सरकार ने देश से निर्यात कारोबार बढ़ाने के वास्ते चमड़ा और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों को 8,450 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन देने की घोषणा की है। माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने से बाधित निर्यात कारोबार को गति देने के लिये यह कदम उठाया गया है। हालांकि गुजरात चुनाव से ठीक पहले इसका ऐलान मतदान से जोड़कर देखा जा रहा है। गुजरात चुनाव में जीएसटी का मुद्दा अहम है और इसे लेकर व्यापारियों के वोट छिटकने का डर भाजपा को सता रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज 2015 से 2020 की पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की मध्यकालिक समीक्षा जारी करते हुये निर्यातकों को इस प्रोत्साहन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रमिक बहुल और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में वस्तु के साथ साथ सेवा निर्यात के लिये प्रोत्साहन राशि दो प्रतिशत बढ़ाई गई है। संशोधित एफटीपी में श्रमिक बहुल उद्योगों, एमएसएमई से मौजूदा भारत से वस्तु निर्यात योजना (एमईआईएस) के तहत होने वाले पूरे निर्यात पर प्रोत्साहन दर में दो प्रतिशत वृद्धि की गई है। इससे कुल मिलाकर 4,567 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि इन क्षेत्रों को उपलब्ध होगी। इसका लाभ चमड़ा, कृषि, कालीन, हस्तशिल्प और समुद्री उत्पाद क्षेत्र को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही सेवा क्षेत्र के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिये भारत से सेवा निर्यात योजना (एसईआईएस) में भी प्रोत्साहन दर को दो प्रतिशत बढ़ाया गया है। इसमें भी 1,140 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जारी होगी।
वाणिज्य मंत्रालय ने पिछले महीने इसी तरह की दो प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि गार्मेंट और मेड-अप्स के लिये घोषित की थी। इसमें भी 2,743 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जारी होगी। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि कुल मिलाकर एमईआईएस और एसईआईएस इन दोनों योजना के तहत प्रोत्साहन राशि में 33.8 प्रतिशत यानी 8,450 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी। इस समय प्रोत्साहन राशि 25,000 करोड़ रुपये है। समझा जाता है कि इस प्रोत्साहन से निर्यातकों को जीएसटी लागू होने के बाद रिफंड मिलने में हो रही देरी से कुछ राहत मिलेगी। एक साल से अधिक समय के बाद अक्तूबर माह में एक बार फिर निर्यात कारोबार में गिरावट आई है। इसकी शुरुआती वजह जीएसटी लागू होनें के बाद निर्यातकों को रिफंड नहीं मिलने से उनके समक्ष नकदी की तंगी खड़ी होना बताया गया।
विदेश व्यापार नीति की मध्यकालिक समीक्षा मूल रूप से एक जुलाई को होनी थी। लेकिन जुलाई में जीएसटी लागू होने और उसके विदेश व्यापार पर प्रभाव आकलन की समीक्षा को देखते हुये इसमें देरी हुई। देश की 2,500 अरब डालर की जीडीपी में निर्यात क्षेत्र का 45 प्रतिशत तक योगदान है। प्रभु ने कहा कि मध्यावधि समीक्षा का मकसद प्रक्रियाओं के सरलीकरण के जरिये निर्यात प्रोत्साहन, उच्च रोजगार वाले क्षेत्रों को समर्थन बढ़ाना, जीएसटी के लाभों का उपयोग, सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा तथा अत्याधुनिक विश्लेषण के जरिये निर्यात प्रदर्शन की निगरानी करना है। उन्होंने कहा कि एफटीपी में मुख्य जोर नए बाजारों और उत्पादों की संभावनाएं तलाशना और परंपरागत बाजारों तथा उत्पादों के निर्यात में भारत का हिस्सा बढ़ाना है। मंत्री ने कहा कि हमारा जोर वैश्विक और क्षेत्रीय मूल्य श्रृंखलाओं में भारतीय उद्योग की भागीदारी बढ़ाना है।
एफटीपी के तहत चमड़ा क्षेत्र को 749 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक प्रोत्साहन उपलब्ध होगा। वहीं हाथ से बने रेशम के कालीन, हथकरघा, नारियल रेशे और जूट उत्पादों के लिए 921 करोड़ रुपये, कृषि उत्पादों के लिए 1,354 करोड़ रुपये, समुद्री उत्पादों के लिए 759 करोड़ रुपये, दूरसंचार, इलेक्ट्रानिक कलपुर्जा क्षेत्र के लिए 369 करोड( रुपये और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के लिए 193 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके अलावा कपड़े के दो उप क्षेत्रों सिलेसिलाए परिधान और मेडअप्स के लिए एमईआईएस को पहले ही दो से बढ़ाकर चार प्रतिशत किया गया है। इसमें अतिरिक्त वार्षिक प्रोत्साहन 2,743 करोड़ रुपये का दिया जाएगा।
प्रभु ने कहा कि एफटीपी में केंद्रित कृषि निर्यात के जरिये किसानों की आय बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन के बारे में प्रभु ने कहा कि इस नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था से निर्यात क्षेत्र में वृद्धि बढ़ाने में मदद मिलेगी। ज्यादातर उत्पादों पर शुल्कों में कमी तथा विभिन्न शुल्कों के गहरे प्रभाव में कमी से लागत घटेगी जिससे निर्यात प्रतिस्पर्धी हो सकेगा। प्रभु ने कहा कि निर्यात वृद्धि में अब उल्लेखनीय सुधार दिख रहा है। पिछले 14 में से 13 महीनों में निर्यात वृद्धि सकारात्मक रही है।
पांच साल की विदेश व्यापार नीति की घोषणा एक अप्रैल, 2015 को हुई थी। इसमें 2020 तक देश से वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात 900 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा वैश्विक निर्यात में भारत का हिस्सा मौजूदा दो से बढ़ाकर 3.5 प्रतिशत करने का भी लक्ष्य रखा गया है।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।