भारत के सबसे करीब स्थित थाईलैंड सालभर सैलानियों से भरा रहता है। खासतौर पर फुकेत यहां आकर्षण का केंद्र है। यह दक्षिण पूर्व एशिया के लोगों के लिए लोकप्रिय स्थान है, जहां का रेतीला समुद्री तट उन्हें आकर्षित करता है।
अगर आप भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो सर्दियों में न जाएं। हालांकि यहां सर्दियों में ही मौसम खुशगवार होता रहता है लेकिन इस समय टिकट्स और होटल्स महंगे होते हैं। अप्रैल-मई काफी गर्म महीने होते हैं। बारिश मई-जून से अक्टूबर तक रहती है। दिन में काफी गर्मी होती है लेकिन शाम को मौसम सुहाना हो जाता है।
खानपान और सैर-सपाटा
फुकेत का अपना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, चीन, इंडोनेशिया, जापान और भारत से फुकेत के लिए अपेक्षाकृत कम बजट में रोजाना फ्लाइट्स अवेलेबल हैं। लोकल जगहों को देखने के लिए बहुत ज्यादा पैसे नहीं खर्च करना चाहते तो किराए पर मोटर बाइक लें या टुकटुक टैक्सी भी यहां लोकप्रिय हैं।
फुकेत टाउन में एक मुख्य बस टर्मिनल है। फुकेत और कोह लांता और कोह फ़ि फ़ि के आसपास के द्वीप पर क्रबी से नाव द्वारा पहुंचा जा सकता है। स्ट्रीट फूड के शौकीन नहीं हैं तो फुकेत आकर आपकी पसंद बदल जाएगी। यहां जगह-जगह स्ट्रीट फूड नज़र आता है। छोटे हॉकर्स, स्टॉल्स और स्थानीय नूडल्स की दुकानों से सी फूड तक हर बजट में यहां स्वादिष्ट भोजन मिलता है। थाई फूड भुत्भी स्वादिष्ट के साथ हेल्दी होता है। ट्रेडिशनल फूड के लिए नाकले की खाड़ी में ओल्ड सियाम रेस्तरां अच्छा ऑप्शन है।
खूबसूत और एडवेंचरस आइलैंड्स
यहां जाएं तो फांग नगा बे और जेम्स बॉन्ड द्वीप की सैर करना न भूलें। अंडमान सागर के फ़िरोजा पानी से बाहर निकलने वाले कार्स जटिंग के द्वारा एक बोट से फांग नगा खाड़ी की सैर मेरे लिए न भूलने वाला अनुभव रहा। जेम्स बॉन्ड द्वीप और कोह पैनी इस खाड़ी में बहुत मशहूर हैं। जेम्स बॉन्ड सीरीज की फिल्म ' मैन इन द गोल्डेन गन' की शूटिंग यहीं हुई है। सिमिलन और सुरिन प्राचीन आइसलैंड हैं। समुद्र के भीतर की दुनिया देखना चाहते हैं तो गोताखोर बनकर शार्क, ऑक्टोपस और रंगबिरंगी मछलियों का जायज़ा लें।
फुकेत के आसपास के सभी द्वीपों में सबसे मशहूर है कोह फ़ि फ़ि। अंडमान सागर के इस हिस्से में दो द्वीप हैं। इनमें फ़ि फ़ि डॉन खास है, जहां ज्यादातर सैलानी रातभर मौज-मस्ती करते हैं। फ़ि फ़ि लेह दूसरी जगहों की अपेक्षा शांत दक्षिणी द्वीप है और यहां रात में रुकने का इतंजाम नहीं है।
समुद्री तट
फुकेत अपने सुंदर समुद्री तटों के लिए जाना जाता है। मस्त नाइट लाइफ के लिए पटोंग बीच का रुख कर सकते हैं। दोस्तों के साथ यहां जाकर ज्यादा मस्ती की जा सकती है। यहां आसपास काफी घूमने वाली जगहें हैं। समुद्र तट पर दोपहर के समय भी शानदार माहौल रहता है।
काटा और करोन रेतीला द्वीप है और पटोंगी की तुलना में कम भीड़ होती है लेकिन यहां आंखों को सुकून देने वाले कई नज़ारें हैं। कलीम बे एक शांत स्थान है। यहां ट्रेंडी बार और रेस्तरां का अंबार है। पहाड़ों से घिरा प्रकृति के करीब कलीम भी टूरिस्टों की हिटलिस्ट में शामिल है।
पटोंग से थोड़ा ऊपर स्थित है चेर्नगाल्टे। इंटरनेशनल रेस्तरां बार और समुद्र तट क्लब्स देखने के लिए यहां जा सकते हैं।
नज़ारे प्यारे-प्योरे
फुकेत की सबसे ऊंची पहाड़ियों में पनवा का नज़ारा शायद इस द्वीप का सबसे सुंदर नज़ारा है। केप पानवा में स्थित करोन विंडमिल व्यूपॉइंट व प्रोमथेप क्रेप पहाड़ी के पॉइंट पर सरकारी रडार हिल पातोंग, चॉलोंग और फुकेत टाउन के दृश्य सुकून देने वाले हैं। देर रात तक यहां बार और नाइट क्लब्स चलते हैं। म्यूज़िकल नाइट्स होती हैं, स्थानीय संगीत और संस्कृति का मज़ा नारियल पानी पीते हुए भी लिया जा सकता है।
यहां पहली बार जाएं तो कुछ खास जगहों को देखना न भूलें...
