टीवी सीरियल ये है मोहब्बतें की मशहूर कलाकार दिव्यंका त्रिपाठी ने जीवन साथी के रूप में विवेक दहिया को चुना। लेकिन दिव्यंका की लाइफ में विवेक से पहले भी एक और टीवी स्टार थे जिनके साथ उन्होंने शादी तक के सपने देख डाले थे। जी हां, यह थे टीवी सीरियल के एक्टर शरद मल्होत्रा। शरद और दिव्यंका एक साथ एक टीवी सीरियल में काम कर चुके हैं। इस सीरियल का नाम था ‘बनूं में तेरी दुल्हन’। यह सीरियल दिव्यंका के करियर का पहला सीरियल था। वहीं शरद ने भी पहली दफा इसी सीरियल में काम किया। इससे पहले साल 2004 में दोनों एक रिएलिटी शो में मिल चुके थे। इस शो का नाम था ‘सिने स्टार्स की खोज’। इसके बाद दोनों सीधे ‘बनूं में तेरी दुल्हन’ के सेट पर मिले। इस सिरियल में शरद और दिव्यंका दोनों मेन किरदार में थे।
टेली मसाला यू-ट्यूब चेनल के मुताबिक, शुरुआत में शो के दौरान दोनों की बनती नहीं थी। आए दिन दोनों के बीच मन मुटाव रहता था। लेकिन इस बीच सीरियल में कई रोमांटिक सीन शूट किए गए, इस बीच दोनों एक्टर्स की नजदीकियां भी बढ़ने लगीं। इस दौरान दोनों एक दूसरे के बेस्ट फ्रेंड्स बन गए। इस बीच खबरें ये भी आईं कि दोनों एक रिलेशनशिप में आ चुके हैं। लेकिन जैसे ही सीरियल खत्म हुआ, दोनों अपने अपने रास्ते निकल पड़े। इधर अपने करियर में कुछ खास करने के लिए शरद बाहर देश चले गए, वहीं दिव्यंका फिल्म इंडस्ट्री में ही छोटे मोटे रोल करने लगीं। धीरे-धीरे दिव्यंका टीवी इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बन गया। इस बीच उन्हें सीरियल ये है मोहब्बतें में काम करने का मौका मिला। इसके बाद तो दिव्यंका की किस्मत ही बदल गई। इस दौरान शरद और दिव्यंका के बीच की दूरियां बढ़ती गईं।
तभी शरद इंडिया वापस लौट आए और दिव्यंका और शरद की बात फिर शुरू हो गई। इसके बाद यह रिलेशन 7 साल तक चला। दोनों इस दौरान कई दफा अपनी बातों में इस रिलेशनशिप को कबूला। दिव्यंका बताती हैं कि उन्होंने शरद को हर बार उनके बर्थडे पर कुछ खास दिया। उन्होंने उन्हें ड्रम सेट जो उन्होंने कभी नहीं बजाया। वह किसी कोने में रखा हुआ है। दूसरी बार वह श रद को उनकी बर्थडे पार्टी में एक क्रूस पर लेकर गई थीं। इस दौरान दोनों ये तक कहा कि दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंध जाएंगे। इस दौरान शरद को सी रियल ‘महाराणा प्रताप’ में लीड एक्टर के तौर पर काम करने का मौका मिला। इस दौरान दिव्यंका और शरद के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। इसी के साथ ही साल 2015 में दोनों का ब्रेक अप हो गया।
काफी समय के बाद दिए एक इंटरव्यू में दिव्यंका ने बताया कि अब वह ठीक हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उनसे ऑक्सीजन छीन ली हो। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि ‘अगर उस इंसान को मेरी जरूरत नहीं है तो मैं उसके पीछे क्यों भागूं।’ इसी के साथ ही दिव्यंका इस रिलेशनशिप से बाहर हो गईं। माना जाता है कि इन दोनों के रिश्ते के टूटने के पीछे का कारण था कि शरद दिव्यंका से जल्दी शादी नहीं करना चाहते थे, तो खबरें ऐसी भी थीं कि शरद ने दिव्यंका पर चीट किया था। लेकिन इसके बाद दिव्यंका ने दोबारा पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।