प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिये राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना लागू की गई है। योजना का उद्देश्य किसानों को कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलना सुनिश्चित करना तथा मण्डी दरों में गिरावट से किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान करना है। इस योजना में किसान द्वारा प्रदेश में अधिसूचित कृषि उपज मण्डी प्रांगण में चिन्हित फसल उपज बेचने पर राज्य सरकार द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर और केन्द्र द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसानों को भुगतान की जायेगी।
मॉडल विक्रय दर मध्यप्रदेश और दो अन्य राज्यों की मॉडल दर का औसत
मॉडल विक्रय दर की गणना मध्यप्रदेश तथा दो अन्य राज्यों की मॉडल दर का औसत रहेगा। सोयाबीन के लिये दो अन्य राज्य महाराष्ट्र और राजस्थान, मूँगफली के लिये गुजरात और राजस्थान, तिल के लिये उड़ीसा और छत्तीसगढ़, रामतिल के लिये पश्चिम बंगाल और राजस्थान, मक्का के लिये कर्नाटक और महाराष्ट्र, मूँग के लिये राजस्थान और महाराष्ट्र, उड़द के लिये राजस्थान और उत्तरप्रदेश तथा तुअर के लिये महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों की मॉडल विक्रय दर ली जायेगी। योजना का लाभ पंजीकृत किसानों को मध्यप्रदेश में उत्पादित कृषि उत्पाद का विक्रय अधिसूचित मण्डी परिसर में करने पर ही मिलेगा। योजना का लाभ जिले में विगत वर्षो की फसल कटाई प्रयोगों पर आधारित औसत उत्पादकता के आधार पर उत्पादन के सीमा तक दिया जायेगा। योजना में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ और मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा पात्र किसानों को भुगतान किया जायेगा। योजना में किसानों को देय राशि की गणना का प्रावधान किया गया है। इसके अनुसार यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में बेची गई अधिसूचित फसल की विक्रय दर न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम परंतु राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से अधिक हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसान द्वारा विक्रय मूल्य के अंतर की राशि किसान के खाते में अंतरित की जायेगी। इसी तरह यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गई अधिसूचित फसल की विक्रय दर राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से कम हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा मॉडल विक्रय दर की अंतर की राशि किसान के खाते में अंतरित की जायेगी।
लाइसेंसी गोदाम में उपज रखने पर अनुदान
योजना में पंजीकृत किसानों को उपयुक्त बाजार भाव पर उनकी उपज के विक्रय अवसर प्रदान करने और उचित समय पर फसल बेचने को प्रोत्साहित करने के लिये लाइसेंसी प्राप्त गोदाम में कृषि उपज रखने के लिये किसान को अनुदान दिया जायेगा। राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि भावान्तर भुगतान योजना में निर्धारित विक्रय अवधि के बाद तुअर के लिये एक मई से 30 अगस्त 2018 तक तथा सोयाबीन, मूँगफली, रामतिल, मक्का, मूँग और उड़द के लिये एक जनवरी से 30 अप्रैल 2018 तक अनुज्ञप्तिधारी गोदाम में कृषि उत्पाद रखे जाने पर गोदाम किराया किसानों को दिया जायेगा। योजना के क्रियान्वयन की मॉनीटरिंग के लिये राज्यस्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में तथा जिलास्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की जायेगी। मण्डी में विक्रय के बाद जारी किये जाने वाले अनुबंध पर्ची, तौल पर्ची और भुगतान पत्रक पर किसान का पंजीयन क्रमांक इंद्राज किया जायेगा। प्राप्त जानकारी भावान्तर भुगतान योजना के पोर्टल पर मण्डी समिति द्वारा दर्ज की जायेगी। सौदा पत्रक के माध्यम से क्रय-विक्रय किये गये कृषि उत्पाद योजना में पात्र नहीं होंगे।
11 अक्टूबर तक 52 केन्द्रों में होंगे पंजीयन
मालूम हो कि मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना के तहत जिले में किसानों के पंजीयन 11 सितम्बर से प्रारंभ हो चुके हैं। यह पंजीयन 11 अक्टूबर तक जिले के 52 पंजीयन केन्द्रों में किये जायेंगे, जो कि पूर्व में गेहूं खरीदी हेतु निर्धारित किये गये थे। जिले में 52 पंजीयन केन्द्रो पर पंजीयन फार्म निःशुल्क उपलब्घ है। आवेदन पत्र भरकर, पंजीयन फार्म के साथ मोबाईल नंबर, बैंक खाते का नंबर आईएफएससी कोड सहित ऋण पुस्तिका, समग्र आई.डी. तथा आधार नम्बर फार्म के साथ संलग्न करना अनिवार्य है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने जिले के समस्त किसानबंधुओं से अनुरोध किया है कि वे भावान्तर भुगतान योजना के अन्तर्गत चयनित फसलों का लाभ प्राप्त करने हेतु अपने नजदीकी पंजीयन केन्द्र से सम्पर्क कर अपना पंजीयन निर्धारित अवधि में अवश्य करा लें। अंतिम तिथि अर्थात 11 अक्टूबर के बाद पंजीयन फार्म मान्य नही होंगे।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को 'परीक्षा पे चर्चा' में विद्यार्थियों से बात की। उन्होंने विद्यार्थियों से परीक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने पर बातचीत की। विद्यार्थियों ने चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से विभिन्न विषयों पर सवाल किये। इन सवालों का प्रधानमंत्री ने रोचक उदाहरणों के साथ जवाब दिया। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में प्रसारित किये गये कार्यक्रम में शामिल हुए।