वाट चॉल्ग
वाट चॉल्ग यहां का सबसे बड़ा मंदिर है। इस रंगीन इमारत में थाई और बौद्ध पौराणिक कथाएं बिखरी हुई हैं और बुद्ध की अलग-अलग मुद्राएं दिखती हैं। यहां कई बुद्ध प्रतिमाएं हैं, जिनमें सबसे प्रतिष्ठित मंदिर के पुराने हॉल में स्थित पोह थान जा वॉट है।
साइमन कैबरे
पटोंग बीच के पास स्थित साइमन कैबरे यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है। यहां जगमगाती रोशनियों के बीच नृत्यांगनाओं के मनमोहक अंदाज दर्शकों को मदहोश कर देते हैं।
का ओ सोक नेशनल पार्क
यहां आप ट्री हाउस, हाथियों सहित कई दूसरे जीव-जंतुओं और शांत नदियों का आनंद ले सकते हैं। यह पार्क दुनिया के सबसे पुराने जंगलों में गिना जाता है। शानदार झरने यहां की पहचान हैं।
बुद्ध प्रतिमा
45 मीटर की ऊंचाई वाली बड़ी बुद्ध प्रतिमा फुकेत के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है, साथ ही सैलानियों के आकर्षण का केंद्र भी है। यह विशाल स्मारक चांगलोंग और काटा के बीच नकेरड हिल्स पर है।
फरवरी खत्म होते ही मौसम सुहावना होने लगता है। इस मौसम में घूमने-फिरने का अपना अलग ही मजा होता है। बीच हो या हिल स्टेशन हर एक जगह का अलग रोमांच होता है। लेकिन अगर आप सफर में बहुत ज्यादा टाइम नहीं गवाना चाहते तो दिल्ली के आसपास बसी इन जगहों पर डालें एक नजर। जहां मिलेगा एडवेंचर का भरपूर मौका।
सर्दियों का मौसम वैसे तो अच्छा लगता है लेकिन इस समय घूमने का भी एक अलग ही आनंद होता है. जी हाँ, इन दिनों अगर घूमने को कह दिया जाए तो उसके लिए कोई मना नहीं करता क्योंकि मौसम बहुत आकर्षक होता है. ऐसे में आज हम आपको उन तीन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ ठहरने का खर्च और हवाई यात्रा का खर्च बहुत कम है. केवल इतना ही नहीं, इन जगहों पर होने वाली ऐक्टिविटी के बारे में भी जान लीजिए जिसे करने में आपको खूब मजा आएगा. आइए बताते हैं आपको आपके लिए विंटर वेकशन के लिए बेस्ट जगह.
12वीं शताब्दी के अंकोरवाट मंदिर को चूना पत्थर की विशाल चट्टानों से कुछ ही दशकों में बना लिया गया था। डेढ़ टन से ज्यादा वजन वाली ये चट्टानें बहुत दूर से लाई जाती थीं। सैकड़ों किलोमीटर दूर से विशाल चट्टानों को लाना तब असंभव सा था। तत्कालीन हिंदू राजा ने मंदिर के लिए करीब स्थित माउंट कुलेन से चट्टानें लाने में भूमिगत नहरों की मदद ली। नावों में लादकरक ये चट्टानें पहुंचाई गई।
यह तो हम सभी जानते है कि नव वर्ष की शुरूआत हो चुकी है. ऐसे में अपने परिवार और दोस्तों के साथ बाहर घूमने फिरने जाने का मन तो हर किसी का होता है.अगर समय की कमी के चलते 31 दिसंबर की रात पार्टी नहीं कर पाए हैं तो कोई बात नहीं. दिल्ली में बहुत सी ऐसी शानदार जगहें हैं जहां पर परिवार और दोस्तों के साथ सैर सपाटे के लिए जाना अच्छा लगेगा. तो चलिए जानें ऐसी ही कुछ खूबसूरत जगहों के बारे में जहां पर नए साल के मौके पर घूमने के लिए जाया जा सकता है. दिल्ली और दिल्ली के आसपास कई ऐसी जगहें हैं, जहां हरियाली के बीच आप अपनों के साथ पिकनिक मनाने जा सकते हैं. इन जगहों पर जाने के लिए किसी विेशेष अवसर या खास दिन की जरूरत नहीं, बल्कि आप वीकेंड पर भी दोस्तों या परिवार के साथ जा सकते हैं.
