सिक्किम में भारत और चीन के बीच डोकालाम में सीमा विवाद को लेकर पैदा हुआ तनाव बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामले में चीन ने एक बार फिर से कहा है कि भारत अपनी सेना तुरंत पीछे हटाए तभी कोई बात हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भाम्रे ने मामले में भारत का रुख साफ करते हुए कहा कि हम चीन की धमकियों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। इस मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाया जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में चीनी दूतावास में काउंसलर ली या ने कहा है कि डोका ला में चीन की गतिविधियां उसकी संप्रुभता में हैं और भारतीय सैनिकों ने चीनी सीमा में घुसपैठ की जिससे यथास्थिति बदली है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के नाम पर भारत ने चीनी सीमा पार की है जो संप्रभु राज्य के लिए स्वीकार्य नहीं है। समाधान की बात करें तो भारत सबसे पहले अपने सैनिकों को तत्काल हटाए तभी कोई बात हो सकेगी।
वहीं इससे पहले रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भाम्रे ने कहा कि इस मुद्दे का समाधान कूटनीतिक माध्यम से किया जाना चाहिए, जो हम चाहते हैं। चीनी सैनिक उस जगह वापस लौट जाएं जहां वो पहले मौजूद थे। चीन भूटान के क्षेत्र में दाखिल हो रहा है और उसे ऐसा नहीं करना चाहिए। यही हमारी चिंता है।
अलर्ट जारी करने पर विचार कर रही है चीनी सरकार
भारत-चीन सीमा पर हो रही उठापटक के बीच चीन की सरकार भारत दौरे पर गए चीनी नागरिकों को अलर्ट करने पर विचार कर रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
अगर खतरा लगा तो चीनी नागरिकों को भारत से आगाह किया जाएगा। उधर, ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने लेख के जरिये भारत में रह रहे चीनी नागरिकों को आगाह किया है कि चीन विरोधी तत्वों से सावधान रहें।
मीडिया ने अपने लेखों में सरकार को सलाह दी है कि वो भारत में निवेश को कम कर दे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान में मीडिया की इस धारणा को खारिज किया है।
उनका कहना है कि अलर्ट जारी करना मौजूदा हालात को देखते हुए एक जरूरत हो सकती है, लेकिन निवेशकों को कोई खतरा नहीं है।
अलर्ट जारी करने पर विचार कर रही है चीनी सरकार
भारत-चीन सीमा पर हो रही उठापटक के बीच चीन की सरकार भारत दौरे पर गए चीनी नागरिकों को अलर्ट करने पर विचार कर रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। अगर खतरा लगा तो चीनी नागरिकों को भारत से आगाह किया जाएगा। उधर, ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने लेख के जरिये भारत में रह रहे चीनी नागरिकों को आगाह किया है कि चीन विरोधी तत्वों से सावधान रहें।
मीडिया ने अपने लेखों में सरकार को सलाह दी है कि वो भारत में निवेश को कम कर दे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान में मीडिया की इस धारणा को खारिज किया है। उनका कहना है कि अलर्ट जारी करना मौजूदा हालात को देखते हुए एक जरूरत हो सकती है, लेकिन निवेशकों को कोई खतरा नहीं है।
सिक्किम में भारत और चीन के बीच डोकालाम में सीमा विवाद को लेकर पैदा हुआ तनाव बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामले में चीन ने एक बार फिर से कहा है कि भारत अपनी सेना तुरंत पीछे हटाए तभी कोई बात हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भाम्रे ने मामले में भारत का रुख साफ करते हुए कहा कि हम चीन की धमकियों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। इस मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाया जाना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में चीनी दूतावास में काउंसलर ली या ने कहा है कि डोका ला में चीन की गतिविधियां उसकी संप्रुभता में हैं और भारतीय सैनिकों ने चीनी सीमा में घुसपैठ की जिससे यथास्थिति बदली है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के नाम पर भारत ने चीनी सीमा पार की है जो संप्रभु राज्य के लिए स्वीकार्य नहीं है। समाधान की बात करें तो भारत सबसे पहले अपने सैनिकों को तत्काल हटाए तभी कोई बात हो सकेगी। वहीं इससे पहले रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भाम्रे ने कहा कि इस मुद्दे का समाधान कूटनीतिक माध्यम से किया जाना चाहिए, जो हम चाहते हैं। चीनी सैनिक उस जगह वापस लौट जाएं जहां वो पहले मौजूद थे। चीन भूटान के क्षेत्र में दाखिल हो रहा है और उसे ऐसा नहीं करना चाहिए। यही हमारी चिंता है। अलर्ट जारी करने पर विचार कर रही है चीनी सरकार भारत-चीन सीमा पर हो रही उठापटक के बीच चीन की सरकार भारत दौरे पर गए चीनी नागरिकों को अलर्ट करने पर विचार कर रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। अगर खतरा लगा तो चीनी नागरिकों को भारत से आगाह किया जाएगा। उधर, ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने लेख के जरिये भारत में रह रहे चीनी नागरिकों को आगाह किया है कि चीन विरोधी तत्वों से सावधान रहें। मीडिया ने अपने लेखों में सरकार को सलाह दी है कि वो भारत में निवेश को कम कर दे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान में मीडिया की इस धारणा को खारिज किया है। उनका कहना है कि अलर्ट जारी करना मौजूदा हालात को देखते हुए एक जरूरत हो सकती है, लेकिन निवेशकों