भोपाल। राज्य आनंद संस्थान और मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बीच मैनिट परिसर में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग (समझौता ज्ञापन) किया गया। एमओयू के तहत दोनों पक्ष तीन वर्षों तक एक-दूसरे के सहयोगी के रूप में कार्य कर विभिन्न गतिविधियों का क्रियान्वयन करेंगे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय वायु सेना दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं।
भोपाल। नरेला विधानसभा में रहवासियों को निरंतर विकास कार्यों की सौगात मिल रही है। रविवार को भी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने रहवासियों को दो बड़ी सौगातें दीं। मंत्री श्री सारंग ने नरेला विधानसभा में एक और फ्लाईओवर की सौगात देते हुए प्रभात चौराहे पर थ्री टियर सिस्टम आधारित फ्लाईओवर का भूमिपूजन किया। उन्होंने करोंद क्षेत्र के पलासी में शासकीय महाविद्यालय नरेला का लोकार्पण भी किया। कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये बस सुविधा का विस्तार करते हुए बैरागढ़ चिचली से पलासी बड़वाई तक एसआर-4 सिटी बस का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय क्षेत्रीय रहवासी उपस्थित रहे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर में अटल स्मारक, मंदसौर में पशुपतिनाथ लोक, अमरकंटक में मां नर्मदा महालोक और बड़वानी में नागलवाड़ी लोक का भूमिपूजन करेंगे। प्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास के 616 करोड़ 99 लाख रूपये के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जायेगा। प्रदेश के पर्यटन स्थलों को विश्व स्तरीय बनाने और पर्यटकों के लिए पर्यटन सुविधाओं का विकास करने के उद्देश्य से प्रदेश में स्मारक, लोक, म्यूजियम के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जायेगा।
भोपाल। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा है कि अगले एक साल में सतना जिले के रामनगर के सभी गाँवों के खेतों तक नहरों का पानी पहुँचेगा। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ कराया जा रहा है। राज्य मंत्री श्री पटेल सोमवार को सतना जिले के रामनगर में करीब 5 करोड़ रूपये लागत के नहरों के मरम्मत और लाइनिंग कार्य का भूमि-पूजन के बाद हुए समारोह को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि समूह जल प्रदाय योजनाओं को गति देने के लिये सशक्त मॉनिटरिंग और उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले को पुरस्कृत किया जायेगा, वहीं काम न करने वाले को ब्लेकलिस्ट। मंत्री श्री शुक्ल ने जल भवन भोपाल में समूह जल प्रदाय योजनाओं की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल हाट बाजार में स्वच्छता ही सेवा अभियान में 'एक तारीख-एक घंटा-एक साथ' कार्यक्रम में शामिल होकर श्रमदान किया। उन्होंने झाड़ू लेकर परिसर में सफाई की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की वॉल पर "जहाँ स्वच्छता वहीं ईश्वर" लिखकर प्रदेशवासियों को स्वच्छता संदेश दिया।
भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 70 व 69 में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत नागरिकों के साथ श्रमदान किया। मंत्री श्री सारंग ने स्वच्छता अभियान के दौरान स्वयं श्रमदान कर नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने आसपास स्वच्छता का ध्यान रखें और स्वस्थ रहें। इस दौरान उन्होंने रहवासियो को स्वच्छता की शपथ भी दिलवाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की "स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान" की अपील के बाद देशव्यापी स्वच्छता अभियान चलाया गया।
भोपाल। जनसम्पर्क तथा पीएचई मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गायत्री मंदिर परिसर रीवा में 12 लाख रूपये की लागत के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण, पेवर ब्लॉक लगाने तथा शौचालय निर्माण का कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आचार्य श्रीराम शर्मा ने सनातन धर्म को नई दिशा दी। उनकी विरासत को गायत्री परिवार आगे बढ़ा रहा है। गायत्री परिवार सनातन धर्म की लगातार सेवा कर रहा है।