मॉनसून में घूमने की प्लानिंग करना थोड़ा रिस्की होता है लेकिन इंडिया में कुछ जगहें ऐसी हैं जहां की खूबसूरती मॉनसून में अपने चरम पर होती है। ऐसी ही जगहों में शामि है पुणे, जिसके आसपास बिखरी है बेशुमार खूबसूरती। वीकेंड में दोस्तों के साथ मस्ती करना चाह रहे हैं या सोलो ट्रिप पर जाना हो, बिंदास होकर इन जगहों का बना सकते हैं प्लान।
घूमने का मतलब सिर्फ डेस्टिनेशन कवर करना नहीं होता बल्कि उस जगह के खानपान, कल्चर और अलग-अलग तरह के एडवेंचर से भी रूबरू होना होता है। ग्रूप और सोलो जैसे ही रोड ट्रिप का भी अपना अलग ही मज़ा होता है और वो भी जब आपकी सवारी साइकिल हो। जी हां, साइकिलिंग करते हुए आराम से उस जगह की हर एक चीज़ के बारे में जानना। हालांकि, इसके साथ डेस्टिनेशन तक पहुंचना इतना आसान नहीं होता लेकिन एडवेंचर के शौकीन इसे बहुत एन्जॉय करते हैं। तो अगर आप भी उनमें से एक है तो इंडिया में साइकिलिंग के लिए कौन से जगहें बेस्ट हैं, इसके बारे में जानेंगे।
इंडिया में सर्फिंग का क्रेज रीवर रॉफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, स्कूबा डाइविंग और बंजी-जंपिग जितना नहीं, बाहर से आने वाले टूरिस्ट्स के बीच ये एडवेंचर बहुत पॉप्युलर है। लेकिन अब इंडिया में भी धीरे-धीरे लोग इस एडवेंचर को न सिर्फ ट्राय कर रहे हैं बल्कि एन्जॉय भी। तो इस एडवेंचर को एन्जॉय करने के लिए इंडिया में कौन सी जगहें हैं बेस्ट, जानते हैं यहां।
बिहू की शुरूआत होते ही असम का नज़ारा देखने लायक होता है। चारों ओर खेतों में लहलहाती फसल, झूमते-नाचते लोग और तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोज़न इसकी रौनक में चार चांद लगाने का काम करते हैं। असम में रहने वाले ज्यादातर लोग कृषि पर निर्भर हैं इसलिए यहां इस त्योहार का खासा महत्व है। कोई भी फेस्टिवल वहां के पारंपरिक खान-पान के बिना अधूरा है। खानपान के साथ ही लोकगीत और नृत्य का तालमेल बिहू को बनाता है लोकप्रिय। फेस्टिवल में बनाए जाने वाले अलग-अलग तरह के पकवानों में चावल, नारियल, गुड़, तिल और दूध का खासतौर से इस्तेमाल किया जाता है। तो आइए जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में...
शक्ति का अवतार मां दुर्गा को ब्रम्हांड के रक्षक के रूप में जाना जाता है। शक्ति और मनोकामना की पूर्ति के लिए मां दुर्गा को पूजा जाता है खासतौर से नवरात्रि के दौरान। चैत्र हो या शरद नवरात्रि, दोनों ही हिंदुओं के लिए बहुत मायने रखता है। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु नौ दिनों का उपवास रखते हैं और देवी की पूजा-अराधना करते हैं। भारत में अलग-अलग जगहों पर मां दुर्गा के अनेक मंदिर स्थित हैं जिनकी अलग मान्यताएं और कहानियां हैं। कहते हैं इन जगहों के दर्शन मात्र से बिगड़े हुए काम बन जाते हैं। तो आज इन्हीं मंदिरों के बारे में जानेंगे।
भारत के सबसे करीब स्थित थाईलैंड सालभर सैलानियों से भरा रहता है। खासतौर पर फुकेत यहां आकर्षण का केंद्र है। यह दक्षिण पूर्व एशिया के लोगों के लिए लोकप्रिय स्थान है, जहां का रेतीला समुद्री तट उन्हें आकर्षित करता है।