माकपा की केंद्रीय समिति की बैठक के तीसरे व आखिरी दिन रविवार को भारी हंगामे के बीच राजनीतिक मसविदे पर हुए मतविभाजन में पूर्व महासचिव प्रकाश करात गुट की ओर से पेश प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई। इससे तय हो गया है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी कांग्रेस के साथ कोई तालमेल नहीं करेगी। महासचिव सीताराम येचुरी की ओर से पेश मसविदे में भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस समेत तमाम धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ लेकर एक वाम लोकतांत्रिक मोर्चा बनाने की बात कही गई थी। येचुरी के प्रस्ताव के पक्ष में 31 और विपक्ष में 55 वोट पड़े। केंद्रीय समिति की बैठक में अपने मसविदे पर मुहर नहीं लगने से नाराज येचुरी ने बाद में पोलित ब्यूरो की बैठक में अपने पद से इस्तीफा देने की भी पेशकश की। लेकिन पार्टी के दूसरे नेताओं ने यह कह कर फिलहाल उनको मना लिया कि इससे अंदरूनी मतभेद सार्वजनिक हो जाएंगे और लोगों में गलत संदेश जाएगा।
केंद्रीय समिति की बैठक के पहले दो दिनों के दौरान येचुरी गुट की तमाम कोशिशों के बावजूद जब मसविदे पर सहमति नहीं बनी तो तीसरे दिन इस पर मतदान का फैसला किया गया। भारी हंगामे के बीच हुए मतदान में समिति के सदस्यों ने करात गुट के मसविदे पर मुहर लगा दी। कांग्रेस के साथ तालमेल के मुद्दे पर येचुरी व करात के बीच उभरे मतभेदों की वजह से ही अबकी बैठक में दो अलग-अलग राजनीतिक मसविदे पेश किए गए थे। इससे पहले वर्ष 1964 में ही वामपंथी पार्टी की बैठक में दो अलग-अलग मसविदे पेश किए गए थे। तब उसका नतीजा इस पार्टी के विभाजन और भाकपा के जन्म के तौर पर सामने आया था।
माकपा सूत्रों ने बताया कि रविवार की बैठक में पारित प्रस्तावों को अप्रैल में हैदराबाद में होने वाली पार्टी कांग्रेस में पेश किया जाएगा। इस तीन-दिनी बैठक में पार्टी और इसके दो प्रमुख नेताओं- येचुरी व करात के बीच जारी मतभेद खुल कर सामने आ गए। माकपा के एक नेता ने बताया कि येचुरी के मसविदे में भाजपा के राजनीतिक विकल्प के तौर पर कांग्रेस समेत तमाम धर्मनिरपेक्ष ताकतों को साथ लेकर एक वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के गठन का प्रस्ताव था। लेकिन करात गुट को कांग्रेस के साथ पर भारी आपत्ति थी। येचुरी गुट ने विरोधियों को साथ लेने के लिए अपने मसविदे में फेरबदल करते हुए सत्तारुढ़ दलों का साथ नहीं लेने, लेकिन आगे चल कर तालमेल का विकल्प खुला रखने का सुझाव दिया था। लेकिन करात गुट कांग्रेस को साथ नहीं लेने पर अड़ा रहा। उसकी दलील थी कि वर्ष 2019 के चुनावों में कांग्रेस के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई तालमेल नहीं होना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि येचुरी आखिर तक मतविभाजन को टालने का प्रयास करते रहे। लेकिन करात गुट की दलील थी कि लंबे समय से जारी इस विवाद को सुलझाने के लिए मतदान ही एकमात्र समाधान है। एक माकपा नेता ने बताया कि येचुरी गुट भी फिलहाल समझौते के मूड में नहीं है। वह पार्टी कांग्रेस में भी मसविदे में संशोधन पर जोर देगा। ध्यान रहे कि करात गुट 2016 के बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले भी यहां कांग्रेस के साथ तालमेल के खिलाफ था। लेकिन प्रदेश माकपा नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों की अनदेखी करते हुए कांग्रेस के साथ अनौपचारिक तालमेल किया था। उसके बाद राज्य में होने वाले विभिन्न चुनावों व उपचुनावों में भाजपा वामपंथी दलों से दूसरे नंबर की पार्टी होने का तमगा छीनती रही है।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।