एक दिन पहले सॉफ्टवेयर से पता चलेगा स्थान
गुना (एमपी मिरर)। मार्च में शुरू होने वाली एमपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार सख्ती से नकल पर रोक लगाने की कवायद की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए हैं। इसके तहत हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की बोर्ड परीक्षा में तैनात शिक्षकों को 24 घंटे की बजाय 12 घंटे पहले सूचना मिलेगी कि उन्हें किस केंद्र पर ड्यूटी करना है। 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए तैयारियां की जा रही हैं। जिले के परीक्षा केंद्रों की सूची भी तैयार हो गई है।
सभी पर नकल रोकने के लिए प्रभावी बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इस बार परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षक व केंद्राध्यक्ष की ड्यूटी लगाने का फैसला एमपी बोर्ड तय करेगा। नकल रोकने व किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। अब तक 24 घंटे पहले ही शिक्षकों को बता दिया जाता था कि उनकी ड्यूटी कहां लगाई गई है। अब सॉफ्टवेयर के माध्यम से बोर्ड अधिकारी तय करेंगे कि किस केंद्राध्यक्ष को कहां भेजा जाए। ड्यूटी निर्धारण के लिए कम्प्यूटर में डाटा फीड किया जाएगा। इसके आधार पर शिक्षकों का चयन होगा। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर उडऩदस्ते गठित किए जाएंगे। इसमें शिक्षा विभाग के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल रहेंगे। संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
1 से 31 मार्च तक चलेंगी परीक्षाएं
परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होकर पूरे महीने यानि 31 मार्च तक चलेंगी। 12वीं की परीक्षाएं 1 मार्च से 31 मार्च तक चलेंगी। इसमें 17 दिन परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। वहीं दसवीं की परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू होंगी, जो 27 मार्च तक चलेंगी। इसमें 9 दिन परीक्षाएं कराई जाएंगी। जहां प्राइवेट परीक्षार्थी ज्यादा हैं, उन परीक्षा केंद्रों की भी विशेष निगरानी होगी ताकि नकल पर लगाम लगाई जा सके।
तैनात किया जाएगा अतिरिक्त पुलिस बल
2 मार्च से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के लिए संवेदनशीन व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर विभाग द्वारा विशेष निगरानी रखने के साथ पिछले साल की तुलना में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ब्लॉक में पिछले साल की तरह इस बार भी 12 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें दो केंद्र संवेदनशील में आते हैं। इन केंद्रों पर विभाग द्वारा विशेष निगरानी रखी जाएगी।
फोन पर मैसेज से मिलेगी जानकारी
ड्यूटी बदलने की जानकारी फोन पर मैसेज और ई-मेल के माध्यम से दी जाएगी। पहले 24 घंटे पहले शिक्षकों के मोबाइल पर मैसेज आ जाता था, लेकिन इस बार 12 घंटे पूर्व शिक्षक को मोबाइल और ईमेल से मैसेज कर दिया जाएगा कि उन्हें किस केंद्र पर परीक्षा देनी है। साथ ही एक विषय की परीक्षा होने के बाद शिक्षकों को एक केंद्र से दूसरे केंद्र में भेजा जाएगा।
नकल रोकने के करेंगे प्रयास
बोर्ड परीक्षाओं के लिए जिले में परीक्षा केन्द्र बना दिए गए हैं। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर दल गठित किए जाएंगे। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी माशिमं से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसका शिक्षकों को मोबाइल पर मैसेज आएगा।
संजय श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी गुना
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।