इडली और डोसा तो दक्षिण भारत की पहचान है। मतलब यहां आकर इसका जायका लेने से तो कोई चूक ही नहीं सकता। साउथ इंडिया के किसी भी शहर में घूमने की प्लानिंग कर लें कुछ एक चीज़ें बहुत ही कॉमन मिलेंगी। तो अगर आप नेरियामंगलम की वादियों में घूमने गए हैं तो मौसम, आवाजाही और घूमने वाली जगहों के साथ-साथ वहां के खानपान के बारे में भी जान लेना जरुरी है। जिससे आप आम डिशेज़ से अलग स्थानीय जायके को भी चख सकें। कई तरह के एक्सपेरिमेंट्स के साथ वेजिटेरियन से लेकर नॉनवेजटेरियन डिशेज़ की मौजूदगी ये दर्शाती है कि यहां लोग खाने-पीने के कितने शौकिन हैं।
पीडी और तट्ट डोसा का जायका
केरल के सामान्य खानपान का जायका नेरियामंगलम में भी लिया जा सकता है। हालांकि लगभग सभी होटलों में उत्तर भारत के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर भोजन की व्यवस्था रहती है। नेरियामंगलम बाजार में खाने के कई ठिकाने उपलब्ध हैं। सविता होटल, मलयाली, अरेबियन फूड कोर्ट आदि खाने की दुकानें पर्यटकों की आवाजाही से भरी रहती हैं। मुन्नार जैसे सुपरिचित स्थल का गेटवे होने के नाते ये दुकानें हमेशा गुलजार रहती हैं। इन दुकानों में स्थानीय व्यंजन, जैसे-पीडी, तट्ट-डोसा आदि तो मिलते ही हैं, साथ ही उत्तर भारतीय पर्यटकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर चपाती और सब्जी की व्यवस्था भी रहती है। यहां किसी भी चाय की दुकान पर खड़े होकर स्थानीय चाय और फिल्टर कॉफी का लुत्फ लिया जा सकता है। जब रात गहराती है, तब तट्ट डोसा और ऑमलेट का स्वाद और बढ़ जाता है। इनके अतिरिक्त 'कल्ल शाप' या 'शाप' अर्थात ताड़ी के ठिकानों पर शानदार मांसाहारी खानों का लुत्फ लिया जा सकता है। ताड़ी की दुकानों पर तरह-तरह की मछलियों, सी-फूड और मटन आदि के व्यंजनों का लुत्फ लिया जा सकता है। उन दुकानों पर लोग ताड़ी से ज्यादा वहां के मांसाहारी खाने के लिए आते हैं। उन दुकानों का स्वाद दूर-दूर से लोगों को खींच लाता है।
चुक्कापी : अदरक वाली कॉफी
तुकपालम पुल के पूर्वी छोर पर कुछ छोटी-छोटी दुकाने हैं, जिनमें से एक दुकान पर शानदार 'मुलग बज्जी' (मिर्च के पकौड़े) और 'चुक्कापी' (अदरक वाली कॉफी) मिलती है। उस दुकान पर आने वाले लोग जानते हैं कि मिर्च के पकौड़ों के साथ मिलने वाली वैसी चटनी दक्षिण भारत में और कहीं नहीं मिलती।
कम ऑप्शन्स हैं लेकिन लाजवाब हैं। जिन्हें आप खाने के बाद बरसों तक याद रखेंगे। तो केरल में किसी भी जगह जाने का प्लान कर रहे हैं तो थोड़ी देर नेरियामंगलम की हसीन वादियों में जरूर गुजार कर जाएं।
सर्दियों के मौसम में मूंगफली और गुड़ खाना किसे पसंद नहीं होता। मूंगफली स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होती है तो वहीं गुड़ भी काफी फायदेमंद होता है। ऐसे में अगर गुड़ और मूंगफली से बनी चिक्की मिल जाये तो सर्दियों का मजा भी दोगुना हो जाता है। तो देर किस बात की, अगर आप बाजार से चिक्की नहीं खरीदना चाहते हैं तो घर पर ही बना डालिये और इसका स्वाद लीजिये।
साल की सभी पूर्णिमा में आश्विन पूर्णिमा जिसे शरद पूर्णिमा भी कहा जाता है विशेष मानी गई है. शरद पूर्णिमा का चंद्रमा सोलह कलाओं से युक्त होता है. शास्त्रों के अनुसार इस तिथि पर चंद्रमा से निकलने वाली किरणों में सभी प्रकार के रोगों को हरने की क्षमता होती है. इसी आधार पर कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा की रात आकाश से अमृत वर्षा होती है.
आज हम आपके लिए लाये है एक आसान विधि जिसकी मदद से आप स्वादिष्ट भरवां करेला बना सकते है। नीचे दी गई विधि को फॉलो करे और लाजवाब भरवां करेला बनाकर सबको खुश करे। करेला कड़वा होता है जिसके कारण कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते।
ठंड के मौसम में गुड़ खाना सेहत के लिए अच्छा होता है। खास बात है कि गुड़ का इस्तेमाल कई तरह से भी किया जा सकता है। कुछ लोग गुड़ के साथ अपना पूरा खाना खा लेते हैं तो कुछ लोग खाना खाने के बाद मीठे के नाम पर गुड़ का सेवन करते हैं।
ओवन को 400 डिग्री पर प्री हीट होने के लिए रख दें।
अंडा- 4, ब्राउन ब्रेड- 8, ऑलिव ऑयल- 1 टीस्पून, नमक-स्वादानुसार, काली मिर्च- स्वादानुसार, चिली सॉस- 2 टीस्पून, मस्टर्ड सॉस- 2 टीस्पून, चीज- 4 स्लाइस
बादाम को 10 मिनट तक गरम पानी में भिगो दें। फिर इसका छिलका निकालें और अलग रख दें।कड़ाही में तेल गरम करें। फिर इसमें लहसुन, प्याज डालें और प्याज के नरम होने तक पका लें।फिर इसमें ब्रोकली डालकर एक मिनट तक पकाएं।
2 कप आटा, 1 कप मूंगदाल भिगोई हुई, 1/2 टीस्पून अजवाइन, 1 टीस्पून हरी मिर्च बारीक कटी,1 टीस्पून शक्कर, 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टीस्पून गरम मसाला, 1/4 टीस्पून हींग, 1/2 टीस्पून अदरक पेस्ट, स्वादानुसार नमक, 1 कप बारीक कटी मेथी, 1 नींबू का रस, 1 टीस्पून हल्दी, तेल
कितने लोगों के लिए : 4
सामग्री :