ग्वालियर। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाने वाली श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भी इस बार जीएसटी का असर देखने को मिल रहा है। सबसे बड़ा असर तो भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक पर दिख रहा है।
शहर में 20 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक की पोशाक मिल रही है, जबकि इससे अधिक कीमत की पोशाक लोग मथुरा से बनवा रहे हैं। 2 हजार रुपए से अधिक कीमत की अधिकांश पोशाक मंदिरों के लिए बनवाई जा रही है।
पिछली साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जो पोशाक 5 हजार रुपए में बन गई थी, उसी कपड़े और अन्य मटेरियल में बनी पोशाक के लिए 8 हजार रुपए तक चुकाने पड़ रहे हैं।
इसका कारण कपड़े और पोशाक बनाने वाली सामग्री पर जीएसटी लगना है। थाटीपुर स्थित मंदिर में भगवान श्री द्वारिकाधीश की पोशाक इस बार 55 हजार रुपए में तैयार हुई है। यह पोशाक पिछली बार 35 हजार रुपए में तैयार हो गई थी, जो इस बार 55 हजार रुपए में बनी है। यानि शहर में सबसे महंगी पोशाक भगवान श्री द्वारिकाधीश धारण करेंगे।
ऐसा बताया जा रहा है कि यह पोशाक जयपुर के भगवान श्री गोविंददेवजी की पोशाक के तर्ज पर तैयार करवाई गई है, जिसमें गोटापत्ती के वर्क को लगाया गया है। यह पोशाक वृंदावन से तैयार करवाई गई है। वृंदावन से ही भगवान का मुकुट तैयार करवाया गया है।
छोटी पोशाकों पर भी असर
भगवान की पोशाक बनाने में कपड़ा अगर 1000 रुपए तक लगता है तो उस पर 5 प्रतिशत और 1000 रुपए कीमत से अधिक का कपड़ा लगता है तो 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है।
वहीं पोशाक बनाने में कपड़े के अलावा लगने वाली अन्य सामग्री पर अलग-अलग दर से जीएसटी लगता है, जिसके चलते सभी पोशाक महंगी हो गई हैं। इसी तरह भगवान की प्रतिमाएं भी महंगी हो गई हैं, क्योंकि इन पर भी जीएसटी लगा है।
पोशाक व प्रतिमाएं महंगी होने के बाद भी भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उत्साह लोगों में अभी से दिखने लगा है। शहर में स्थित पोशाक और पूजन सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर भीड़ दिखने लगी है। इससे साफ है कि इस बार भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इन लोगों का व्यापार अच्छा रहेगा।
शहर के हर प्रमुख मंदिर में भगवान के लिए पोशाक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, दीपावली, होली, गुरु पूर्णिमा, श्री गणेशोत्सव, श्री रामनवमी सहित अन्य प्रमुख अवसरों पर मथुरा से पोशाक तैयार करवाई जाती हैं। साथ ही शहर में जो दुकानदार पोशाक बेचते हैं, वह भी मथुरा, वृंदावन और नाथद्वारा से पोशाक लेकर आते हैं। पोशाक शहर में तैयार नहीं हो पाती।
– सनातन धर्म मंदिर मंडल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव सबसे अधिक धूमधाम से मनाया जाता है। यह पोशाक मथुरा से तैयार करवाई गई है। साथ ही यहीं स्थित भगवान श्री राम-सीता, भगवान विष्णु-लक्ष्मी, भगवान गिर्राज जी, भगवान श्री गणेश की पोशाक भी मथुरा से ही तैयार करवाई गई है। पिछले साल यह पोशाक लगभग 20 हजार रुपए में तैयार हुई थी, जिस पर इस बार लगभग 30 हजार रुपए खर्च होंगे।
– श्रीराम मंदिर में भगवान को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जो पोशक धारण करवाई जाएगी वह भी मथुरा से तैयार करवाई गई है। यह पोशाक एक भक्त द्वारा भेंट की गई है। पोशाक की कीमत लगभग 15 हजार रुपए है।
भोपाल। कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा कि सिल्क टूरिज्म के विकास से रेशम का व्यापक प्रचार प्रसार होगा और लोग रेशम का उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे। रेशम को बढ़ावा देकर आम लोगों में रेशम के वस्त्रों के प्रति रुझान बढ़ाया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर आने वाले टूरिस्ट को भी रेशम वस्त्र की जानकारी दी जाएगी। उन्हें रेशम के वस्त्र खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन का "विशेष उपहार" दिए जाने पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रदेश की जनता की ओर से उनके प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करते हुए उनका अभिनंदन किया है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहे प्रयासों को मजबूती मिलेगी और महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त होंगी।
भोपाल। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों में रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) में 6 हजार 36 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्य आने वाले समय में किए जाएंगे। इससे विद्युत वितरण व्यवस्था की तस्वीर बदल जाएगी। जहॉं एक ओर उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिलेगी वहीं विद्युत वितरण प्रणाली मजबूत होगी। ब्रेकडाउन कम होंगे और प्रणाली की क्षमता वृद्धि से उपभोक्ताओं को सीधे फायदा मिलेगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी का वर्ष 2023-24 का बजट मंगलवार को संचालक मंडल की बैठक में प्रस्तुत किया गया। आगामी वित्तीय वर्ष के कुल 18 हजार 551 करोड़ रूपये के बजट की मंजूरी दी गई है।
भोपाल। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से शुरू होने वाली विकास यात्रा का उद्देश्य जन-कल्याण, स्वराज के लक्ष्य को प्राप्त करना है। साथ ही विकास यात्रा के माध्यम से सरकारी योजना से छूटे हितग्राहियों को लाभान्वित करना भी है। उन्होंने अधिकारियों से अपने विभाग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपडेट करने के लिये भी कहा। राज्य मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री कावरे आज जिला अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम जैत में नर्मदा नदी के किनारे 4 करोड़ 88 लाख रूपये की लागत से बन रहे नर्मदा घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने घाट पर चल रहे निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में 29 अक्टूबर को होने जा रहे प्रदेश के 73 सीएम राइज स्कूलों के भूमि-पूजन कार्यक्रम का आयोजन बेहतर रूप में हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी सहित अधिकारी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश की सभी पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय पर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
भोपाल। दमोह जिले के दमोह देहात थाना के ग्राम देवरान में मंगलवार की सुबह गोली चलने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु होने की खबर मिलते ही जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई कर मुख्य आरोपी जगदीश पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की बारीकी से जाँच की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
भोपाल। आयुर्वेद हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है वर्तमान समय में इसे और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है। आयुर्वेद ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें मानव शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। आयुर्वेद में उपयोग होने वाली दवाएँ हमारे आस-पास ही मौजूद होती हैं। आयुर्वेद और योग को अपना कर हम अपने जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बना सकते हैं।