को कोई खतरा नहीं है। अलर्ट जारी करने पर विचार कर रही है चीनी सरकार भारत-चीन सीमा पर हो रही उठापटक के बीच चीन की सरकार भारत दौरे पर गए चीनी नागरिकों को अलर्ट करने पर विचार कर रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। अगर खतरा लगा तो चीनी नागरिकों को भारत से आगाह किया जाएगा। उधर, ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने लेख के जरिये भारत में रह रहे चीनी नागरिकों को आगाह किया है कि चीन विरोधी तत्वों से सावधान रहें। मीडिया ने अपने लेखों में सरकार को सलाह दी है कि वो भारत में निवेश को कम कर दे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने ताजा बयान में मीडिया की इस धारणा को खारिज किया है। उनका कहना है कि अलर्ट जारी करना मौजूदा हालात को देखते हुए एक जरूरत हो सकती है, लेकिन निवेशकों को कोई खतरा नहीं है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की बेटियों को शिक्षा में सहयोग के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में विकास और सामाजिक नेतृत्व के लिए सक्षम बनाया जाएगा। लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 का क्रियान्वयन इसी उद्देश्य से ही प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज रविन्द्र भवन भोपाल में योजना के अंतर्गत 1477 लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए 1 करोड़ 85 लाख रूपये की राशि अंतरित कर संबोधित कर रहे थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करें। यह हमारा कर्त्तव्य और धर्म है कि योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति कोमिले, लोगों की कठिनाईयाँ दूर हों और उनका जीवन सुगम हों। शासन-प्रशासन के माध्यम से हमें जन-सेवा का मौका मिला है। हम ईमानदारी के साथ मिशन मोड में अपने कर्त्तव्यों को निभाएँ। इससे प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।
भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 70 हजार शिक्षकों की कमी है। ऐसे में स्कूलों में 40 हजार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने की तैयारी चल रही है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में और सीएम राइज स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।
विदिशा। जिले में सोमवार रात को वर्षा थमने के बावजूद बेतवा का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण बेतवा किनारे बसी बस्तियों और गांवों में पानी घुस गया है। शहर के एक दर्जन से अधिक इलाकों में तीन से चार फीट पानी होने के कारण नाव से लोगों को निकालना पड़ रहा है।
भोपाल। यातायात को सुगम बनाने और औद्योगिक विकास के लिए मध्य प्रदेश में अधोसंरचना विकास के काम तेजी के साथ किए जा रहे हैं। भोपाल, इंदौर सहित 15 स्थानों पर रोप-वे बनाए जाएंगे। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी और लोक निर्माण विभाग के बीच अनुबंध हो चुका है।
भोपाल। पार्टी मुझे दरी बिछाने को कहेगी, तो शिवराज सिंह चौहान दरी बिछाने को भी राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का काम मानकर करेगा। दिल्ली जाओगे कि वहां जाओगे। मुझे कहीं नहीं जाना। पार्टी कहेगी कि जैत में रहो, तो जैत में रहूंगा। पार्टी कहेगी भोपाल में रहो, तो भोपाल में रहूंगा। मुझे कोई अहं नहीं।
कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी बुलंदशहर में दो साधुओं की नृशंस हत्या पर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस ने बुलंदशहर में डबल मर्डर (दो साधुओं की हत्या) के मामले में प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
Rajya Sabha Election 2020: गुजरात के राज्यसभा चुनाव में खींचतान के बीच भाजपा के लिए एक राहत की खबर यह है कि भारतीय ट्रायबल पार्टी (बीटीपी) ने चुनाव में समर्थन करने के संकेत दिए हैं। पार्टी के विधायक महेश वसावा ने उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात के बाद कहा कि 24 मार्च को कार्यकारणी की बैठक में समर्थन पर अंतिम फैसला होगा।
राज्यसभा चुनाव का प्रक्रिया जारी है और इस बीच बुधवार को 37 लोगों को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया। इनमें NCP (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह शामिल हैं। बुधवार को नामांकन वापस लेने की समयसीमा बीत जाने के बाद इन प्रत्याशियों को निर्वाचित घोषित किया गया। मालूम हो की राज्यसभा की 55 सीटों के लिए 17 राज्यों में नामांकन भरे गए थे जिनमें से 37 का निर्विरोध चुनाव हो चुका है वहीं अब 26 मार्च को बची हुई 18 सीटों के लिए मतदान करावाया जाएगा। जिन सीटों के लिए मतदान होगा उनमें गुजरात और आंध्र प्रदेश में चार-चार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में तीन-तीन, झारखंड में दो और मणिपुर एवं मेघालय में एक-एक सीट शामिल है।
Three years of Yogi Sarkar : उत्तर प्रदेश में भारतीय जानता पार्टी (BJP) की योगी सरकार ने 18 मार्च को अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिये हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को बताया। लखनऊ में बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियों और संभावनाओं के महासमर में संकल्पों और सिद्धांतों की नाव से यात्रा करते हुए आज उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं।