भोपाल। मध्यप्रदेश समेत राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव को लोकसभा चुनावों के साथ करने पर सरकारें विचार कर रही हैं। यदि ऐसा होता है तो मध्यप्रदेश ऐसा प्रदेश बन जाएगा जिसने सबसे पहले विधानसभा चुनावों को लोकसभा के साथ-साथ कराने की बात रखी थी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी साथ-साथ चुनाव कराने के पक्ष में कई बार कह चुके हैं। साथ ही पिछले साल भोपाल आए चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा था कि हम दोनों चुनावों को साथ-साथ कराने के पक्ष में है।
हिन्दुस्तान में एक बार फिर 'एक देश एक चुनाव' की मांग उठने लगी है। यदि ऐसा हो जाता है तो मतदाताओं को बार-बार के चुनावों से राहत मिलेगी, वहीं सरकार का पैसा भी बचेगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पिछले साल दोनों चुनाव साथ-साथ कराने का समर्थन कर चुके हैं। लेकिन दिल्ली में मंगलवार को चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि दोनों चुनाव साथ कराना संभव नहीं है। क्योंकि इतनी मात्रा में VVPAT मशीन नहीं हैं।
चुनाव आयुक्त ने मध्यप्रदेश में कही थी ये बात
पिछले साल अक्टूबर में भोपाल आए चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनावों के साथ कराए जाने की बात कहकर बड़ा मुद्दा दे दिया था। उनका दावा था कि चुनाव आयोग सितंबर 2018 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने में सक्षम हो जाएगा। रावत ने यह भी बताया था कि दोनों चुनाव साथ कराने के लिए केंद्र सरकार ने 12 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। हालांकि दिल्ली में मंगलवार को एक चैनल को दिए इंटरव्यू में रावत ने कहा कि दोनों चुनावों को साथ-साथ कराना संभव नहीं है। क्योंकि VVPAT मशीनें पर्याप्त नहीं हैं।
संविधान में संशोधन की जरूरत
-देश में विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव कराने में भले ही संवैधानिक दिक्कतें हों, लेकिन 2019 में लोकसभा के साथ एक दर्जन राज्यों के विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। देश में एक साथ चुनाव कराए जाने की दिशा में यह बड़ी शुरुआत है।
ज्यादातर दल भी हैं पक्ष में
सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग और ज्यादातर दल एक साथ चुनाव कराए जाने के समर्थन में हैं। ऐसे में यदि अगले साल लोकसभा चुनावों से ही इसकी शुरुआत हो जाती है तो लोकसभा चुनावों के साथ-साथ ओडिशा, आध्र और तेलंगाना के चुनाव तो होने ही वाले हैं, अन्य राज्य भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यानी मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावों को यदि कुछ माह होल्ड कर दिया जाएगा तो यह चुनाव भी 2019 में होने वाले आम चुनावों के साथ ही हो सकते हैं।
यह भी है खास
-लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनाव नवंबर 2019 में होने हैं। इन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और वे पहले ही चुनाव करा सकती हैं।-जम्मू-कश्मीर में भी अगले साल चुनाव संभावित हैं। वहां राज्यपाल शासन है। इस तरह लोकसभा के साथ अप्रैल-मई में कम से कम 11 राज्यों के चुनाव कराए जा सकते हैं।
-जिन चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान व मिजोरम के चुनाव होने हैं उनमें कुछ की विधानसभा अवधि फरवरी 2019 तक रहेगी। ऐसे में वहां पर दो-चार माह तक राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। चुनाव आयोग भी एक देश एक चुनाव के पक्ष में कई बार कह चुका है इसलिए इस मुद्दे पर ज्यादा दिक्कत नहीं होने वाली।
-इसमें बिहार राज्य भी शामिल हो सकता है। वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसके समर्थक हैं और भाजपा के साथ गठबंधन में फिर से जनादेश लेने में वह भी समय से पहले चुनाव के लिए तैयार हो सकते हैं।
भोपाल। कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा कि सिल्क टूरिज्म के विकास से रेशम का व्यापक प्रचार प्रसार होगा और लोग रेशम का उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे। रेशम को बढ़ावा देकर आम लोगों में रेशम के वस्त्रों के प्रति रुझान बढ़ाया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर आने वाले टूरिस्ट को भी रेशम वस्त्र की जानकारी दी जाएगी। उन्हें रेशम के वस्त्र खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन का "विशेष उपहार" दिए जाने पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रदेश की जनता की ओर से उनके प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करते हुए उनका अभिनंदन किया है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहे प्रयासों को मजबूती मिलेगी और महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त होंगी।
भोपाल। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों में रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) में 6 हजार 36 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्य आने वाले समय में किए जाएंगे। इससे विद्युत वितरण व्यवस्था की तस्वीर बदल जाएगी। जहॉं एक ओर उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिलेगी वहीं विद्युत वितरण प्रणाली मजबूत होगी। ब्रेकडाउन कम होंगे और प्रणाली की क्षमता वृद्धि से उपभोक्ताओं को सीधे फायदा मिलेगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी का वर्ष 2023-24 का बजट मंगलवार को संचालक मंडल की बैठक में प्रस्तुत किया गया। आगामी वित्तीय वर्ष के कुल 18 हजार 551 करोड़ रूपये के बजट की मंजूरी दी गई है।
भोपाल। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा का उद्देश्य जन-कल्याण, स्वराज के लक्ष्य को प्राप्त करना है। साथ ही विकास यात्रा के माध्यम से सरकारी योजना से छूटे हितग्राहियों को लाभान्वित करना भी है। उन्होंने अधिकारियों से अपने विभाग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपडेट करने के लिये भी कहा। राज्य मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री कावरे आज जिला अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम जैत में नर्मदा नदी के किनारे 4 करोड़ 88 लाख रूपये की लागत से बन रहे नर्मदा घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने घाट पर चल रहे निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में 29 अक्टूबर को होने जा रहे प्रदेश के 73 सीएम राइज स्कूलों के भूमि-पूजन कार्यक्रम का आयोजन बेहतर रूप में हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी सहित अधिकारी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश की सभी पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय पर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
भोपाल। दमोह जिले के दमोह देहात थाना के ग्राम देवरान में मंगलवार की सुबह गोली चलने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु होने की खबर मिलते ही जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई कर मुख्य आरोपी जगदीश पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की बारीकी से जाँच की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
भोपाल। आयुर्वेद हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है वर्तमान समय में इसे और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है। आयुर्वेद ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें मानव शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। आयुर्वेद में उपयोग होने वाली दवाएँ हमारे आस-पास ही मौजूद होती हैं। आयुर्वेद और योग को अपना कर हम अपने जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बना सकते हैं।