संसद के मानसून सत्र को सुचारु रूप से चलाने के लिए सत्तापक्ष ने 17 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, वहीं 18 जुलाई को आहूत हो रहे हैं सत्र के लिए विपक्ष ने हमलावर होने की जोरदार तैयारियां कर रखी हैं। मानसून सत्र 18 जुलाई से 10 अगस्त (18 बैठकें) के लिए ही प्रस्तावित है।
केन्द्र सरकार और लोकसभा अध्यक्ष संसद को चलाने के लिए जहां विपक्ष से सकारात्मक सहयोग मांगने की तैयारी में हैं, वहीं विपक्ष के नेताओं का साफ कहना है कि केन्द्र सरकार के इरादे ठीक नहीं हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि सरकार की मंशा पर विश्वास नहीं किया जा सकता। सूत्रों का कहना है कि विपक्ष एकजुट है और मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष का सदन में घेराव करेगा।
गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खडगे सक्रिय
कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा में नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में पार्टी के सदन मेंनेता मल्लिकार्जुन खडगे सक्रिय हैं। इसी साल के अंत में राजस्थान, म.प्र., छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके बाबत कमलनाथ पार्टी के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया में सरकार को घेरने की जुगत में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मानसून सत्र में सरकार की परेशानी बढ़ाते हुए दिखाई पड़ सकते हैं। टीडीपी ने केन्द्र सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की है। तृणमूल कांग्रेस के तेवर भी अक्रामक हैं।
यही स्थिति राज्यसभा में भी देखने को मिल सकती है। तीन तलाक के मुद्दे पर विपक्ष सत्ता पक्ष को आईना दिखाने की पूरी कोशिश करेगा। इस बिल को लोकसभा की मंजूरी मिल गई है, लेकिन राज्यसभा में अटका है। राज्यसभा में सत्ता पक्ष के पास बहुमत नहीं है। सरकार के लिए राष्ट्रीय अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने से जुड़ा बिल भी अहम है। ट्रांसजेडर विधेयक, चिकित्सा शिक्षा के लिए राष्ट्रीय आयोग विधेयक समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।
इसके अलावा सरकार की छह आध्यादेश लाने की भी तैयारी है। इन सब में सबसे अहम राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होगा। उपसभापति पीजे कूरियन का कार्यकाल खत्म होने के बाद उनके स्थान पर नये उपसभापति का चुनाव सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए नाक का सवाल है। सत्ता पक्ष के पास जहां बहुमत नहीं है, वहीं यह चुनाव विपक्ष की एकता का लिटमस टेस्ट होगा।
अरुण जेटली, अनंत कुमार.....अमित शाह
राज्यसभा में अरुण जेटली तो लोकसभा में संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार सत्ता पक्ष की तरफ से फ्लोर प्रबंधन की गोट बिठाते हैं। राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आने के बाद से सत्ता पक्ष की धार बढ़ी है। जेटली, शाह और कुमार मानसून सत्र की सफलता के रणनीति बनाने में जुट गए हैं। मंगलावर 10 जुलाई को शाह ने अरुण जेटली के साथ उनके आवास पर करीब डेढ़ घंटे तक मंत्रणा की है। इसमें पीयुष गोयल समेत अन्य शामिल थे।
चर्चा के केन्द्र में राज्यसभा में मनमाफिक उपसभापति का चुनाव था। इसके अलावा तीन तलाक के बिल को मंजूरी, राष्ट्रीय अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने वाले विधेयक समेत अन्य मुद्दे शामिल थे। सत्ता पक्ष ने इसके लिए सहयोगियों के साथ तालमेल बढ़ाने, विपक्ष के नेताओं से सहयोग लेने समेत अन्य मुद्दे पर चर्चा की है। फिलहाल सत्ता पक्ष के तेवर भी सख्त हैं। इस सख्ती का एक कारण आगामी चार विधानसभा चुनाव भी है।
उठेंगे कई मुद्दे
विपक्ष के पास इस बार भी मुद्दों की भरमार है। म.प्र. के मंदसौर के किसानों का मुद्दा हो या सरकार द्वारा खरीफ की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी सरकार के गिरने के बाद केन्द्र सरकार की नीतियां हों या दलित उत्पीडऩ के मामले में सरकार की आध्यादेश लाने की मंशा विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरेगा। उ.प्र. में कानून व्यवस्था का मुद्दा, जेल में ही अपराधी की हत्या जैसे मुद्दे भी विपक्ष उठाने की तैयारी में है।
एक देश, एक चुनाव(एक साथचुनाव) पर विपक्ष केन्द्र सरकार से खुलकर टकराने के मूड में है। संसद सत्ता पक्ष को घेरने के लिए मानसून सत्र के दौरान विपक्ष सड़क पर भी आंदोलन, धरना प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। मजदूर,किसान, दलित संगठन अगस्त के पहले सप्ताह में बड़ा प्रदर्शन और राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान करने की तैयारी कर रहे हैं। समझा जा रहा है कि इस दौरान विपक्ष उन्हें अपना समर्थन दे सकता है।
जमकर होगी राजनीतक तकरार
मानसून सत्र काफी अहम है। राजनीतिक दृष्टि से यह अपनी बात रखने के लिए विपक्ष का बड़ा हथियार है। साल के अंत में म.प्र., राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। इन राज्यों के चुनाव नतीजे 2019 में प्रस्तावित आम चुनाव पर भी असर डाल सकते हैं। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में मुख्य राजनीतिक दल इन चार राज्यों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक अभियान तेज करने में व्यस्त रहेंगे।
इसलिए सत्ता पक्ष जहां विपक्ष को एकजुटता का कोई भी अवसर देने के मूड में नहीं है, वहीं विपक्ष अपनी ताकत दिखाकर सत्ता पक्ष की धार भोथरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। ऐसे में जमकर राजनीतिक तकरार होने के आसार हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।