उत्तर कोरिया शुक्रवार तक अपने परमाणु परीक्षण स्थलों को खत्म करने के निर्णय पर कायम है। हालांकि ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि किम के साथ उनकी वार्ता में देरी हो सकती है, लेकिन उत्तर कोरिया बातचीत को लेकर संशय के बावजूद एलान के मुताबिक कार्रवाई करने को लेकर अडिग है। यहीं नहीं उत्तर कोरिया ने बुधवार को ही परमाणु स्थलों का विनाश देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को एकत्रित कर लिया।
परीक्षण स्थल का विनाश देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को किया एकत्रित
यदि मौसम ने साथ दिया तो बुधवार और शुक्रवार के बीच कभी भी इस परमाणु परीक्षण स्थल को नष्ट किया जा सकता है। प्योंगयांग ने इस माह की शुरूआत में ही पूर्वोत्तर स्थित पंगगी-रि नामक परमाणु परीक्षण स्थल को पूरी तरह नष्ट करने की घोषणा की थी। यह परीक्षण स्थल उत्तर कोरिया के छह स्थलों में सबसे शक्तिशाली है। जहां उत्तर कोरियाई दावे के मुताबिक हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया गया था। परमाणु परीक्षण स्थलों को नष्ट करने की उत्तर कोरिया की योजना ट्रंप और किम मुलाकात के लिए एक योजनाबद्ध सद्भावना संकेत का हिस्सा थी। लेकिन दोनों के बीच पिछले कुछ दिनों में ऐतिहासिक बैठक को लेकर पैदा हुए संशय के चलते इस नष्टीकरण पर संदेह जताया जाने लगा था।
ट्रंप-किम वार्ता पर अमेरिकी संदेह के बावजूद उत्तर कोरिया अपने एलान पर कायम
सियोल स्थित उत्तर कोरियाई विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कू काब-वू ने कहा कि सब कुछ पतली बर्फ पर हो रहा है। ट्रंप परमाणु निरस्त्रीकरण बहुत तेजी से चाहते हैं, कुछ ऐसा जो उनके कार्यकाल में पहली बार किया जाए। लेकिन ऐसी स्थिति में उन्हें उत्तर कोरिया को समान और त्वरित सुरक्षा गारंटी देनी होगी। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक परीक्षण स्थल का नष्टीकरण बेहद करीब से देखेंगे। यहां विशेषज्ञ दो मत रखते हैं। पहला यह कि परीक्षण स्थल को नष्ट करने के बाद भी उत्तर कोरिया इसे दोबारा बना सकता है और दूसरा यह कि किम इसे नष्ट करने की ट्रंप की शर्त को मान चुके हैं।
उत्तर कोरिया शुक्रवार तक अपने परमाणु परीक्षण स्थलों को खत्म करने के निर्णय पर कायम है। हालांकि ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि किम के साथ उनकी वार्ता में देरी हो सकती है, लेकिन उत्तर कोरिया बातचीत को लेकर संशय के बावजूद एलान के मुताबिक कार्रवाई करने को लेकर अडिग है। यहीं नहीं उत्तर कोरिया ने बुधवार को ही परमाणु स्थलों का विनाश देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को एकत्रित कर लिया।
परीक्षण स्थल का विनाश देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को किया एकत्रित
यदि मौसम ने साथ दिया तो बुधवार और शुक्रवार के बीच कभी भी इस परमाणु परीक्षण स्थल को नष्ट किया जा सकता है। प्योंगयांग ने इस माह की शुरूआत में ही पूर्वोत्तर स्थित पंगगी-रि नामक परमाणु परीक्षण स्थल को पूरी तरह नष्ट करने की घोषणा की थी। यह परीक्षण स्थल उत्तर कोरिया के छह स्थलों में सबसे शक्तिशाली है। जहां उत्तर कोरियाई दावे के मुताबिक हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया गया था। परमाणु परीक्षण स्थलों को नष्ट करने की उत्तर कोरिया की योजना ट्रंप और किम मुलाकात के लिए एक योजनाबद्ध सद्भावना संकेत का हिस्सा थी। लेकिन दोनों के बीच पिछले कुछ दिनों में ऐतिहासिक बैठक को लेकर पैदा हुए संशय के चलते इस नष्टीकरण पर संदेह जताया जाने लगा था।
ट्रंप-किम वार्ता पर अमेरिकी संदेह के बावजूद उत्तर कोरिया अपने एलान पर कायम
सियोल स्थित उत्तर कोरियाई विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कू काब-वू ने कहा कि सब कुछ पतली बर्फ पर हो रहा है। ट्रंप परमाणु निरस्त्रीकरण बहुत तेजी से चाहते हैं, कुछ ऐसा जो उनके कार्यकाल में पहली बार किया जाए। लेकिन ऐसी स्थिति में उन्हें उत्तर कोरिया को समान और त्वरित सुरक्षा गारंटी देनी होगी। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक परीक्षण स्थल का नष्टीकरण बेहद करीब से देखेंगे। यहां विशेषज्ञ दो मत रखते हैं। पहला यह कि परीक्षण स्थल को नष्ट करने के बाद भी उत्तर कोरिया इसे दोबारा बना सकता है और दूसरा यह कि किम इसे नष्ट करने की ट्रंप की शर्त को मान चुके हैं।
सिंगापुर में 12 जून को ट्रंप और किम जोंग-उन के बीच होने वाली शिखर वार्ता की अनिश्चितता के बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह दोनों नेताओं के इस सम्मेलन के लिए तैयार है। हालांकि उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त युद्धाभ्यास का विरोध करते हुए बैठक को रद्द करने की धमकी दी है जबकि ट्रंप भी वार्ता में देरी होने की आशंका जता चुके हैं।
इन सभी अनिश्चितताओं के बीच व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा कि यदि किम मिलना चाहते हैं तो हम शिखर सम्मेलन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने उत्तर कोरिया की उस घोषणा का स्वागत किया है जिसमें किम जोंग-उन ने परमाणु परीक्षण स्थल को खत्म करने का एलान किया था।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।