वार्ताओं को विफल बनाने का काम किया है। दरअसल, सिंगापुर हो या हनोई दोनों ही वार्ता के आसपास अमेरिकी खुफिया विभाग सैटेलाइट इमेज के जरिए यह प्रमाणित करने की कोशिश की कि किम वार्ता के साथ-साथ अपने परमाणु कार्यक्रम को भी आगे बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा अमेरिका ने सैटेलाइट इमेज के जरिए चीन से लगती सीमा पर दो इमारतों को भी संदिग्ध बताते हुए वार्ता की सफलता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया था। वहीं, हनोई वार्ता के बाद अमेरिका ने भी उत्तर कोरिया पर ताजे प्रतिबंध लगाए थे। इसके अलावा इसकी जद में कहीं न कहीं चीन भी आ गया था। वहीं अब जबकि दोनों नेता तीसरी वार्ता की बात कह रहे हैं तो सामने आई उपग्रह की तस्वीरें शांति की राह में रुकावट बन सकती हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।