आदि शंकराचार्य जी ने प्रदेश की भूमि से एकता का संदेश दिया था। उन्होंने राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। यह विचार कलेक्टर श्री राजेश जैन ने अद्वैत दर्शन के प्रथम आचार्य आदि गुरू शंकराचार्य जी की प्राकट्य पंचमी महोत्सव के अवसर पर यहां आयोजित बौद्धिक संगोष्ठी में व्यक्त किए। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक श्री पन्नालाल शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अर्चना चौहान, भाजपा अध्यक्ष श्री राधेश्याम पारिख, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री कैलाश वानखेड़े, अपर कलेक्टर श्री नियाज अहमद खान, जनप्रतिनिधिगण, नागरिकगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रवर्तक सनातन धर्म के पुर्नरूद्धारक आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी को हम पूरे प्रदेश में आचार्य शंकर प्रकटोत्सव के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आचार्य शंकर ने हमारे देश में सांस्कृतिक एकता की मजबूत नींव रखी।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफे. रघुनाथ घोष ने आदि शंकराचार्य के दर्शन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आदि शंकराचार्य सांस्कृतिक एकता के देवदूत थे। उनका चिन्तन विश्व में सांस्कृतिक एकता के लिए था। उन्होंने समाज को दिशा दी। यह उनका दर्शन है कि मनुष्य जात में किसी तरह का कोई भेद नहीं है, सब एक हैं। सभी ब्रह्म की संतानें हैं। इनमें कोई भेद नहीं है।
प्रोफे. घोष ने अपने आख्यान में आगे कहा कि आदि शंकराचार्य के दर्शन में सगुण ब्रह्म तथा निर्गुण ब्रह्म दोनों का दर्शन किया जा सकता है। सभी लोग ईश्वर का आवास हैं। ईश्वर उनपर कृपा करते हैं, जिन पर आप कृपा करते हैं। सारी दुनिया को जोड़ने का काम वेद दर्शन ही कर सकता है। किसी एक को आनंदित देखकर दूसरे को आनंद की अनुभूति होती है। ठीक उसी तरह जैसे कोई मां अपने बच्चे को भोजन कराकर तृप्त होती है।
प्रोफे. घोष ने कहा कि आदि शंकराचार्य के दर्शन में एक चैतन्य भाव सब जगह मौजूद है। लिहाजा एक-दूसरे को मित्र की दृष्टि से देखना चाहिए। तभी विश्व का कल्याण है। सभी सोचते हैं कि कोई छोटा, कोई बड़ा या कोई ऊंचनीच ना हो। सारी दुनिया एक है, जो एक परिवार के रूप में विद्यमान है। प्राणी मात्र में एक चेतना है। आदि शंकराचार्य जी ने कहा था कि उनके विचारों का मनन करें और अगर वे ठीक लगें, तो उनका अनुसरण करें। शंकराचार्य जी का आत्म ज्ञान के बारे में एक ही मूलमंत्र ध्यान में रखें कि शरीर को अच्छा रखें और मनोबल को ऊंचा रखें। जब तक हमारा अभीष्ट सिद्ध ना हो जाए, तब तक कोशिश करते रहना चाहिए। संगोष्ठी के अंत में प्रोफे. सतीष चतुर्वेदी ने आभार प्रदर्शन किया।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को 'परीक्षा पे चर्चा' में विद्यार्थियों से बात की। उन्होंने विद्यार्थियों से परीक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने पर बातचीत की। विद्यार्थियों ने चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से विभिन्न विषयों पर सवाल किये। इन सवालों का प्रधानमंत्री ने रोचक उदाहरणों के साथ जवाब दिया। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में प्रसारित किये गये कार्यक्रम में शामिल हुए।
भोपाल। राज्य आनंद संस्थान और मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बीच मैनिट परिसर में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग (समझौता ज्ञापन) किया गया। एमओयू के तहत दोनों पक्ष तीन वर्षों तक एक-दूसरे के सहयोगी के रूप में कार्य कर विभिन्न गतिविधियों का क्रियान्वयन करेंगे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय वायु सेना दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं।
भोपाल। नरेला विधानसभा में रहवासियों को निरंतर विकास कार्यों की सौगात मिल रही है। रविवार को भी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने रहवासियों को दो बड़ी सौगातें दीं। मंत्री श्री सारंग ने नरेला विधानसभा में एक और फ्लाईओवर की सौगात देते हुए प्रभात चौराहे पर थ्री टियर सिस्टम आधारित फ्लाईओवर का भूमिपूजन किया। उन्होंने करोंद क्षेत्र के पलासी में शासकीय महाविद्यालय नरेला का लोकार्पण भी किया। कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये बस सुविधा का विस्तार करते हुए बैरागढ़ चिचली से पलासी बड़वाई तक एसआर-4 सिटी बस का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय क्षेत्रीय रहवासी उपस्थित रहे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर में अटल स्मारक, मंदसौर में पशुपतिनाथ लोक, अमरकंटक में मां नर्मदा महालोक और बड़वानी में नागलवाड़ी लोक का भूमिपूजन करेंगे। प्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास के 616 करोड़ 99 लाख रूपये के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जायेगा। प्रदेश के पर्यटन स्थलों को विश्व स्तरीय बनाने और पर्यटकों के लिए पर्यटन सुविधाओं का विकास करने के उद्देश्य से प्रदेश में स्मारक, लोक, म्यूजियम के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जायेगा।
भोपाल। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि अगले एक साल में सतना जिले के रामनगर के सभी गाँवों के खेतों तक नहरों का पानी पहुँचेगा। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ कराया जा रहा है। राज्य मंत्री श्री पटेल सोमवार को सतना जिले के रामनगर में करीब 5 करोड़ रूपये लागत के नहरों के मरम्मत और लाइनिंग कार्य का भूमि-पूजन के बाद हुए समारोह को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि समूह जल प्रदाय योजनाओं को गति देने के लिये सशक्त मॉनिटरिंग और उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले को पुरस्कृत किया जायेगा, वहीं काम न करने वाले को ब्लेकलिस्ट। मंत्री श्री शुक्ल ने जल भवन भोपाल में समूह जल प्रदाय योजनाओं की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल हाट बाजार में स्वच्छता ही सेवा अभियान में 'एक तारीख-एक घंटा-एक साथ' कार्यक्रम में शामिल होकर श्रमदान किया। उन्होंने झाड़ू लेकर परिसर में सफाई की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की वॉल पर "जहाँ स्वच्छता वहीं ईश्वर" लिखकर प्रदेशवासियों को स्वच्छता संदेश दिया।
भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 70 व 69 में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत नागरिकों के साथ श्रमदान किया। मंत्री श्री सारंग ने स्वच्छता अभियान के दौरान स्वयं श्रमदान कर नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने आसपास स्वच्छता का ध्यान रखें और स्वस्थ रहें। इस दौरान उन्होंने रहवासियो को स्वच्छता की शपथ भी दिलवाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की "स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान" की अपील के बाद देशव्यापी स्वच्छता अभियान चलाया गया।
भोपाल। जनसम्पर्क तथा पीएचई मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गायत्री मंदिर परिसर रीवा में 12 लाख रूपये की लागत के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण, पेवर ब्लॉक लगाने तथा शौचालय निर्माण का कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आचार्य श्रीराम शर्मा ने सनातन धर्म को नई दिशा दी। उनकी विरासत को गायत्री परिवार आगे बढ़ा रहा है। गायत्री परिवार सनातन धर्म की लगातार सेवा कर रहा है।