भोपाल (वैभव श्रीधर)। अनुकंपा नियुक्ति के नियमों को सरल बनाने की कर्मचारी संगठनों द्वारा लंबे समय से की जा रही मांग अब जल्द पूरी हो सकती है। करीब चार महीने बाद नियमों में बदलाव की फाइल सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) वापस लौट आई है।
विभागीय राज्यमंत्री लालसिंह आर्य ने प्रस्तावों को कैबिनेट के सामने रखने की मंजूरी दे दी है। प्रस्तावित नियमों के तहत अनुकंपा नियुक्ति के लिए पद नहीं होने पर संविदा नियुक्ति दी जाएगी। साथ ही पुराने निरस्त मामलों की फाइल एक बार फिर खोलने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ मिलेगी।
राज्य कर्मचारी कल्याण समिति लंबे समय से सामान्य प्रशासन विभाग पर यह दबाव बना रही थी कि अनुकंपा नियुक्ति के नियमों को सरल किया जाए। इसे लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दिए गए। इसके बाद नियमों में संशोधन के लिए मामले को कैबिनेट में भेजने का प्रस्ताव तैयार भी हो गया पर मुख्य सचिव के स्तर से इसे एक बार फिर विचार करने के लिए लौटा दिया गया।
जुलाई 2017 में फाइल विभागीय राज्यमंत्री लालसिंह आर्य को भेजी गई, जो कुछ दिनों पहले ही लौटकर सामान्य प्रशासन विभाग वापस आई है। सूत्रों के मुताबिक पुरुष आवेदकों को महिलाओं के समान आवेदन करने आयु सीमा में छूट देने का प्रस्ताव रद्द कर दिया गया है यानी पुरुष आवेदकों को सिर्फ 45 वर्ष की आयु सीमा तक आवेदन करने की पात्रता होगी।
ऐसे प्रकरण फिर से विचार किया जाएगा जिसमें शासकीय सेवक की मृत्यु के सात साल के भीतर अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन कर दिया और वो किसी वजह से निरस्त हो गया हो। यदि अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन सही पाया जाता है तो फिर पात्रता अनुसार नियुक्ति मिलेगी। इसी तरह पद नहीं होने पर अब इंतजार कराने की जगह संविदा नियुक्ति दी जाएगी। जैसे ही पद उपलब्ध होंगे, संबंधित को नियमित कर दिया जाएगा।
अटके हैं हजारों मामले
सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हजारों की तादाद में अनुकंपा नियुक्ति के मामले अटके हैं। इनमें बहुत से प्रकरणों में तय अवधि में आवेदन होने के बाद भी पद नहीं होने की वजह अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई। लंबा समय बीतने के बाद प्रकरण निरस्त हो गए। इसी तरह मनचाही जगह नहीं मिलने की वजह से जिन लोगों ने इंतजार करने का फैसला किया, उन्हें भी नियुक्ति नहीं मिल पाई।
तत्कालीन प्रमुख सचिव वार्ष्णेय नहीं थे पक्ष में
अनुकंपा नियुक्ति के नियमों को सरल बनाने का प्रस्ताव शासन में लंबे समय से चला आ रहा है पर तत्कालीन प्रमुख सचिव मुक्तेष वार्ष्णेय इसके लिए सहमत नहीं थे। इसकी वजह से फाइल ही आगे नहीं बढ़ रही थी। जबकि, सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य इसके लिए तैयार थे। वार्ष्णेय के सेवानिवृत्त होते ही तत्कालीन प्रमुख सचिव सीमा शर्मा के कार्यकाल में फाइल तेजी से दौड़ी और प्रस्ताव तैयार हो गया।
भोपाल। कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा कि सिल्क टूरिज्म के विकास से रेशम का व्यापक प्रचार प्रसार होगा और लोग रेशम का उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे। रेशम को बढ़ावा देकर आम लोगों में रेशम के वस्त्रों के प्रति रुझान बढ़ाया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर आने वाले टूरिस्ट को भी रेशम वस्त्र की जानकारी दी जाएगी। उन्हें रेशम के वस्त्र खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन का "विशेष उपहार" दिए जाने पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रदेश की जनता की ओर से उनके प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करते हुए उनका अभिनंदन किया है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहे प्रयासों को मजबूती मिलेगी और महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त होंगी।
भोपाल। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों में रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) में 6 हजार 36 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्य आने वाले समय में किए जाएंगे। इससे विद्युत वितरण व्यवस्था की तस्वीर बदल जाएगी। जहॉं एक ओर उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिलेगी वहीं विद्युत वितरण प्रणाली मजबूत होगी। ब्रेकडाउन कम होंगे और प्रणाली की क्षमता वृद्धि से उपभोक्ताओं को सीधे फायदा मिलेगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी का वर्ष 2023-24 का बजट मंगलवार को संचालक मंडल की बैठक में प्रस्तुत किया गया। आगामी वित्तीय वर्ष के कुल 18 हजार 551 करोड़ रूपये के बजट की मंजूरी दी गई है।
भोपाल। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा का उद्देश्य जन-कल्याण, स्वराज के लक्ष्य को प्राप्त करना है। साथ ही विकास यात्रा के माध्यम से सरकारी योजना से छूटे हितग्राहियों को लाभान्वित करना भी है। उन्होंने अधिकारियों से अपने विभाग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपडेट करने के लिये भी कहा। राज्य मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री कावरे आज जिला अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम जैत में नर्मदा नदी के किनारे 4 करोड़ 88 लाख रूपये की लागत से बन रहे नर्मदा घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने घाट पर चल रहे निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में 29 अक्टूबर को होने जा रहे प्रदेश के 73 सीएम राइज स्कूलों के भूमि-पूजन कार्यक्रम का आयोजन बेहतर रूप में हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी सहित अधिकारी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश की सभी पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय पर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
भोपाल। दमोह जिले के दमोह देहात थाना के ग्राम देवरान में मंगलवार की सुबह गोली चलने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु होने की खबर मिलते ही जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई कर मुख्य आरोपी जगदीश पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की बारीकी से जाँच की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
भोपाल। आयुर्वेद हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है वर्तमान समय में इसे और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है। आयुर्वेद ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें मानव शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। आयुर्वेद में उपयोग होने वाली दवाएँ हमारे आस-पास ही मौजूद होती हैं। आयुर्वेद और योग को अपना कर हम अपने जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बना सकते हैं।