बीजेपी ने अक्सर नाराजगी जताने वाले एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को संदेश भेजकर उनके किसी प्रतिनिधि को राज्यसभा के डेप्युटी चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया है। ईटी को यह बात मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने दी है। संसद के ऊपरी सदन के उपसभापति का पद खाली होने जा रहा है क्योंकि पीजे कुरियन का कार्यकाल जल्द पूरा हो रहा है और बीजेपी यह पद सदन के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को नहीं देना चाहती।
ठाकरे को यह ऑफर ऐसे समय में भेजा गया है, जब यह अफवाह खूब जोर-शोर से फैली है कि बीजेपी यह पद अपने पास ही रखना चाहती है। इसके संभावित दावेदार के रूप में भूपेंद्र यादव के नाम पर चर्चा हो रही है। पता चला है कि शिवसेना ने बीजेपी के ऑफर का जवाब नहीं दिया है क्योंकि यह न्योता ऐसे समय में आया है, जब देश के राजनीतिक हालात संवेदनशील हो गए हैं और इस बारे में बहुत सोच-समझकर फैसला करने की जरूरत होगी। बीजेपी के प्रति काफी आक्रामक रुख अपनाती रही शिवसेना ने अगला चुनाव अलग होकर लड़ने का फैसला किया है।
सूत्रों ने बताया कि अगर शिवसेना सुलह का ऑफर मान लेती है तो इसका मतलब यह निकाला जा सकता है कि वह बीजेपी के साथ अपने मतभेद दूर करने को तैयार है। शिवसेना आक्रामक रुख इसलिए अपना रही है कि बीजेपी उसके राजनीतिक स्पेस में बड़े जोर-शोर से घुसपैठ कर रही है। उसे डर है कि अगले चुनाव के लिए होने वाले गठबंधन में बीजेपी की नजर ज्यादा सीटों पर होगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसे में अगर सुलह का मामला राज्य सभा के डिप्टी चेयरमैन की पोस्ट से आगे निकल जाता है तो फिर उनको गठबंधन पर भी फैसला करना पड़ जाएगा।
बीजेपी की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार दोनों में शिवसेना के प्रतिनिधि अब भी बने हुए हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने पर अब तक कोई फैसला नहीं किया है। अब अगर ठाकरे बीजेपी का ऑफर मान लेते हैं तो राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए नॉमिनेशन से जुड़ा मसला भी बहुत जटिल होगा। पार्टी के सबसे सीनियर लीडर संजय राउत का यह राज्यसभा का तीसरा कार्यकाल है। उनके सहयोगी वेणुगोपाल धूत का भी तीसरा कार्यकाल है जो राजनेता से ज्यादा कारोबारी माने जाते हैं। तीसरे मेंबर अनिल देसाई हैं, जिनका दूसरा कार्यकाल अभी शुरू ही हुआ है।
अगर शिवसेना बीजेपी का ऑफर मान लेती है और राज्यसभा के उपसभापति का पद राउत को दे देती है तो उसके दैनिक मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक को डेप्युटी चेयरमैनशिप पोस्ट की गैर राजनीतिक प्रकृति को देखते हुए अपना सुर नरम करना होगा। राउत अक्सर अखबार के जरिए बीजेपी और केंद्र की नीतियों की आलोचना करते रहते हैं।
सरकार से टीडीपी के तीन सांसद हटा लिए जाने के बाद शिवसेना और अकाली दल राज्यसभा में राजग के दूसरे सबसे घटक दल बन गए हैं। दोनों दलों के राज्यसभा में तीन तीन सदस्य हैं। बीजेपी ने AIADMK को अपनी तरफ खींचने के लिए उसको तब डेप्युटी स्पीकर की पोस्ट ऑफर की थी, जब जयललिता पार्टी की जनरल सेक्रटरी थीं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।